आजमगढ़ फर्जी सिमकार्ड एक्टिवेट कर लाखों की ठगी करने वाला गिरफ्तार
कब्जे से 40 सिम और मोबाइल पुलिस ने किया बरामद
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले की साइबर थाना पुलिस ने उपभोक्ताओं के नाम से फर्जी सिम एक्टिवेट कर तथा एयरटेल पेमेंट बैंक बनाकर DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर) के माध्यम से लोगो के बैंक खाते से सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाली (किसान सम्मान निधि, पेंशन, गैस सब्सिडी, स्कालरशिप) राशि के लाखों रूपये निकालने वाले साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया है। उसके कब्जे से 40 एक्टिवेटेड सिम एवं मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मोलनापुर गांव निवासी सीताराम यादव द्वारा साइबर क्राइम थाना में प्रार्थना पत्र दिया गया कि किसी ने मेरे नाम से फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक का खाता खोल लिया है। उक्त जालसाज द्वारा बैंक में मेरे नाम से आने वाली किसान सम्मान निधि को मेरे नाम से खुले फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक में ट्रान्सफर कर निकाल लिया जा रहा है। ऐसे ही कई अन्य लोगो का भी किसान सम्मान निधि की राशि अन्य बैंको में ट्रान्सफर कर निकाल लिया जा रहा है। उसकी शिकायत को संज्ञान लेते हुए तकनीकी संसाधनो का प्रयोग कर साइबर क्राइम थाना टीम द्वारा अभिसूचना संकलन करके कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। विवेचना में परमानन्द भारती उर्फ राहुल कुमार निवासी ग्राम जलालपुर कोठवा थाना अहरौला का नाम प्रकाश में आया। साइबर थाना पुलिस ने आरोपित की लोकेशन के आधार पर रविवार को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन, 40 एक्टिवेटेड सिम कार्ड तथा 4400 रूपये बरामद किए गए। तत्पश्चात आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत विधिक कार्रवाई की गई है।
पूछताछ में पकड़े गए आरोपित परमानन्द भारती उर्फ राहुल कुमार ने बताया की मैं एयरटेल की तरफ से गावों में जाकर एयरटेल MNP केंद्र का कैंप लगता हूँ। वहां जो भी लोग सिम कार्ड लेने या पोर्ट कराने आते हैं तो मैं उनके नाम से दो सिम, एक बार ई-केवाईसी के माध्यम से तथा दूसरी बार आफ लाइन केवाईसी आधार कार्ड की फोटो खीचकर एक्टिवेट कर देता था। इसके बाद उसी समय ई-केवाईसी कर उनके नाम से फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक भी खोलकर उसमे DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर) आप्शन को फर्स्ट टाइम एक्टिवेट कर देता था और उससे लोगो के आधार कार्ड से जो भी गवर्नमेंट योजना के तहत (किसान सम्मान निधि, पेंशन, गैस सब्सिडी, स्कालरशिप) राशि बैंक खातो में ट्रान्सफर होती थी, वह मेरे द्वारा खोले हुए फर्जी एयरटेल पेमेंट बैंक में ट्रान्सफर हो जाती थी। जिसे मैं यूपीआई के माध्यम से निकाल लेता था। डीबीटी करने पर मुझे कंपनी की तरफ से ज्यदा कमीशन मिलता था। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि अब तक मैंने लगभग 50 से 60 लोगो के साथ ऐसी धोखधड़ी कर लगभग पांच लाख रूपये ट्रान्सफर कर निकाल चुका हूं। साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा उसके पास से बरामद सिम व बैंक खातों की जांच कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
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