आजमगढ़ सरायमीर इमाम हुसैन की याद में निकाला गया दूसरी मोहर्रम का कदीम जुलूस
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर नगर पंचायत क्षेत्र के सिरादी के पूरा स्थित अज़ाखाना ज़हरा से इमाम हुसैन की याद में दूसरी मोहर्रम का कदीम जुलूस रविवार को निकाला गया।
मजलिस में बाहर से आये मौलानाओं ने तकरीर पेश किया वहीं विभिन्न अन्जुमनों ने नौहा मातम पेश कर कर्बला का पूरा विवरण पेश किया तो लोगों की आंखो से आंसू छलक पड़े
सिरादी पूरा स्थित अज़ाखाना जहरा से परंपरागत तरीके से दूसरी मोहर्रम का जुलूस निकाला गया और चौक स्थित अज़ाखाना अबु तालिब पहूँच कर संपन्न हुआ।
पहली मजलिस को संबोधित करते हुए अकबरपुर से आए मौलाना शारिब अब्बास ने कहा कि इस्लाम का मतलब सलामती है इस्लाम धर्म मे ज़ुल्म ज़्यादती कत्ल व आतंक की कोई गुन्जाईश नही है। धर्म व जाति बिरादरी के नाम पर किसी को दुख देना बहुत बड़ा जुर्म है।जिहाद के नाम पर जो आतंकी घटनाएं हो रही है वह इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश है।
सैय्यद जीशान अली निज़ामाबाद ने इमाम हुसैन की शहादत व उनके छोटे छोटे बच्चों पर होने वाला ज़ुल्म पर विस्तार से चर्चा की।
जुलूस मे अन्जुमन सज्जादिया कोपागंज अन्जुमन मोहिब्बाने हुसैन समन्दपुर अन्जुमन मासूमिया मुबारकपुर अन्जुमन गुलशने इस्लाम मित्तुपुर ने नौहा व मातम किया।
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