Sunday 30 June 2024

आजमगढ़ निजामाबाद 7 आरोपितों पर गैंगस्टर की कार्रवाई अपहरण कर फिरौती मांगने का मामला


 आजमगढ़ निजामाबाद 7 आरोपितों पर गैंगस्टर की कार्रवाई



अपहरण कर फिरौती मांगने का मामला



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ निजामाबाद पुलिस ने अपहरण कर फिरौती मांगने वाले सात आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की है। नगर पंचायत बिलरियागंज के वार्ड नंबर-20 निवासी हसन राजा ने 19 सितंबर 2023 को निजामाबाद थाने में तहरीर दी थी कि 17 सितंबर को उनका पुत्र मोहम्मद ताहिर अपने इनोवा गाड़ी से शहनाज उर्फ सन्नो निवासी गुलवा गौरी को लेकर उसके बड़े अब्बू की लडकी गुड़िया पत्नी अशरफ के घर ग्राम सभा चकिया थाना निजामाबाद गया था। घर पहुंचने के बाद गाड़ी मौके पर थी लेकिन मोहम्मद ताहिर लापता था।


 उसके बाद 2.50 लाख रुपये की मांग मोबाइल पर आने लगी। फिरौती की धनराशि न देने पर बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई। पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी। थानाध्यक्ष सच्चिदानन्द यादव के साक्ष्य संकलन में रामआशीष यादव निवासी कुढ़वा, शिवम यादव निवासी महुला डाडी थाना रौनापार, शाहकमर निवासी वनारपुर कोतवाली देवगांव, मोहम्मद फैसल निवासी कजराकोल कोतवाली फूलपुर, शहनाज उर्फ सन्नो निवासी गुलवा गौरी, अलीशेर निवासी नसीरपुर थाना बिलरियागंज व इशराक निवासी कुजियारी थाना निजामाबाद का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। डीएम को गैंगस्टर के लिए चार्ट भेजा था, जिसका उन्होंने अनुमोदन कर दिया।

आजमगढ़ गम्भीरपुर गोमडीह घर पहुंचा एनएसजी कमांडो का पार्थिव शरीर, नम हो गईं हर आंखें एनएसजी कैंप में लकड़ी हटाते समय करेंट की चपेट में आने से हुआ था हादसा


 आजमगढ़ गम्भीरपुर गोमडीह घर पहुंचा एनएसजी कमांडो का पार्थिव शरीर, नम हो गईं हर आंखें


एनएसजी कैंप में लकड़ी हटाते समय करेंट की चपेट में आने से हुआ था हादसा




 उत्तर प्रदेश आजमगढ़ ,गुरुग्राम के मानेसर थाना क्षेत्र में एनएसजी कैंपस के अंदर मंदिर में पूजा करने के दौरान मंदिर के पीछे लकड़ी हटाते समय फेंसिंग (जानवरों से बचाने के लिए गए तार) में हाथ लगने से करंट से एनएसजी कमांडो आजमगढ़ जिले के लालगंज तहसील के गोमडीह गांव निवासी मधुसूदन दूबे की मौत हो गई थी।


 29 जून 2024 की देर रात जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे लोगों की आंखें नम हो गईं। थानाध्यक्ष गम्भीरपुर बसंतलाल, राकेश चंद त्रिपाठी के साथ वाराणसी व लखनऊ से आई टीम अधिकारियों ने पार्थिव शरीर पर तिरंगा रखा और पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। अंतिम संस्कार सैनिक सम्मान के साथ जौनपुर के सूरज घाट पर किया गया। 


गम्भीरपुर थाना के ग्राम गोमड़ीह निवासी लाल बहादुर दुबे के 42 वर्षीय पुत्र मधुसूदन दुबे 2005 में बीएसएफ में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुए थे। 2020 में पदोन्नति करके वह डेपुटेशन पर मानेसर एनएसजी में बतौर कामांडो आए थे। 28 जून 2024 को मधुसूदन दुबे सुबह लगभग आठ बजे मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद वापस आते समय बारिश के कारण मंदिर के पीछे रखीं लकड़ियों को हटा रहे थे। इसी बीच उनका हाथ फेंसिंग से लग गया। करंट लगने से बेहोश हो गए। आसपास के लोग तत्काल अस्पताल ले गए, जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। 


पुलिस की सूचना पर स्वजन शनिवार को ही गुरुग्राम पहुंच गए थे। इसके बाद शव लेकर गांव के लिए रवाना हो गए थे। रात में ही शव घर पहुंचते ही स्वजन में कोहराम मच गया। घर पर अंतिम दर्शन करने वालों का तांता लगा था। मधुसूदन दुबे के पिता के अलावा पत्नी सिंधु दुबे, पुत्र प्रियांशु दुबे, पुत्रियां अनामिका व अनुष्का हैं। दोनों बहनें जुड़वा पैदा हुई थीं। स्वजन का रो- रोकर बुरा हाल है।

आजमगढ़ इन अफसरों के खिलाफ नोटिस जारी करने की तैयारी साप्ताहिक समीक्षा के दौरान डीएम विशाल भारद्वाज ने जारी किया निर्देश


 आजमगढ़ इन अफसरों के खिलाफ नोटिस जारी करने की तैयारी


साप्ताहिक समीक्षा के दौरान डीएम विशाल भारद्वाज ने जारी किया निर्देश




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ डीएम विशाल भारद्वाज कलेक्ट्रेट सभागार में समस्त उप जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों के साथ आइजीआरएस पोर्टल पर मुख्यमंत्री से संदर्भित शिकायतों के निस्तारण की साप्ताहिक समीक्षा की। निर्देश दिया कि शिकायतों का शतप्रतिशत तत्काल गुणवत्तायुक्त निस्तारण सुनिश्चित किया जाए,जिससे शिकायतकर्ता पुनः शिकायत न करें। उन्होंने निर्देश दिया कि 15 दिन के अंदर मुख्यमंत्री से संदर्भित आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों का निस्तारण प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाए। 15 दिन के अंदर शिकायतों का निस्तारण न करने वाले अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही शिकायतों के निस्तारण में बरती गई तो संबंधित के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी। 


उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक दिन शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा संबंधित अधिकारियों के साथ बैठकर स्वयं करें। निस्तारित की गई शिकायतों के असंतुष्ट फीडबैक को देखकर एडीएम वित्त एवं राजस्व को अवगत कराएं कि क्यों शिकायतकर्ता असंतुष्ट है। कहा कि शिकायतकर्ता से बात कर मौके पर दोनों पक्ष को बुलाकर प्रकरण का निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। जिस गांव से सबसे अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, उसको चिह्नित कर प्रतिदिन शिकायतों की विवेचना संबंधित अधिकारियों के साथ बैठकर करें। कहा कि मुख्यमंत्री के सामने जाने वाले संदर्भ एसडीएम स्वयं देखें और दोनों पक्षकारों का बयान लेकर राजस्व संहिता के नियमों के अनुसार निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। निर्देश दिया कि आरसीसीएमएस पोर्टल पर लंबित धारा 34 एवं धारा 67, धारा 24 धारा116 के वादों का निस्तारण तत्काल सुनिश्चित किया जाए। किसी भी वाद की पेंडेंसी तीन माह से अधिक ना रहे। दिए गए आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित न करने वाले अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी करें। सीआरओ विनय कुमार गुप्ता, एडीएम वित्त एवं राजस्व आजाद भगत सिंह, एडीएम प्रशासन राहुल विश्वकर्मा सहित आदि अधिकारीगण मौजूद थे।

हरदोई जब दरोगा ने मृत व्यक्ति से ले लिया बयान एसपी भी हैरान, दे दिया इनाम


 हरदोई जब दरोगा ने मृत व्यक्ति से ले लिया बयान



एसपी भी हैरान, दे दिया इनाम



उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक दरोगा ने महीने भर पहले मर चुके अधेड़ को आईजीआरएस जांच में स्वतंत्र गवाह बनाकर बयान दर्ज कर शिकायत का निस्तारण कर दिया। जब इस मामले की जानकारी एसपी को हुई तो वह भी हैरान रह गए। एक्शन लेते हुए उन्होंने दरोगा को सस्पेंड कर दिया। ये घटना बेनीगंज कोतवाली का है। 


एएसपी नृपेंद्र कुमार ने बताया कि थाना बेनीगंज में नियुक्त उप निरीक्षक रमाशंकर पांडेय को निलंबित किया गया है। यह निलंबन एसपी केशव चन्द गोस्वामी के द्वारा किया गया है। दरअसल रंजीत कुमार उर्फ बन्टू ने कुछ लोगों पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक ऑनलाइन आईजीआरएस शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। दरोगा को जांच मिली तो उन्होंने निस्तारण कर दिया। शिकायत कर्ता ने दोबारा शिकायत की। तब इस संबंध में जांच करने पर पाया गया कि दरोगा रमाशंकर पांडेय द्वारा सुरेन्द्र को स्वतंत्र गवाह बनाया गया है जबकि स्वतंत्र गवाह सुरेन्द्र की मृत्यु 26 मई को हो चुकी है। इस प्रकरण की जब पुनः शिकायत हुई और जांच कराई गई तो दरोगा की लापरवाही सामने आई। 


इस मामले मे एसपी केशव चंद ने बताया कि प्रार्थना पत्र की जांच में मृत व्यक्ति को स्वतंत्र गवाह के रूप में अंकित करने का कृत्य घोर लापरवाही एवं कार्य के प्रति उदासीनता प्रदर्शित करता है। ऐसे में उन्हें निलंबित कर इनके विरुद्ध विभागीय जांच प्रारंभ की गयी है।