Thursday 22 September 2022

आजमगढ़ जिला जेल में 10 बंदी मिले एचआईवी संक्रमित, मचा हड़कंप सभी बंदियों का टेस्ट करा रहा जेल प्रशासन


 आजमगढ़ जिला जेल में 10 बंदी मिले एचआईवी संक्रमित, मचा हड़कंप


सभी बंदियों का टेस्ट करा रहा जेल प्रशासन


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ न्यायालय के आदेश पर जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों की पिछले कई दिनों से कराई जा रही एचआईवी जांच में दस बंदियों के संक्रमित पाए जाने से हड़कंप मचा हुआ है। संक्रमित बंदियों की रिपोर्ट मिलने के बाद अन्य बंदियों की भी जांच कराई जा रही है।


स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रिपोर्ट जेल प्रशासन और शासन को भेज दी है। जेल में बंदियों के एचआईवी पाजिटिव मिलने से प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। जेल प्रशासन इन बंदियों की केस हिस्ट्री पता करने में लगा है।


आजमगढ़ जिले के इटौरा में बनी नई हाईटेक जेल में न्यायालय के आदेश पर बंदियों की पिछले चार दिनों से एचआईवी जांच की जा रही है। जिससे यह पता लगाया जा सके कि कितने बंदी एचआईवी संक्रमित हैं। बताते हैं कि वर्तमान समय में कारागार में कुल 2500 पुरुष व महिला बंदी शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार जेल में चल रही एचआईवी जांच की प्रक्रिया में बंदी भाग नहीं लेना चाह रहे हैं। अभी तक आधे बंदियों की जांच हो चुकी है। जिसमें कुल 10 एचआईवी संक्रमित बंदी मिले हैं। अभी तक किसी महिला बंदी में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अब तक 1322 बंदियों की जांच हो चुकी है। जिसमें दस बंदी संक्रमित पाए गए हैं।


इनमें पांच बंदियों को एचआईवी होने की पुष्टि हो चुकी है। जबकि अन्य पांच बंदियों का सैम्पल कन्फर्मेशन टेस्ट के लिए दूसरी बार जांच हेतु लैब भेजा गया है। जेल प्रशासन इनकी रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। इस बात की पुष्टि होने के बाद बंदियों में कानाफूसी का दौर जारी है। इस बात की चर्चा जोरों पर है कि आखिर पाज़िटिव मिले बंदियों में एचआईवी संक्रमण फैला कैसे? इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी डा० आईएन तिवारी ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर बंदियों की एचआईवी जांच की जा रही है। उन्होंने 10 बंदियों के एचआईवी रिपोर्ट पाजिटिव मिलने की बात स्वीकार किया है। उन्होने बताया कि इन बंदियों को सामान्य बंदियों की ही तरह रखा गया है। सभी को वायरल के हिसाब से दवाएं दी जा रही हैं। यदि किसी बंदी को कोई और समस्या हुई तो उसके हिसाब से ईलाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एचआईवी संक्रमण दो प्रकार से फ़ैल सकता है जिसमें संक्रमित खून शरीर में चढ़ाने या फिर असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करने से लोग इस संक्रमण की जद में आ जाते हैं।


 इस संबंध में गुरुवार को जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज व एसपी अनुराग आर्य भी जिला कारागार पहुंचकर जेल प्रशासन से बंदियों की जांच से संबंधित जानकारी ली।

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