मुरादाबाद गश्त के दौरान दरोगा को आया हार्ट अटैक, हुई मौत
उत्तर प्रदेश मुरादाबाद बिलारी थाने में तैनात दरोगा मतीन अहमद (47) को खाबरी अव्वल गांव में दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने अस्पताल पहुंचाया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मेरठ जनपद के कस्बा फलावदा के मूल निवासी मतीन अहमद 1998 में यूपी पुलिस में सिपाही के तौर पर भर्ती हुए। वर्ष 2013 में विभागीय पदोन्नति प्रक्रिया के दौरान वह दरोगा बन गए। बीते कई वर्षों से उनकी तैनाती मुरादाबाद जनपद के अलग अलग थानों में रही।
एक मार्च 2024 को थाना नागफनी से उनका तबादला बिलारी हो गया था। मंगलवार सुबह दस बजे अपने हल्के के खाबरी अव्वल गांव में दो पक्षों में हुए विवाद की जांच करने पहुंचे थे। दरोगा के साथ विभागीय चालक संजय सिंह के अलावा सिपाही सचिन सैनी और नितिन कुमार भी गए थे। जैसे ही वह गाड़ी से उतरकर खाबरी अव्वल गांव में एक गली से गुजर रहे थे। तभी अचानक वह लड़खड़ा कर गिर गए और बेहोश हो गए। साथी सिपाहियों ने दरोगा को संभाला और तत्काल उपचार के लिए सीएचसी बिलारी लेकर आए। सीएचसी में चिकित्सक ने देखते ही दरोगा को मृत घोषित कर दिया।
दरोगा क हार्ट अटैक से मौत हो जाने की खबर पर थाना प्रभारी आरपी सिंह, निरीक्षक अपराध राजेश यादव समेत अनेक दरोगा और सिपाही सीएचसी पहुंच गए। दरोगा का परिवार मुरादाबाद रह रहा है। पुलिस की सूचना पर मृतक दरोगा की पत्नी और अन्य रिश्तेदार भी बिलारी के सरकारी अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने दरोगा के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दरोगा मतीन अहमद की पत्नी फौजिया उर्फ रुकैया, बेटी सिदरा (13) और नमरा (11), बेटा यासिर (9) वर्ष और शोएब (3) रो रोकर बेहाल हो गए। कुछ समय से दरोगा की पत्नी और बच्चे मुरादाबाद में किराये के मकान में रह रहे हैं। बिलारी पुलिस ने दरोगा की पत्नी को यह खबर दी थी कि मतीन अहमद की अचानक तबियत बिगड़ गई है और उनका बिलारी के अस्पताल में इलाज चल रहा है। पत्नी और बच्चे जब सीएचसी पहुंचे तब और असलियत का पता चला तब बेहाल हो गए।
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