लखनऊ श्रवण हत्याकांड में IPS मंजिल सैनी की मुश्किलें बढ़ीं
सीबीआई की सिफारिश पर विभागीय जांच शुरू
उत्तर प्रदेश लखनऊ की एसएसपी रहीं वर्ष 2005 बैच की आईपीएस मंजिल सैनी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। शासन ने एडीजी इंटेलीजेंस भगवान स्वरूप को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। यह जांच सीबीआई की सिफारिश पर हो रही है। वर्ष 2017 में लखनऊ में हुए श्रवण साहू हत्याकांड की जांच के दौरान सीबीआई ने मंजिल सैनी को लापरवाही के लिए प्रथमदृष्ट्या दोषी पाया था । मंजिल सैनी वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) के मुख्यालय में नई दिल्ली में डीआईजी पद पर तैनात हैं। श्रवण साहू की हत्या के समय वह लखनऊ में एसएसपी के पद पर कार्यरत थीं।
लखनऊ के सआदतगंज थाना क्षेत्र स्थित दाल मंडी में रहने वाले श्रवण साहू लगातार अपनी हत्या की आशंका जता रहे थे। उन्होंने लखनऊ के तत्कालीन पुलिस अफसरों से सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया और अंतत: एक फरवरी 2017 को उनकी हत्या कर दी गई। वह अपने बेटे के हत्याभियुक्तों को सजा दिलाने के लिए कोर्ट में पैरवी कर रहे थे। इस कारण अभियुक्तों द्वारा उन्हें भी जान से मार देने की धमकी दी जा रही थी ।
एडीजी इंटेलीजेंस भगवान स्वरूप ने इस मामले की जांच शुरू करते हुए हुसैनगंज थाना क्षेत्र स्थित दिलकुशा प्लाजा निवासी संजय त्रिपाठी को रविवार को बयान दर्ज कराने के लिए अपने कार्यालय में बुलाया था। इसमें कहा गया है कि सीबीआई की संस्तुति के आधार पर शासन ने उन्हें जांच अधिकारी और अयोध्या के एसपी इंटेलीजेंस संजीव त्यागी को प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नामित किया है।
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