Thursday 27 June 2024

आजमगढ़ रानी की सराय दहेज की खातिर विवाहिता को दिया जहर परिजनों ने थाने में तहरीर देकर की कार्रवाई की मांग


 आजमगढ़ रानी की सराय दहेज की खातिर विवाहिता को दिया जहर


परिजनों ने थाने में तहरीर देकर की कार्रवाई की मांग




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ रानी की सराय थाना क्षेत्र के सेमरहा गांव में गुरुवार को दिन में संदिग्ध परिस्थितियों एक विवाहिता की मौत हो गई। मृतका के भाई ने ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए रानी की सराय थाने में तहरीर दी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 


बिलरियागंज थाना क्षेत्र के पिपरहा गांव निवासी यशवंत यादव ने बृहस्पतिवार को रानी की सराय थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि उनकी बहन पूजा यादव की शादी रानी की सराय थाना क्षेत्र के सेमरहां गांव में 01 मई 2023 को हुई थी। शादी के बाद जब वह घर गई तो उसके सास, ससुर, जेठानी, ननद समेत अन्य घर के लोग उसकी बहन को दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। आरोप है कि उसकी बहन से बार-बार दो लाख रुपये की मांग की जा रही थी। न देने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। आरोप लगाया कि जब वह दहेज देने से मना कर दिए तो उसकी बहन को ससुराल वालों ने जहर देकर मारा दिया। पीड़ित ने इस मामले में जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।

आजमगढ़ देवगांव सड़क किनारे मिली युवक की लाश परिजन रहते हैं बाहर, विवाद के कारण पत्नी से हो चुका है तलाक


 आजमगढ़ देवगांव सड़क किनारे मिली युवक की लाश


परिजन रहते हैं बाहर, विवाद के कारण पत्नी से हो चुका है तलाक




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ देवगांव कोतवाली क्षेत्र के चंदेवरा गांव के सीवान में गुरुवार सुबह सड़क के किनारे युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। जानकारी होते ही गांव के लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की।देवगांव कोतवाली क्षेत्र के चंदेवरा गांव निवासी 35 वर्षीय मृत्युंजय सिंह उर्फ टिंकू गुजरात में रहते थे। एक सप्ताह पूर्व घर आए थे। उनके परिवार के लोग दिल्ली में रहते हैं। एक सप्ताह से वे घर पर अकेले रहते थे।


 विवाद के कारण उनका पत्नी से तलाक हो गया है। गांव के लोग गुरुवार की सुबह सीवान में गए तो सीसी रोड के किनारे मृत्युंजय सिंह का शव पड़ा था। जानकारी होते ही लोगों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस और दिल्ली में रह रहे परिजनों को दी। देवगांव कोतवाल विनय कुमार मिश्रा ने बताया कि परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

आजमगढ़ सिधारी प्रेम प्रसंग में युवक ने फांसी लगाकर दी जान घटना से पूर्व गले में फंदा डालकर वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर किया वायरल


 आजमगढ़ सिधारी प्रेम प्रसंग में युवक ने फांसी लगाकर दी जान



घटना से पूर्व गले में फंदा डालकर वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर किया वायरल




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सिधारी थाना क्षेत्र के सरदारपुर गांव में बुधवार की रात युवक ने प्रेम प्रपंच में घर के भीतर फांसी लगाकर जान दे दी। घटना से पूर्व उसने गले में फंदा डालकर वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। गांव निवासी 23 वर्षीय अलताफ खान बुधवार रात खाना खाने के बाद अपने कमरे में चला गया।


 उसके परिवार के लोग भी अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। रात करीब एक बजे अलताफ ने गले में फंदा डालने के बाद वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया। इसके साथ ही अपनी प्रेमिका को भी वीडियो भेजा। फिर फांसी लगाकर जान दे दी। सोशल मीडिया पर वीडियो देखने के बाद लोगों ने रात में ही अलताफ के पिता को सूचना दी। इसके बाद लोग दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे। देखा तो शव पंखे के सहारे लटक रहा था। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की।

आजमगढ़ निजामाबाद सिवान में देवर ने भाभी के ऊपर बोला हमला कुदाल के बेंट से मारकर तोड़ा हाथ-पैर


 आजमगढ़ निजामाबाद सिवान में देवर ने भाभी के ऊपर बोला हमला


कुदाल के बेंट से मारकर तोड़ा हाथ-पैर



आजमगढ़ जनपद के निजामाबाद थाना क्षेत्र के मोहनाठ गांव में आज दिनांक 27 जून 2024 को सुबह देवर द्वारा भाभी के ऊपर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। बीच बचाव करने पहुंचे महिला के पति पर भी देवर ने हमला बोल दिया। घटना को अंजाम देने के बाद वह मौके पर ही बैठ गया। 


निजामाबाद थाना क्षेत्र के मोहनाठ गांव में आज सुबह करीब 9.30 बजे स्थानीय गांव निवासी लीला पांडे पत्नी देवी पांडेय उम्र 60 वर्ष खेत में जानवरों के लिए घास काटने गयी थी। सिवान में इस दौरान उसके देवर अशोक पांडे पुत्र स्वर्गीय दशरथ पांडे ने कुदाल के बेंट से लीला पर हमला कर दिया और मार कर उसका हाथ-पैर तोड़ दिया, लहूलुहान घायल महिला के चिल्लाने पर पति देवी पांडे मौके पर पहुंचे तो अशोक पाण्डेय ने उन पर हमला कर दिया और कुदाल लेकर वहीं बैठ गया, जिसकी डर से कोई उसके पास नहीं गया।


 सूचना पर पहुंची पुलिस और ग्रामीण के सहयोग से घायल महिला को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। अशोक पांडे को गिरफ्तार कर पुलिस थाने पर ले आई। बता दें कि अशोक पांडे हिंडाल्को में नौकरी करता था, 2 वर्ष पूर्व रिटायर हो गया है तब से कभी कभार घर आया जाया करता है। उसके बच्चे और पत्नी सभी हिंडाल्को में ही रहते हैं। यह जब भी घर आता है तो भाई और भाभी से विवाद करता रहता है आज उन्ही विवादों के चलते अकेले पाकर उसने भाभी पर हमला कर दिया।

आजमगढ़ छेड़खानी का विरोध करने पर जलाकर उतारा था मौत के घाट कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा, 20 हजार लगाया अर्थदण्ड


 आजमगढ़ छेड़खानी का विरोध करने पर जलाकर उतारा था मौत के घाट


कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा, 20 हजार लगाया अर्थदण्ड



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ छेड़खानी का विरोध करने पर जलाकर महिला की हत्या कर दिए जाने के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने एक आरोपी को आजीवन कारावास तथा बीस हजार रूपए अर्थदंड की सजा सुनाई। यह फैसला बुधवार को अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर 6 संतोष कुमार यादव ने सुनाया।


 अभियोजन पक्ष के अनुसार वादी मुकदमा कैलाश निवासी जगदीशपुर (नरियवां) थाना फूलपुर जनपद आजमगढ़ का बड़ा भाई कृपा रोजी-रोटी के सिलसिले में लुधियाना में रहता था। कैलाश की भाभी गुलाबी देवी अपने बच्चों के साथ गांव में रहते थी। गांव का ही मनबोध पुत्र श्यामलाल की छवि चरित्रहीन व्यक्ति की है। मनबोध 7 फरवरी 2017 की रात लगभग 11.00 बजे गुलाबी के घर में घुस गया और उसके साथ छेड़खानी करने लगा।जब गुलाबी ने विरोध किया तो मनबोध ने मिट्टी का तेल छिड़क कर गुलाबी को जला दिया। बुरी तरह से जली हुई स्थिति में उसे पहले फूलपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया।बाद में जहां इलाज के दौरान सदर अस्पताल जौनपुर में 13 फरवरी 2017 को गुलाबी की मौत हो गई। पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित किया। 


अभियोजन पक्ष की तरफ से सहायक शासकीय अधिकता श्रीश कुमार चौहान ने कैलाश बिंद, राजाराम, बाजा बिंद,सीता, इंस्पेक्टर अजीत कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल अमरनाथ, नायब तहसीलदार रामकुमार यादव तथा डॉ योगेश प्रताप सिंह को बतौर गवाह न्यायालय में पेश किया। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी मनबोध को आजीवन कारावास तथा बीस हजार रूपए अर्थदंड की सजा सुनाई।

आजमगढ़ शहर कोतवाली पैसे के लेनदेन को लेकर महिला और उसके बेटे को ईंट पत्थर से मारकर किया घायल


 आजमगढ़ शहर कोतवाली पैसे के लेनदेन को लेकर महिला और उसके बेटे को ईंट पत्थर से मारकर किया घायल




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत रैदोपुर स्थित काशीराम आवास में आए दिन दबंगों द्वारा मारपीट की घटना को अंजाम दिया जाता है। जिससे यहां के लोग खासकर महिलाएं काफी परेशान हैं। पुलिस कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर देती है जिससे इन लोगों का मन बढ़ा हुआ है। यहां तक कि पुलिस पर भी हमला करने से यह लोग नहीं चूकते हैं। ताजा मामला 24 जून 2024 की रात का है। जब पैसे के लेनदेन के विवाद को लेकर मनबढ़ लोगों ने एक महिला व उसके पुत्र को ईंट पत्थर चला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी उन्होंने पथराव किया। मामले में घायल महिला रीना देवी पत्नी गणेश वर्मा और उसके पुत्र राज वर्मा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उपचार के बाद वह बुधवार को घर आ सकी है। गणेश वर्मा पुत्र स्व0 चन्दू सेठ निवासी रैदोपुर, कांशी राम आवास कालोनी, ने तहरीर दे दी है।


 पीड़ित के अनुसार उनके पुत्र राज वर्मा से समीर पुत्र परवेज नवासी रैदोपुर, कांशी राम आवास कालोनी ने 2500 रूपये नगद लिया था। रूपया वापस मांगने पर हमेशा मारने पीटने की धमकी देता था। सोमवार को उसके पुत्र ने पैसा मांगा तब विपक्षी समीर से कहासुनी हो गई। और समीर पीड़ित के पुत्र को मारने लगा। जिसकी सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दी गयी, जिसके बाद आपसी समझौता होने पर पुलिस ने विपक्षी को समझा बुझाकर छोड़ दिया। लेकिन उसी दिन रात्रि में विपक्षीगण अफतार उर्फ भोदा पुत्र चारू, अविनाश उर्फ नेता पुत्र सूलचंद चौधरी, संतोष उर्फ लिल्लू, समीर पुत्र परवेज, समीर उर्फ काजू पुत्र शहाबुद्दीन जो काफी मनबढ़ किस्म के व्यक्ति है, साजिश व एक राय होकर पीड़ित के घर में घुसकर उसके पुत्र को मारने पीटने लगे, बीच बचाव में रीना देवी को भी ईंट से मार कर सिर फोड़ दिये। जिसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गयी तो मौके पर पहुंची पुलिस पर विपक्षीगण ईंट से पथराव कर मौके से भाग गये, पुलिस दो को पकड़ कर कोतवाली ले गयी। पुलिस ने घायल रीना व उसके पुत्र को उपचार कराने के लिए एम्बुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

बाराबंकी थाने के अंदर प्रशिक्षु दरोगा ने खुद को पिस्टल से उड़ाया सुसाइड नोट से वजह आई सामने

बाराबंकी थाने के अंदर प्रशिक्षु दरोगा ने खुद को पिस्टल से उड़ाया


सुसाइड नोट से वजह आई सामने



उत्तर प्रदेश  बाराबंकी के कोठी थाना क्षेत्र के अंदर दिनदहाड़े एक 26 साल के दरोगा ने सरकारी पिस्टल से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। गोली उसके दाहिनी कनपटी को चीरते हुए दूसरी ओर निकल गई। कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें माइग्रेन नामक बीमारी से आत्महत्या का उल्लेख है। मौके पर पहुंचे एसपी दिनेश कुमार सिंह ने पड़ताल की। पुलिस के अनुसार कानपुर जिले के मूल निवासी अरुण कुमार यादव (26) वर्ष 2023 बैच के दरोगा थे। 


बीते मार्च महीने में ही जिले में पोस्टिंग के बाद प्रशिक्षु दरोगा के रूप में कोठी थाने में तैनात किया गया था। जहां कानपुर के निवासी ही दूसरे प्रशिक्षु दरोगा विशेष कुमार की भी पोस्टिंग हुई थी। दोनों थाने में एक ही कमरे में रहते थे। बुधवार की शाम करीब चार बजे विशेष कुमार ने कमरे का दरवाजा खटखटाया मगर कोई रिस्पांस नहीं मिला। शाम पौने पांच बजे भी यही हाल रहा तो एसएचओ संतोष सिंह को सूचना दी गई। दरवाजा तोड़कर पुलिसकर्मी अंदर पहुंचे तो अरूण का शव पड़ा था। पास में ही काफी खून बिखरा था और पिस्टल पड़ी थी। इससे कोठी थाने में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर एसपी समेत सभी पुलिस अधिकारी आनन फानन मौके पर पहुंच गए। 


कानपुर में रह रहे परिजनों को सूचना दी गई। फॉरेंसिक टीम भी पहुंची। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि अरूण अविवाहित था। गोली कनपटी में लगी है जो चीरते हुए दूसरी ओर निकल गई। सुसाइड नोट में माइग्रेन नामक बीमारी का उल्लेख किया गया है। जांच की जा रही है। इनके पिता दरोगा है तो भाई फतेहपुर जिले में दीवान है। कोठी थाने में खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले दरोगा अरुण कुमार यादव कानपुर नगर जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के 1621 लवकुशपुरम के निवासी थे। इनके पिता सुरेन्द्र सिंह यादव भी दरोगा हैं। एसपी ने बताया कि अरुण व उसके दोस्त प्रशिक्षु दरोगा विशेष कुमार कुरील ने बुधवार सुबह साथ में खाना खाया था। विशेष ने भी बताया कि मृतक माइग्रेन की समस्या से ग्रसित थे।

 

आजमगढ़ लंगड़ा अभियान के लिए याद किए जाएंगे एसपी अनुराग आर्य 32 माह के कार्यकाल में 117 अपराधी हुए घायल तो 109 की हुई गिरफ्तारी जनपदवासियों से इस बात की मांगी माफी


 आजमगढ़ लंगड़ा अभियान के लिए याद किए जाएंगे एसपी अनुराग आर्य



32 माह के कार्यकाल में 117 अपराधी हुए घायल तो 109 की हुई गिरफ्तारी


जनपदवासियों से इस बात की मांगी माफी



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बुधवार को पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य जिले के पुलिस कप्तान की कुर्सी छोड़ स्थानांतरण की प्रक्रिया के क्रम में अपने कार्यकाल से रुखसत होकर अपने अगले पड़ाव बरेली जनपद के लिए रवाना हो गए। उनके विदाई समारोह में शामिल नवागत डीआईजी वैभव कृष्ण और अन्य पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति के साथ ही जिले के प्रबुद्धजनों एवं मीडिया के लोगों में उनकी बेहतरीन कार्यशैली चर्चा का विषय बनी रही। हो भी क्यों नहीं जिले में अपने 32 महीने के कार्यकाल में जनपद वासियों के लिए जो उन्होंने कर दिखाया वो लोगों को जीवन पर्यन्त याद रहेगा।


 इस दौरान उन्होंने कानून की धज्जियां उड़ाने वाले अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को जिस तरह सबक सिखाया वो हर किसी को गाहे-बगाहे याद रहेगा। माफिया मुख्तार अंसारी, विधायक एवं पूर्व सांसद रमाकांत यादव, ध्रुव सिंह कुंटू, अखंड प्रताप सिंह सहित तमाम ऐसे नामचीन लोग हैं जिनके सपनों में भी अनुराग आर्य की तस्वीर उनकी नींद हराम कर देती होगी। रही बात उनके न्याय प्रणाली की तो उनकी अदालत में न्याय की फरियाद लगाने वाले भी आज उनके जाने की खबर पाकर उन्हें दिल से दुआ देते नजर आए।


बात हो रही है आईपीएस अधिकारी अनुराग आर्य की जो कानून व्यवस्था पर अपनी मजबूत पकड़ बनाने के लिए जाने जाते हैं। कभी बाइक पर सवार होकर आम नागरिक बन कानून व्यवस्था की जानकारी लेने तो कभी अपने आवास से पूरब की ओर रवानगी बताकर विपरीत दिशा के थानों का औचक निरीक्षण कर मातहतों की सक्रियता जांचने पहुंच जाना लोगों को हैरत में डाल देता था। एसपी की कार्यप्रणाली से उनके मातहत ही नहीं जनमानस भी हैरान रहा। जिले का पदभार ग्रहण करने के उपरांत उन्होंने अपराध जगत में अपनी हनक कायम रखने के लिए जो तरीका अपनाया वह लंबे अरसे तक लोगों को याद रहेगा।


 शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा व लोकसभा चुनाव संपन्न कराने की जो मिसाल उन्होंने कायम की वह भी जिले के लोगों के लिए यादगार बन गया। उनकी उपलब्धियों पर नजर डालें तो अपने कार्यकाल में पुलिसिया कार्यपद्धति को अपने सांचे में ढालने में सफल रहे पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने चापलूसी करने वाले जनप्रतिनिधियों या फिर समाजसेवी बने लोगों को कभी तवज्जो नहीं दी और न्याय की गुहार लगाने वालों के मामले को गंभीरता से निपटाकर अपनी अलग पहचान बनाई। उनका यही वाक्य कि हमें अवसर मिला है तो हम लोगों को न्याय दें। यह शब्द ही लोगों को भरपूर सुकून देता था। फरियादियों के लिए सदा-सर्वदा सुलभ अनुराग आर्य के पास वह नेतागण कभी आसपास भटक नहीं सके जो किसी दूषित मंशा से उनके पास पहुंच बनाने के लिए उनसे ऊंचे ओहदों का इस्तेमाल करने में महारत हासिल कर चुके थे। उनके इमानदारी के चर्चे किसकी जुबां पर नहीं है। कानून व्यवस्था में जब भी पुलिसकर्मियों की गलत संलिप्तता सामने आती थी, वह कार्रवाई से भी कभी पीछे मुड़कर नहीं देखे। पुलिसिया कार्यपद्धति को उन्होंने अपने रंग में रंग दिया। जनता गहरा प्रभाव छोड़ने के लिए उन्होंने जो खाका खींचा उसने जनमानस और पुलिस का नाता और मजबूत किया, जिससे लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास जगा।


 उनके कार्यकाल की मुख्य उपलब्धियों पर नजर डालें तो गैंगस्टर एक्ट के 75 मामलों में अवैध तरीके से अर्जित की गई लगभग 24 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई। इसमें माफिया मुख्तार अंसारी, ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू एवं अखंड प्रताप सिंह व उनके 54 सहयोगियों की लगभग साढ़े 11 करोड़ की संपत्ति शामिल रही। 32 माह में जिले में कुल 133 मुठभेड़ हुई जिसमें 226 अपराधी गिरफ्तार किए गए, इसमें 117 अपराधी घायल हुए। जिले के गुंडा प्रवृत्ति 2751 लोगों पर कार्रवाई हुई तो 553 अपराधी जिलाबदर किए गए। जिले के माहुल अवैध शराब कांड के बाद जिस तरीके से उन्होंने नकेल कसी वो कार्रवाई आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। फूलपुर क्षेत्र में कप सिरप फैक्ट्री के नाम पर संचालित नकली शराब की फैक्ट्री का खुलासा करते हुए दर्जनों शराब कारोबारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई जिसमें सपा विधायक व पूर्व सांसद रमाकांत यादव आज भी जेल में निरुद्ध हैं। अपने कार्यकाल के दौरान अपराध जगत में सक्रिय लोगों के 48 असलहों को निलंबित करते हुए 126 असलहों का लाइसेंस निरस्त करने वाले वो अकेले पुलिस कप्तान साबित हुए। नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के क्रम में दो हजार 88 किलोग्राम गांजा और बड़ी मात्रा में हेरोइन की बरामदगी उनकी बेहतर कार्यप्रणाली को साबित करती है।


--- इस जनपद में तैनाती होने के बाद आमजन और मातहतों के साथ लंबा कार्यकाल व्यतीत हुआ। स्थानांतरण एक सतत् प्रक्रिया है उसी के अनुसार यहां के लोगों, अपने मातहतों और मीडिया के लोगों से मिली प्यार की गठरी संभाल कर जो ले जा रहा हूं, उसको मैं आजीवन सहेजकर रखूंगा। हमेशा यही कोशिश रही कि सभी को न्याय मिले। इसमें यदि कोई त्रुटि रह गई हो तो मैं दिल से जिले के लोगों से क्षमा चाहता हूं- अनुराग आर्य (आइपीएस)