Thursday 11 July 2024

आजमगढ़ सरायमीर क्रासिंग पर फंसी ट्राली, आधे घंटे खड़ी रही ट्रेन सरायमीर कस्बे के डगरा मोड़ रेलवे क्रासिंग का मामला


 आजमगढ़ सरायमीर क्रासिंग पर फंसी ट्राली, आधे घंटे खड़ी रही ट्रेन


सरायमीर कस्बे के डगरा मोड़ रेलवे क्रासिंग का मामला



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर कस्बे के डगरा मोड़ पर गुरुवार दोपहर रेलवे क्रासिंग बंद करते समय अचानक बैरियर में ट्रैक्टर-ट्राली फंस गई। इसके चलते गेट बंद नहीं हो सका। जिसके चलते शाहगंज से आजमगढ़ की ओर जा रही सरयू-यमुना एक्सप्रेस को सरायमीर स्टेशन के आउटर के पास ही रोक दिया गया। करीब 25 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही। मौके पर पहुंची जीआरपी और रेलकर्मियों ने किसी तरह ट्राली को हटाकर ट्रेन को रवाना किया। हादसे की वजह से करीब घंटे भर तक जाम लगा रहा। हादसे के चलते बैरियर टेढ़ा हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जाम खत्म कराने के बाद ट्रैक्टर और चालक को हिरासत में ले लिया।


 सरायमीर कस्बे के डगरा मोड़ पर रेलवे का फाटक नंबर 51 बी स्थित है। गुरुवार को लगभग एक बजे अमृतसर से जयनगर जा रही डाउन सरयू यमुना एक्सप्रेस के आने की सूचना मिलने पर सरायमीर स्टेशन मास्टर ने डगरा क्रासिंग के गेटमैन को फाटक बंद करने के लिए कहा। गेटमैन फाटक बंद करने के लिए बैरियर गिरा रहा था। उसी दौरान सरायमीर से मिर्जापुर की ओर जा रही चीनी लदी ट्रैक्टर-ट्राली क्रासिंग पर पहुंच गई। ट्रैक्टर रेलवे फाटक के बैरियर को टक्कर मारते हुए आगे बढ़ गया, जबकि ट्राली पीछे रह गई। ट्रैक्टर की टक्कर से बैरियर क्षतिग्रस्त हो गया। गेटमैन ने तत्काल इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी।


 खबर मिलते ही स्टेशन मास्टर ने तत्परता दिखाते हुए सरयू-यमुना एक्सप्रेस को आउटर सिग्नल पर रोक दिया।घटना की जानकारी मिलने पर आरपीएफ के साथ ही सरायमीर थाने की फोर्स और रेलकर्मी मौके पर पहुंच गए। लगभग 25 मिनट बाद किसी तरह ट्रैक्टर ट्राली को क्रासिंग से हटवाया गया। तब जाकर ट्रेन को आजमगढ़ के लिए रवाना किया गया। हादसे की वजह से रेलवे फाटक के दोनों तरफ लगभग एक किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। घंटेभर तक जाम में लोग फंसे रहे। गेटमैन रामऔतार यादव ने बताया कि घटना की सूचना कंट्रोलरूम को दे दी गई है। उच्च अधिकारियों के आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरपीएफ ने ट्रैक्टर चालक गोबरी को हिरासत में ले लिया है। वह फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के जगदीशपुर गांव का निवासी है।

आजमगढ़ कंधरापुर परिवहन मंत्री ने 12 लक्जरी बसों को पकड़ कराया सीज खुली आरटीओ विभाग और नीजी बस संचालकों के गठजोड़ की पोल

 

आजमगढ़ कंधरापुर परिवहन मंत्री ने 12 लक्जरी बसों को पकड़ कराया सीज



खुली आरटीओ विभाग और नीजी बस संचालकों के गठजोड़ की पोल



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ ,उन्नाव जिले में लखनऊ -आगरा हाइवे पर हुई दुर्घटना में डेढ़ दर्जन यात्रियों की मौत से आहत सूबे के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने अपने विभाग एवं नीजी लक्जरी बस संचालकों के गठजोड़ को नंगी आंखों से देखा। गुरुवार को बलिया से लखनऊ जा रहा परिवहन मंत्री का काफिला शहर से सटे देवखरी ग्रामसभा में एक स्थान पर खड़ी लक्जरी बसों का बेड़ा देख रुका और मंत्री दयाशंकर सिंह अपने वाहन से उतर गए।


 दिल्ली से सवारी लेकर आजमगढ़ जनपद मुख्यालय आए एसी बसों के चालक और सहयोगी जब तक कुछ समझ पाते परिवहन मंत्री ने आजमगढ़ आरटीओ एवं आजमगढ़ एसपी हेमराज मिना को फोन कर सुरक्षित स्थान पर खड़ी बसों को पकड़ने का फरमान सुनाया। इसके बाद सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे आरटीओ के साथ ही थाना प्रभारी कंधरापुर व यातायात पुलिस प्रभारी हांफते हुए मौके पर पहुंच गए। अचानक रुके मंत्री के काफिले और पुलिस की मौजूदगी देख वहां तमाशबीनों की भीड़ जमा हो गई। मंत्री ने अपने काफिले में शामिल लोगों को पकड़ी गई 12 लक्जरी बसों पर बैठा कर सभी को संबंधित थाने पर भेजवाया। साथ ही उन्होंने वहां मौजूद आरटीओ एवं कंधरापुर थाना प्रभारी सुदेश कुमार सिंह को इस मामले में सख्त कार्रवाई कर तत्काल रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया। इसके बाद परिवहन मंत्री का काफिला अपने गंतव्य की ओर बढ़ गया।


 बताते चलें कि कोरोना काल के समय ट्रेनों का संचालन बंद होने का लाभ उठाते हुए तमाम नीजी बस आपरेटर दिल्ली से पूर्वांचल के सभी जिलों से यात्रियों को ढोने के लिए लक्जरी एसी बसों का संचालन शुरू कर दिए और इसमें आरटीओ, पुलिस तथा दिल्ली के रास्ते पड़ने वाले जिलों में सक्रिय बड़े अपराधियों को सुगम आवागमन के लिए अपने धंधे में शामिल कर लिए। सभी को पूरी इमानदारी के साथ प्रतिमाह सुविधा शुल्क भी मुहैया कराया जाता है। नतीजा कि आरटीओ, पुलिस और माफियाओं के गठजोड़ से यह धंधा लंबे समय से फल-फूल रहा है। गुरुवार को दिन में परिवहन मंत्री द्वारा की गई इस कार्रवाई से नीजी बस आपरेटरों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं इस कार्रवाई के प्रत्यक्षदर्शी रहे स्थानीय लोगों का कहना है कि जब कोई बड़ी घटना हो जाती है तो अचानक शासन और प्रशासन की नींद खुलती है जिसका नतीजा है कि गुरुवार को मंत्री ने खुद परिवहन विभाग को पलीता लगाने वालों की संलिप्तता को खुद अपनी आंखों से देखा और महसूस किया है। अब देखना यह है कि क्या इस कार्रवाई से बिना परमिट एवं फिटनेस के चल रहे नीजी बस संचालन पर कब तक अंकुश लगा रहेगा।

लखनऊ/फिरोजाबाद जमीन हड़पने वाले एसडीएम और तहसीलदार निलंबित संपत्ति की जांच कराने का भी आदेश


 लखनऊ/फिरोजाबाद जमीन हड़पने वाले एसडीएम और तहसीलदार निलंबित


संपत्ति की जांच कराने का भी आदेश



उत्तर प्रदेश लखनऊ जमीन हड़पने व कब्जा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के सीएम योगी के निर्देशों का असर दिखने लगा है। शासन ने फिरोजाबाद में करोड़ों की जमीन हड़पने के मामले में सिरसागंज के एसडीएम विवेक राजपूत, नायब तहसीलदार नवीन कुमार, राजस्व निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह, लेखपाल अभिलाष सिंह और एसडीएम के पेशकार प्रमोद शाक्य को निलंबित कर दिया। इन सभी पर मुकदमा दर्ज करने के साथ विजिलेंस द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की जांच के भी आदेश दिए हैं। निलंबित किए गए सभी अधिकारियों पर संदिग्ध आदेश जारी करके भूमि अपने संबंधियों को दिलाने का आरोप है।


 बता दें कि सिरसागंज के गांव रुधैनी के योगेंद्र ने डीएम के यहां शिकायत की थी। इसके मुताबिक उसका 75 बीघा जमीन का विवाद तहसीलदार सिरसागंज के यहां चल रहा था। 12 जून 2024 को नकल सवाल डालने पर उसे पता चला कि तहसील से दूसरे पक्ष के हक में सात जून को ही फैसला हो चुका है। दूसरे पक्ष के लोगों के नाम फर्द में अंकित करने के साथ 12 जून को करोड़ों रुपये की 75 बीघा जमीन का आठ अलग-अलग नामों से बैनामा भी कर दिया गया। इसमें एसडीएम सिरसागंज, नायब तहसीलदार, लेखपाल, राजस्व निरीक्षक और पेशकार की मिलीभगत है। इसके बाद सीडीओ की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच टीम गठित हुई थी, जिसमें आरोप सही पाए गए। जिसके बाद शासन की तरफ से कार्रवाई की गई है।

मथुरा तमंचा लहराते हुए चौकी पहुंचा युवक पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप


 मथुरा तमंचा लहराते हुए चौकी पहुंचा युवक



पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप



उत्तर प्रदेश के मथुरा से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां बठैनगेट पुलिस चौकी के सामने एक व्यक्ति ने अपने भाई पर फायरिंग कर दी। एक गोली उसे लग भी गई। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद आरोपी ने घटना स्थल पर तमंचा लहराया और उसे लेकर चौकी में घुसकर कुर्सी पर जा बैठा। फायरिंग से अफरातफरी मच गई। पुलिसवाले भी बचने के लिए यहां-वहां भागते नजर आए। बाद में आरोपी को पुलिस ने बड़ी हिम्मत करके पकड़ा। 


बुधवार शाम करीब सवा 6 बजे हाईवे स्थित बठैन गेट चौकी के समीप स्थित ऑफीसर कॉलोनी निवासी दो सगे भाई हुकम सिंह और मंगल सिंह पुत्रगण रामस्वरूप के बीच किसी बात पर विवाद हो गया। दोनों भाई झगड़ते हुए पास ही स्थित बठैन गेट चौकी पर पहुंच गए। आरोप है कि चौकी पर पहुंचते ही मंगल सिंह ने तमंचा निकाल लिया और हुकम सिंह के ऊपर एक के बाद एक कई फायर कर डाले। इसमें से एक गोली हुकम सिंह की आंख के पास लग गई और वह जमीन पर गिर पड़ा। फायरिंग की आवाज से चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी जहां-तहां भाग खड़े हुए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस बल वहां पहुंच गया और आरोपी मंगल सिंह को पकड़कर थाने ले जाया गया। उधर घटना की जानकारी मिलने पर घायल के परिजन मौके पर पहुंच गये। घायल को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी गंभीर हालात को देखते हुए प्राथमिक उपचार के उपरांत हायर सेंटर रेफर कर दिया।

झांसी लेखपाल बनते ही पत्नी ने पति को ठुकराया लाचार पति ने अफसरों से लगाई गुहार


 झांसी लेखपाल बनते ही पत्नी ने पति को ठुकराया



लाचार पति ने अफसरों से लगाई गुहार


उत्तर प्रदेश झांसी पीसीएस ज्योति मौर्या के बहुचर्चित मामले की तरह का एक मामला झांसी में भी सामने आया है। बुधवार को लेखपालों के नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान एनआईसी पहुंचे युवक का कहना है कि लेखपाल बनने के बाद उसकी पत्नी ने उसे ठुकरा दिया। शादी की तस्वीरों के साथ वह यहां पहुंचा था। उसने अफसरों से भी गुहार लगाई, हालांकि इस मामले में उसकी मदद करने से अफसरों ने फिलहाल हाथ खड़े कर दिये। कोतवाली के नई बस्ती मोहल्ला निवासी नीरज विश्वकर्मा का आरोप है कि सरकारी नौकरी मिलते ही पत्नी ने उससे दूरियां बना ली। उसका कहना है तीन साल पहले उन दोनों ने परिवार से बगावत करके प्रेम विवाह किया था। वह कार पेंटिंग करने का काम करता है जबकि युवती पढ़ाई कर रही थी। उस समय दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ा।


 जब यह बात युवती के परिजनों को मालूम चली तब उन्होंने विरोध किया। तब तक दोनों साथ में जीने-मरने की कसमें खा चुके थे। दोनों ने घर से भागकर ओरछा के मंदिर में शादी रचा ली। युवक का कहना है कुछ समय तक दोनों साथ रहे। इसके बाद युवती अपने परिजनों के पास चली गई। वह युवती की पढ़ाई में पैसों से मदद करता रहा। दो साल पहले जब लेखपाल की वैकेंसी आई तब उसने पत्नी का फार्म भरवाया। इसमें पत्नी का चयन हो गया। लेखपाल बनने के बाद पत्नी के व्यवहार में बदलाव आने लगा। उसके ससुराल के लोगों ने भी पत्नी को समझाया कि वह अब लेखपाल है, पेंटिंग करने वाले से दूर रहे। उनकी बातों में आकर पत्नी ने उससे दूरी बना ली। मोबाइल पर भी बात नहीं करती। कई बार जब उसने मिलने की कोशिश की तब उसके परिजनों ने उसे धमकाया। शादी के फोटो और वीडियो लेकर पुलिस से गुहार लगाई लेकिन, मदद नहीं मिली। बुधवार को एनआईसी में जब लेखपालों को नियुक्ति पत्र वितरित किये जा रहे थे, उसी दौरान नीरज भी वहां पहुंच गया। उसने डीएम से भी गुहार लगाई।

आजमगढ़ 230 लेखपालों को मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी ने दिया नियुक्ति पत्र लेखपाल प्रशासन का महत्वपूर्ण अंग, जमीन से संबंधित हर समस्याओं के समाधान में निभाता है महत्वपूर्ण भूमिका-मण्डलायुक्त


 आजमगढ़ 230 लेखपालों को मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी ने दिया नियुक्ति पत्र



लेखपाल प्रशासन का महत्वपूर्ण अंग, जमीन से संबंधित हर समस्याओं के समाधान में निभाता है महत्वपूर्ण भूमिका-मण्डलायुक्त



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ 10 जुलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लोकभवन लखनऊ में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रदेश में नव चयनित 7720 लेखपालों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। उक्त कार्यक्रम का सजीव प्रसारण मण्डलायुक्त मनीष चौहान एवं जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की उपस्थिति में हरिऔध कला केन्द्र आजमगढ़ में किया गया।


 जनपद स्तर पर हरिऔध कला केन्द्र आजमगढ़ में नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी द्वारा मॉ सरस्वती के चित्र प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके साथ ही जनपद के नव चयनित 230 लेखपालों को मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी द्वारा नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया। मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने सभी नव चयनित लेखपालों को सरकारी सेवा में आने के लिए बधाई देते हुए कहा कि लेखपाल प्रशासन का महत्वपूर्ण अंग होता है, जिसकी सहायता से जमीन से संबंधित हर प्रकार के समस्याओं का समाधान किया जाता है।


 जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने कहा कि राजस्व विभाग सबसे पुराना विभाग है। उन्होने सभी नव चयनित लेखपालों से कहा कि आपको जो भी दायित्व दिये जायेंगे, उसका पूर्ण निष्ठा के साथ निर्वहन करना आप सभी की जिम्मेदारी है, क्योंकि सबसे निचले स्तर के प्रकरण में भी आप खेत/जमीन से संबंधित समस्याओं का निस्तारण करेंगे। किसी भी कार्य को करने के लिए देरी न करें। उन्होने लेखपालों से कहा कि वर्तमान समय में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में खातेदारों के गाटों में अंश निर्धारण का कार्य कराया जा रहा है। गाटों का अंश निर्धारण हो जाने से खातेदारों के बीच कब्जे को लेकर होने वाले भूमि विवाद व मुकदमेंबाजी में कमी आयेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद को आज 230 नव नियुक्त लेखपाल मिल जाने से शासन/परिषद के महत्वपूर्ण योजनाओं के संचालन में काफी मदद मिलेगी। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी विनय कुमार गुप्ता एवं समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार सदर, जन प्रतिनिधिगण सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।