Monday, 5 December 2022

आजमगढ़ हिंदी उर्दू साहित्य परिषद द्वारा वीर रस के प्रसिद्ध कवि शिव प्रसाद शर्मा अंबु जी के सारस्वत किया गया सम्मान।


 आजमगढ़ हिंदी उर्दू साहित्य परिषद द्वारा वीर रस के प्रसिद्ध कवि शिव प्रसाद शर्मा अंबु जी के सारस्वत किया गया सम्मान।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ हिंदी उर्दू साहित्य परिषद द्वारा वीर रस के प्रसिद्ध कवि शिव प्रसाद शर्मा अंबु जी के आवास कुरमी टोला जाकर सारस्वत सम्मान किया इस अवसर पर परिषद के अध्यक्ष शायर ताज आजमी ,संरक्षक साहित्यकार पत्रकार संजय कुमार पांडे ,महामंत्री कवि राजकुमार आशीर्वाद ने वीर रस के कवि अंबु जी को प्रशस्ति पत्र देकर एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया।


शायर ताज आजमी ने अंबू जी के सम्मान में रचना पढ़ी। आपको देखकर आंख नम हो गई। दर्द ज्यादा तो थी अब कम हो गई।


 कवि राजकुमार आशीर्वाद ने अपनी रचना पढी आकर देखो मेरे आशियाने में मां-बाप की पाकीजा मोहब्बत मेरे पास है।


 इसके उपरांत नामी चिरैयाकोटी ने अपनी रचना यहां धर्म की गंगा यहां मजहब का जमजम है। जो सच पूछो तो यहां दो तहजीब का एक संगम है सुनाया। 


अपने सम्मान से अभिभूत वीर रस के प्रसिद्ध कवि अंबु जी ने परिषद के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए देश प्रेम से ओतप्रोत मुक्तक सुनाया। इस देश की मिट्टी से जिसे प्यार नहीं है। देश में उसे रहने का अधिकार नहीं है।


 परिषद के संरक्षक साहित्यकार पत्रकार संजय कुमार पांडे ने वीर रस के कवि अंबु जी के सम्मान में अपने शेरो शायरी के माध्यम से माहौल को खुशनुमा बनाया और उन्होंने अपने वीर रस की कविता के माध्यम से देश प्रेम की भावना को जागृत करने का काम किया है।


 अंत में अंबू जी के सुपुत्र समाजसेवी आलोक शर्मा ने परिषद के पदाधिकारियों के प्रति आभार प्रकट किया।



ब्यूरो रिपोर्ट आजमगढ़ संजय पांडेय

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