आजमगढ़ अधिवक्ताओं की चेतावनी नहीं माने तो तेज होगा आंदोलन
ग्रामीण न्यायालय के विरोध में फिर अधिवक्ताओं का सड़क पर प्रदर्शन जारी
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद में ग्रामीण न्यायालय की स्थापना के प्रस्ताव को लेकर अधिवक्ताओं का आक्रोश कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दीवानी बार अभिभाषक संघ के आवाहन पर बनी संघर्ष समिति के द्वारा लगातार आंदोलन जारी है।
इसी क्रम में बुधवार को फिर अधिवक्ता गण लामबंद होकर कोर्ट परिसर के पूर्वी गेट के बाहर गिरजाघर चौराहे के समीप सड़क पर नारेबाजी करते हुए उतर आए। इस दौरान करीब 2 घंटे तक अधिवक्ताओं का हुजूम लगातार विरोध प्रदर्शन करता रहा और चेतावनी दी कि उनकी मांगे अगर नहीं मानी जाती हैं तो आंदोलन और तीव्र किया जाएगा।
अधिवक्ताओं का कहना है कि ग्रामीण न्यायालय का जो प्रस्ताव है वह वादकारियों के हित में नहीं है और ना ही अधिवक्ताओं के। ग्रामीण न्यायालय कहने में तो न्यायालय है लेकिन वहां पर ऐसी कोई सुविधा नहीं है जिससे वहां पर न्याय का कार्य हो सकेगा। कोई बुनियादी ढांचा बनाया ही नहीं गया और ग्रामीण न्यायालय का प्रस्ताव दे दिया गया। ना वहां पर न्यायिक अधिकारी के बैठने की व्यवस्था है ना वरिष्ठ अधिवक्ताओं के लिए कोई व्यवस्था। फर्नीचर की व्यवस्था नहीं है। आना-जाना भी दूभर है। वादकारियों के लिए भी काफी दिक्कत है। तमाम समस्याएं हैं लेकिन इसके बाद भी इन सब पर ध्यान न देकर ग्रामीण न्यायालय का प्रस्ताव लाया जा रहा है।
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