Monday 17 June 2024

आजमगढ़ मुबारकपुर कुर्बानी का अपशिष्ठ बहाने को लेकर हुई चाकूबाजी दोनों पक्षों से 3 लोग हुए घायल


 आजमगढ़ मुबारकपुर कुर्बानी का अपशिष्ठ बहाने को लेकर हुई चाकूबाजी


दोनों पक्षों से 3 लोग हुए घायल



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मुबारकपुर थाना क्षेत्र के पूरासोफी मोहल्ले में सोमवार की सुबह कुर्बानी का अपशिष्ट (खून) बहाने को लेकर दो पक्षों में चाकूबाजी हो गई। जिसमें दोनों पक्षों से तीन लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव किया और घायलों को नजदीकी सीएचसी ले जाया गया। जहां सभी की हालत गंभीर होते देख जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। 


पूरासोफी निवासी सऊद और फजले रवि, सोमवार की सुबह घर के सामने नाली की सफाई कर रहे थे। उसी दौरान रिश्ते के चाचा रिजवान के घर कुर्बानी के बाद पशु का का खून बहाया जा रहा था। इस दौरान सऊद और फजले ने विरोध करते हुए खून बहाने के लिए मना किया और गड्ढा में बहाने को कहा तो इसी बीच दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। बात इतनी बढ गई कि दोनों तरफ से ईंट व लाठी चलने लगी। तभी दोनों पक्षों के लोगों ने चाकू लेकर एक दूसरे को मारने की नीयत से दौड़ा लिया। 


इस दौरान एक पक्ष से फदल रवि, मो.सऊद तो दूसरे पक्ष से मो.कैफ घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस जांच-पड़ताल में जुट गई।

बरेली गलत नजरों से देखते हैं इंस्पेक्टर महिला सिपाही ने लगाए गंभीर आरोप, जांच के लिए पॉश कमेटी गठित


 बरेली गलत नजरों से देखते हैं इंस्पेक्टर


महिला सिपाही ने लगाए गंभीर आरोप, जांच के लिए पॉश कमेटी गठित



उत्तर प्रदेश बरेली में तैनात महिला सिपाही ने किला थाने के इंस्पेक्टर पर गलत निगाहों से देखने व उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। महिला सिपाही ने एसएसपी से शिकायत की है। एसएसपी ने मामले की जांच पॉश कमेटी को सौंपी है। महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर किला हरेंद्र सिंह पर गलत तरीके से देखने व उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए एसएसपी से शिकायत की। शिकायत के बाद एसएसपी ने महिला को थाने से हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया। इसके साथ ही जांच पॉश कमेटी को दे दी। बता दें इस तरह के मामलों की जांच के लिए एसएसपी ने पॉश कमेटी गठित की है। मिली जानकारी के अनुसार कमेटी की अध्यक्ष सीओ मीरगंज डॉ. दीपशिखा हैं। डॉ. दीपशिखा पर भी भ्रष्टाचार के मामले में जांच चल रही है।


 कमेटी शनिवार को किला थाने पहुंची और महिला सिपाही के साथ ही अन्य उसकी साथी महिला सिपाहियों के बयान दर्ज किए। इसके बाद कमेटी की बैठक भी की। इधर, किला थाने के इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह ने बताया कि महिला सिपाही की तैनाती शहर के एक कार्यालय में थी। वह पिछले करीब एक साल से ज्यादा समय से किला थाने से अटैच चल रही है। महिला सिपाही अपने मूल तैनाती स्थल पर वापस जाना चाहती है। लोकसभा चुनाव के दौरान बीती 13 से 17 मई 2024 को उन्होंने महिला सिपाही की बैंक ड्यूटी लगाई थी, लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं गई। इस पर उन्होंने जीडी में तस्करा डालकर महिला सिपाही की गैरहाजिरी दर्ज करा दी। अब इस मामले में महिला सिपाही का जवाब-तलब चल रहा है। इंस्पेक्टर ने बताया कि महिला सिपाही के पति भी दरोगा हैं। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि महिला सिपाही ने शिकायत की थी। पॉश कमेटी को जांच दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

जालौन हेड कांस्टेबल ने चाकू से गर्दन रेत कर की खुदकुशी पहले फंदा लगाने का किया था प्रयास


 जालौन हेड कांस्टेबल ने चाकू से गर्दन रेत कर की खुदकुशी



पहले फंदा लगाने का किया था प्रयास



उत्तर प्रदेश जालौन जिले के थाना कैलिया में तैनात हेड कांस्टेबल ने सरकारी आवास में चाकू से अपनी गर्दन रेत कर आत्महत्या कर ली। पुलिस अफसरों के मुताबिक परिजन घटना की वजह नहीं बता पा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है। मूल रूप से कन्नौज जिले के सरायमीणा निवासी वीरेंद्र सिंह (48) कानपुर के बारादेवी में परिवार के साथ रहते थे। वह 1995 बैच के सिपाही थे और कैलिया थाने में अप्रैल-2023 से तैनात थे।


 शनिवार की दोपहर ड्यूटी करने के बाद वीरेंद्र ने देर शाम कस्बे में निकाले गए मार्च में हिस्सा लिया। यहां से लौटने के बाद वह थाना परिसर में बने सरकारी आवास में चले गए। रविवार सुबह करीब आठ बजे आवास के पास ही निर्माणाधीन मकान में काम करने पहुंचे मजदूर ने सरकारी आवास में जमीन पर खून पड़ा देखकर थाने में सूचना दी। थानाध्यक्ष राजीव कुमार बैस मौके पर पहुंचे तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। चौकीदार की मदद से दरवाजा खुलवाया तो देखा वीरेंद्र सिंह खून से लथपथ पड़े थे। गर्दन पर गहरा जख्म था। सूचना पर एसपी डॉ. ईराज राजा, एएसपी असीम चौधरी और सीओ उमेश कुमार पांडे मौके पर पहुंचे।


 अफसरों ने देखा कि कमरे में पंखे के सहारे रस्सी लटक रही थी और रस्सी का एक हिस्सा वीरेंद्र सिंह की गर्दन में फंदे के रूप में लिपटा था, लेकिन रस्सी टूटी हुई थी। एसपी के मुताबिक वीरेंद्र सिंह ने पहले फंदा लगाने की कोशिश की होगी, लेकिन रस्सी बीच से टूट गई तो उसने घरेलू चाकू से गर्दन काट ली। सूचना पर पहुंचे मृतक के दो पुत्र अभिषेक, कृष्णपाल, पुत्री नेहा सिंह व पत्नी बवलेश सिंह बेहाल रहे। एसपी का कहना है कि घटना की बारीकी से जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल से साक्ष्य एकत्रित किए हैं। कानपुर की टीम को भी बुलाया गया है।