Sunday 31 July 2022

लेखपाल भर्ती परीक्षा: एसटीएफ ने वाराणसी और बरेली में पकड़े सॉल्वर, पूरे उत्तर प्रदेश से 21 को उठाया


 लेखपाल भर्ती परीक्षा: एसटीएफ ने वाराणसी और बरेली में पकड़े सॉल्वर, पूरे उत्तर प्रदेश से 21 को उठाया



वाराणसी यूपी में हो रही लेखपाल भर्ती परीक्षा में एसटीएफ ने प्रदेश के कई जिलों में कार्रवाई की है। रविवार को सुबह 10 बजे से 12 बजे तक आयोजित लेखपाल भर्ती परीक्षा में सॉल्वर और नकल के आरोपी अभ्यर्थियों समेत 21 लोग विभिन्न जिलों से गिरफ्तार।



 एसटीएफ की अलग अलग इकाइयों ने की कार्रवाई। अभी तक पेपर लीक के सुबूत नहीं मिले हैं। चार वाराणसी और एक बरेली से साल्वर पकड़े गए हैं। पकड़े गए सॉल्वरों के पास से फर्जी आधार और फोटो बरामद किया है।



वाराणसी जिले में रविवार को हो रही लेखपाल भर्ती परीक्षा में एसटीएफ वाराणसी यूनिट ने चार सॉल्वर को गिरफ्तार कर लिया है। चारों से पूछताछ की जा रही है। ये सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगाकर नकल कर रहे थे। आर्य महिला कॉलेज, उदय प्रताप कॉलेज समेत कुल तीन परीक्षा केन्द्रों से एसटीएफ ने पकड़ा है। गैंग के मास्टर माइंड की तलाश में एसटीएफ की टीम दबिश दे रही है। 


एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यालय से सूचना के आधार पर छापेमारी कर कार्रवाई में चार पकड़े गए हैं। पूछताछ की जा रही है। वहीं, बरेली में लेखपाल भर्ती परीक्षा में सिविल लाइंस के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में एसटीएफ ने मुन्ना भाई को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह ने बताया कि जीजीआईसी में नालंदा बिहार का रहने वाला राजीव कुमार पासवान, अभ्यर्थी रामपुर के रिंकू के स्थान पर परीक्षा दे रहा था । एसटीएफ की टीम में कोतवाली पुलिस के साथ अभियान चलाकर सभी अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र चेक किए। जीजीआईसी के कमरा नंबर 4 में एक अभ्यर्थी का प्रवेश पत्र फोटो के प्रवेश पत्र से मिलान नहीं हुआ। कड़ी पूछताछ में फर्जी अभ्यर्थी ने बताया कि वह रामपुर के रहने वाले अभ्यार्थी के स्थान पर परीक्षा देने के लिए बिहार नालंदा से आया था। पकड़ा गया राजीव कुमार बिहार के नालंदा जिले में वार्ड नंबर सात में रहता है। 


मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ इंस्पेक्टर की ओर से कोतवाली में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी कोतवाली पुलिस की हिरासत में है।

आजमगढ़ सरायमीर इमाम हुसैन की याद में निकाला गया दूसरी मोहर्रम का कदीम जुलूस


 आजमगढ़ सरायमीर इमाम हुसैन की याद में निकाला गया दूसरी मोहर्रम का कदीम जुलूस


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर नगर पंचायत क्षेत्र के सिरादी के पूरा स्थित अज़ाखाना ज़हरा से इमाम हुसैन की याद में दूसरी मोहर्रम का कदीम जुलूस रविवार को निकाला गया।



मजलिस में बाहर से आये मौलानाओं ने तकरीर पेश किया वहीं विभिन्न अन्जुमनों ने नौहा मातम पेश कर कर्बला का पूरा विवरण पेश किया तो लोगों की आंखो से आंसू छलक पड़े

सिरादी पूरा स्थित अज़ाखाना जहरा से परंपरागत तरीके से दूसरी मोहर्रम का जुलूस निकाला गया और चौक स्थित अज़ाखाना अबु तालिब पहूँच कर संपन्न हुआ।



पहली मजलिस को संबोधित करते हुए अकबरपुर से आए मौलाना शारिब अब्बास ने कहा कि इस्लाम का मतलब सलामती है इस्लाम धर्म मे ज़ुल्म ज़्यादती कत्ल व आतंक की कोई गुन्जाईश नही है। धर्म व जाति बिरादरी के नाम पर किसी को दुख देना बहुत बड़ा जुर्म है।जिहाद के नाम पर जो आतंकी घटनाएं हो रही है वह इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश है।



सैय्यद जीशान अली निज़ामाबाद ने इमाम हुसैन की शहादत व उनके छोटे छोटे बच्चों पर होने वाला ज़ुल्म पर विस्तार से चर्चा की।


जुलूस मे अन्जुमन सज्जादिया कोपागंज अन्जुमन मोहिब्बाने हुसैन समन्दपुर अन्जुमन मासूमिया मुबारकपुर अन्जुमन गुलशने इस्लाम मित्तुपुर ने नौहा व मातम किया।

मेरठ पुलिस चौकी में सिपाहियों के बीच जमकर मारपीट व चाकूबाजी, वीडियो वायरल


 मेरठ पुलिस चौकी में सिपाहियों के बीच जमकर मारपीट व चाकूबाजी, वीडियो वायरल



उत्तर प्रदेश मेरठ जिले में पुलिस वर्दी की मर्यादा को तार-तार कर रही है? लोगों को सभ्यता और नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाली पुलिस खुद ही अनुशासनहीनता करती नजर आती है शनिवार देर रात मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस की ऐसी ही अनुशासनहीनता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।


दरअसल, कंकरखेड़ा की योगीपुरम चौकी में पुलिसकर्मियों के बीच अपराधियों की तरह खूनी संघर्ष हुआ इस दौरान जमकर मारपीट और चाकूबाजी हुई वही इसका एक वीडियो वायरल होते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया और मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। वहीं बताया गया कि संघर्ष के दौरान एक सिपाही घायल हुआ है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।



मिली जानकारी के अनुसार, कंकरखेड़ा की योगीपुरम चौकी में पुलिस कर्मियों के बीच खूनी संघर्ष हुआ यहां मौजूद सिपाहियों के बीच न सिर्फ जमकर मारपीट हुई बल्कि चाकूबाजी भी हुई  इसमें एक सिपाही भी घायल हो गया गंभीर अवस्था में सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं इस मामले की वीडियो जैसे ही रविवार को वायरल हुई तो पुलिस अफसरों में खलबली मच गई वहीं कंकरखेड़ा थाना प्रभारी सुबोध सक्सेना से इस पूरे मामले की रिपोर्ट अधिकारियों द्वारा मांगी गई है।

नोएडा भाजपा विधायक गड्ढे में गिरे, टूटी कई हड्डियां अस्पताल में कराये गये भर्ती, किया गया आपरेशन


 नोएडा भाजपा विधायक गड्ढे में गिरे, टूटी कई हड्डियां


अस्पताल में कराये गये भर्ती, किया गया आपरेशन


नोएडा उत्तर प्रदेश की जेवर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक धीरेंद्र सिंह साइकिल चलाने के दौरान सड़क पर गड्ढा आने से नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार 55 वर्षीय धीरेंद्र सिंह शनिवार को शाम साढ़े सात बजे अपने निर्वाचन क्षेत्र के ही किशोरपुर गांव के पास अपनी साइकिल चला रहे थे। विधायक के सहयोगी देवेंद्र सिंह ने कहा कि विधायक नियमित साइकिल चलाते हैं। शनिवार शाम को भी वह साइकिल चलाने के लिए गए थे। बूंदाबांदी हो रही थी तभी अचानक सड़क पर पानी से भरा एक गड्ढा उनके सामने आ गया। इसके चलते उनकी साइकिल गड्ढे में गिर गई और उनकी कोहनी बुरी तरह चोटिल हो गई। 



देवेंद्र सिंह ने कहा कि विधायक को जल्द ही ग्रेटर नोएडा के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों को पता चला कि उनके बाएं हाथ की हड्डी कई जगहों से टूट गई है। उन्होंने कहा कि विधायक अस्पताल में भर्ती हैं और उनका ऑपरेशन किया जा रहा है। वह रविवार को अस्पताल में रहेंगे। गौरतलब है कि फिटनेस के प्रति उत्साही धीरेंद्र सिंह जेवर से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। उन्हें जेवर में आगामी ग्रीनफील्ड नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए ग्रामीणों के साथ भूमि अधिग्रहण पर बातचीत करने में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।

आजमगढ़ अतरौलिया ड्राइवर को बंधक बनाकर खोल ले गये ट्रक के 7 पहिए 28 जुलाई को खरीदी गई थी 22 चक्का ट्रक, सोमवार को होना था पूजन


 आजमगढ़ अतरौलिया ड्राइवर को बंधक बनाकर खोल ले गये ट्रक के 7 पहिए


28 जुलाई को खरीदी गई थी 22 चक्का ट्रक, सोमवार को होना था पूजन




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ अतरौलिया थाना क्षेत्र के भोराजपुर गांव के समीप एनएच 233 पर खड़ी एक नई ट्रक के 7 पहिए व दो बैट्री चोर खोल ले गये। चोरों ने ट्रक के ड्राइवर को बंधक बनाकर घटना को अंजाम दिया।



जानकारी के अनुसार भोराजपुर गांव निवासी रणविजय यादव पुत्र धर्मराज यादव ने जयपुर राजस्थान से 28 जुलाई को 22 चक्के की ढाला ट्रक खरीदी थी, रविवार की शाम ट्रक की धुलाई करवा कर अपने गांव के ही नजदीक नेशनल हाईवे 233 पर खड़ी कर दिया था जिसकी सोमवार को पूजन होनी थी। रणविजय यादव का भाई दुर्ग विजय यादव रात में ट्रक के अंदर सुया हुआ था। इस दौरान चोर उसकी गाड़ी का 7 पहिया और बैटरी खोल लिये जब चोरों ने  आठवां पहिया खोलने जा रहे थे तो खटपट की आवाज सुनकर दुर्ग विजय की नींद खुल गई। दुर्गविजय द्वारा चोरो का विरोध किया गया तो चोरों ने उसे पकड़ लिया और ट्रक के पास ही बंधक बना लिया। वहां से लगभग 100 मीटर की दूरी पर खड़ी एक अन्य ट्रक पर ट्रक का पहिया व बैटरी लादकर सभी चोर सवार हो गए और अम्बेडकर नगर की तरफ फरार हो गए। 


ट्रक मालिक रणविजय यादव द्वारा पुलिस को सूचना दी गई।

थानाध्यक्ष रुद्रभान पांडे रात में ही मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किये तत्पश्चात लोहरा स्थित टोल प्लाजा पर खड़ी ट्रकों की तलाशी भी ली गई। ट्रक मालिक रणविजय यादव ने बताया कि मेरे ट्रक से लगभग 3 लाख 50 हज़ार का सामान चोरी हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नेशनल हाईवे पर लगे अधिकतर सीसीटीवी कैमरे खराब है जिसकी वजह से किसी भी घटना का पर्दाफाश नहीं हो पाता।

आजमगढ़ बस-बाइक भिड़न्त में 2 की मौत , 1 गंभीर


 आजमगढ़ बस-बाइक भिड़न्त में 2 की मौत , 1 गंभीर




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बस की चपेट में आने से दो बाइक सवार युवकों की जहां मौके पर ही मौत हो गयी, वहीं एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।


जानकारी के अनुसार अनुज 20 वर्ष पुत्र विनोद सोनकर, बिष्णु 20 पुत्र प्रेम सोनकर व राजू 21 वर्ष पुत्र प्रेम सोनकर निवासी पहाड़पुर शहर कोतवाली आज  सुबह एक ही बाइक से कहीं निकले थे। उकरौड़ा के पास बस की चपेट में आने से अनुज और बिष्णु की मौके पर ही मौत हो गयी। राजू को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि दोनों सब्जी और फल विक्रेता हैं।

Saturday 30 July 2022

आजमगढ़ रौनापार पुल के पास मिली नवजात शिशु बेऔलाद परिजन गोद लेने के हुए राजी


 आजमगढ़ रौनापार पुल के पास मिली नवजात शिशु


बेऔलाद परिजन गोद लेने के हुए राजी



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ रौनापार थाना क्षेत्र के करखिया पुल के पास एक नवजात शिशु मिलने से क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। 


सूचना पर पहुंची पुलिस ने नवजात को इलाज के स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया।

जानकारी के अनुसार रौनापार थाना क्षेत्र के करखिया रौनापार निवासी सरिता ने बताया कि उसके बच्चे सुबह टहलने जाते हैं। जब वह टहलते हुए करखिया पुल के पास पहुचे तब उन्हें शिशु के रोने की आवाज सुनाई दी। उक्त युवकों द्वारा घर आकर इस बात की जानकारी दी गयी। धीरे-धीरे यह बात गांव में जंगल की आग की तरह फैल गयी। ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 और पुलिस को दी गई। पुलिस ने नवजात को कब्जे में लेकर स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। 



इस दौरान करखिया गांव में रिश्तेदारी में आये युवक ने यह कहते हुए उस बच्ची को लेने के लिए तैयार हो गया कि उसकी बहन पूजा पत्नी सुनील जो मुबारकपुर में रहती है उसके पास कोई औलाद नहीं है। इलाज के बाद वह बच्ची को अपनी बहन को सौंप देगा जो इसका पालन पोषण करेगी।

आजमगढ़ रौनापार शादी का झांसा देकर किया रेप, वीडियो किया वायरल आनाकानी के बाद पुलिस ने दर्ज की एफआईआर


 आजमगढ़ रौनापार शादी का झांसा देकर किया रेप, वीडियो किया वायरल


आनाकानी के बाद पुलिस ने दर्ज की एफआईआर




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ रौनापार थाना क्षेत्र के एक गांव की दलित महिला ने थाने में तहरीर देकर गांव के ही युवक पर आरोप लगाया कि उक्त युवक द्वारा उसकी बेटी को शादी का झांसा देकर विगत 22 जुलाई को उसके साथ बलात्कार किया और उसका वीडियो बना लिया। महिला ने आरोप लगाया कि उक्त युवक द्वारा उस वीडियो को भी वायरल कर दिया गया। तब से वह युवक फरार चल रहा है। 


पुलिस द्वारा मामले में पहले तो लीपापोती की गयी, लेकिन जब वीडियो वायरल होने की बात संज्ञान में आई तब जाकर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। पुलिस युवक की तलाश में लग गई है।

आजमगढ़ निजामाबाद नौकर के साथ फरार हुई विवाहिता मासूम बेटे पर भी नहीं आई दया, रूपये व गहने भी गायब थाने पर नहीं मिला न्याय तो भाजपा कार्यालय पहुंचा पति


 आजमगढ़ निजामाबाद नौकर के साथ फरार हुई विवाहिता


मासूम बेटे पर भी नहीं आई दया, रूपये व गहने भी गायब

थाने पर नहीं मिला न्याय तो भाजपा कार्यालय पहुंचा पति




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कहते हैं कि इश्क अंधा होता है लेकिन इस घटना से यह भी जाहिर हो गया कि गूंगा और बहरा भी होता है। विवाहिता ने तो अपने पति का साथ तो छोड़ा ही उसे अपने मासूम बेटे पर भी दया नहीं आई। इश्क इस कदर परवान चढ़ा कि नौकर का हाथ थामा और गहने और रूपयों के साथ घर छोड़कर गायब हो गयी। मामला निजामाबाद थाना क्षेत्र का है।




बता दें कि नेपाल राष्ट्र के पर्वत बागलाम निवासी सागर पुत्र हरी की निजामाबाद कस्बा में टाइगर चाइनीज रेस्टारेंट की दुकान है। वह रानी की सराय और निजामाबाद में भी रेस्टोरेंट  चलाता है। रेस्टोरेंट पर साफ-सफाई के लिए उसने अरमान पुत्र इरफान ग्राम सीधा सुल्तानपुर थाना सरायमीर को रखा था। सागर की पत्नी पूजा, अरमान को दिल दे बैठी। गुरूवार की रात नौकर अरमान और रेस्टोरेंट की संचालक की पत्नी पूजा एक लाख रूपये कैश और 5 थान सोने का जेवर लेकर फरार हो गये। 



जानकारी होने पर जब सागर ने पत्नी को फोन लगाया तो उसका फोन बंद मिला। काफी खोजबीन करने के बाद उसने निजामाबाद थाने में नामजद तहरीर दी। पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर अपनी इतिश्री कर ली। जब सागर को पुलिस से न्याय नहीं मिला तो शुक्रवार को वह भाजपा कार्यालय में जाकर मदद की गुहार लगाई।

आजमगढ़ सीएम योगी तीन अगस्त को आएंगे जनपद में मंदुरी एयरपोर्ट सहित कई परियोजनाओं के लोकार्पण के साथ नई परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास


 आजमगढ़ सीएम योगी तीन अगस्त को आएंगे जनपद में


मंदुरी एयरपोर्ट सहित कई परियोजनाओं के लोकार्पण के साथ नई परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास



आजमगढ़ लोकसभा सदर सीट के लिए हुए उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ के जीत हासिल करने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन अगस्त 2022 को जिले में आएंगे। 


सीएम कार्यालय से संभावित कार्यक्रम की सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अमला तैयारी में जुट गया है। संभावना जताई जा रही कि मुख्यमंत्री मंदुरी एयरपोर्ट सहित पूरी हो चुकी कई परियोजनाओं का लोकार्पण और कई नई परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे। भाजपा के पदाधिकारी भी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं।



एडीएम प्रशासन अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि मुख्यमंत्री के संभावित कार्यक्रम की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि राजकीय मेडिकल कालेज चक्रपानपुर के हेलीपैड स्थल और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। वर्षा का मौसम होने के कारण संभावना है कि राजकीय मेडिकल कालेज के आडिटोरियम हाल में विकास कार्यों व कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। यहीं पर कई विभागों के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी देंगे, जिसमें पीएम स्वनिधि योजना, पीएम आवास योजना, घरौनी, स्वयं सहायता समूह आदि की महिलाएं व लाभार्थी शामिल हैं। 



भाजपा जिलाध्यक्ष आजमगढ़ ध्रुव सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के संभावित आगमन को लेकर संगठन की ओर से भी तैयारी की जा रही है।

आजमगढ़ आज यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के सौजन्य से अलंकित लिमिटेड कंपनी के 20 ग्राहक सेवा केन्द्र का उद्घाटन एक साथ किया गया।


 आजमगढ़ आज यूनियन बैंक ऑफ इंडिया  के सौजन्य से अलंकित लिमिटेड कंपनी के 20 ग्राहक सेवा केन्द्र का उद्घाटन एक साथ किया गया।



आजमगढ़ से राहुल पांडेय की रिपोर्ट।




आजमगढ़ बिंद्राबाज़ार आज स्थानीय शाखा और स्थानीय क्षेत्रीय कार्यालय की मदद से वाराणसी क्षेत्र के अंतर्गत यूपी, आजमगढ़ में 20 सीएसपी केंद्रों का उद्घाटन किया गया है। 


 केंद्रों का उद्घाटन आरएम, वी बी सहाय और एलडीएम मिथलेश कुमार के द्वारा किया गया, जहां अलंकित लिमिटेड के तरफ से स्टेट हेड अनुराग सिंह और स्टेट मैनेजर प्रिंस सिंह  उपस्थित रहे। जहां  छेत्रीय मैनेजर और अग्रणी जिला प्रबंधक उद्घाटन समारोह में मौजूद सीएसपी को वित्तीय संस्थाओं के प्रमुख कार्यों और कर्तव्यों के बारे में प्रेरित किया। 


 उन्होंने आगे कहा कि ये केंद्र ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को आसानी से बैंकिंग सेवाओं तक पहुंचाने में बैंकिंग सेवाओं को लाने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे।



हमें यह उल्लेख करते हुए गर्व हो रहा है कि अलंकित ने यूनियन बैंक द्वारा आवंटित 49 स्थानों पर सभी गांवों को सफलतापूर्वक कवर किया है और ग्रामीण और दूरस्थ आबादी को वास्तविक समय, उपयोगकर्ता के अनुकूल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने का आश्वासन दिया है।



यह आयोजन संचार के लिए प्रौद्योगिकी के विवेकपूर्ण उपयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण था।  हमारे कॉर्पोरेट कार्यालय में हमारे डीजीएम अरविंद  हमारे उद्घाटन समारोह में हमारे साथ वस्तुतः जुड़े और सीएसपी को हमारे देश के वंचित वर्ग को सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रेरित किया।



अलंकित से हमारे एमडी, अंकित अग्रवाल   और  वाइस प्रेसीडेंट राहुल और एसिस्टेंस जनरल मैनेजर राजीव शुक्ला  ने भी हमारे साथ जुड़े सीएसपी को वस्तुतः प्रेरित किया कि कैसे हमें वित्तीय समावेशन पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए और सभी वित्तीय समावेशन को एम्बेड करने के लिए पूरी तरह से सेवा प्रदान रहेगा।

चित्रकूट एसपी, एसटीएफ के दरोगा व थाना प्रभारी सहित 13 पर हत्या का मुकदमा दर्ज

चित्रकूट एसपी, एसटीएफ के दरोगा व थाना प्रभारी सहित 13 पर हत्या का मुकदमा दर्ज




चित्रकूट जिले में लगभग सवा साल पहले हुई मुठभेड़ में न्यायालय के आदेश पर बहिलपुरवा थाने में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक समेत एसटीएफ और पुलिसकर्मियों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज हुआ है। तीन चार अज्ञात के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है। शुक्रवार को अधिवक्ता राजेंद्र यादव ने बताया कि बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के पड़वनिया गांव की निवासी नथुनिया पत्नी स्व. भालचन्द्र ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था।



नथुनिया के अनुसार तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल, एसटीएफ के उप निरीक्षक अमित कुमार, संतोष कुमार सिंह, एचसी उमाशंकर, आरक्षी भूपेंद्र सिंह, शिवानंद शुक्ला, चित्रकूट जिले की स्वाट प्रभारी श्रवण कुमार सिंह, उप निरीक्षक अनिल कुमार साहू, एचसी रईश खान, आरक्षी धर्मेंद्र कुमार वर्मा, राहुल यादव, बहिलपुरवा थाने के उप निरीक्षक दीनदयाल सिंह, उनके हमराही रामकेश कुशवाहा, समेत तीन चार अज्ञात लोगों ने 31 मार्च 2021 को उसके पति भालचंद्र को सतना से लौटते समय मोटरसाइकिल से गिरा दिया और गाड़ी से ले गए। आरोप लगाया कि उसी दिन शाम सात बजे मुठभेड़ में उसकी मौत होना दर्शा दिया गया। मृतक की पत्नी का आरोप था कि पति भालचंद्र के शव को देखने से स्पष्ट नजर आ रहा था कि मारपीट कर उसकी हत्या की गई है। इस मामले में न्यायालय ने प्रार्थना पत्र स्वीकार कर लिया था। 


अधिवक्ता ने बताया कि स्पेशल जज (डकैती कोर्ट) विनीत नारायण पांडेय ने प्रार्थना पत्र के आधार पर रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इसी क्रम में बहिलपुरवा थाने में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक समेत दर्जनभर पुलिस कर्मियों के विरुद्ध धारा 147, 148, 149, 323, 324, 341, 364, 396 और 302 के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है।

 

आजमगढ़ सरायमीर थाना प्रांगण में मोहर्रम त्योहार के मद्नज़र पीस कमेटी मिटिंग उपजिलाधिकारी निज़माबाद रविकुमार,व क्षेत्रधिकारी फूलपुर गोपाल स्वरूप वाजपेयी की उपस्थिति में हुई।


 उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर थाना प्रांगण में मोहर्रम त्योहार के मद्नज़र  पीस कमेटी मिटिंग उपजिलाधिकारी निज़माबाद रविकुमार,व क्षेत्रधिकारी फूलपुर गोपाल स्वरूप वाजपेयी की उपस्थिति में हुई।



 जिसमे सरायमीर कस्बे,कोरौली खुर्द,खपड़ा गांव,बेलहरी इमाम आदि गांव के शिया समुदाय के लोग रहे साथ ही क्षेत्र के सम्भ्रान्त लोग मौजूद रहे.दोनो अधिकारियों ने लोगो को शासनादेश को बताया और कहा कि किसी नई परम्परा की अनुमति नही होगी।



 ताजियादारों से जानकारी ली  और दो एक जगहो पर समस्याएँ  बतायी गयीं जिस पर दोनो अधिकारियों ने अलग अलग  स्थलीय निरीक्षण पुलिस बल के साथ किया।


एसडीएम ने नगर पंचायत सरायमीर के बड़े बाबू सुबास,सफाई नायक कर्मचारियों सफाई ब्यवस्था, सड़कों पर प्रकाश ब्यवस्था को ठीक करने और बिजली विभाग से लटक रहे तारों को ठीक करने को कहा वही ताजियदारों ने क्षेत्राधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर 10 दिनो तक बिजली सप्लाई बराबर दिये जाने की दरख्वास्त दी।


 जिसपर उच्यअधिकरियों से बात व लिखापढ़ी कर ने की बात की।इस अवसर पर थाना प्रभारी का कार्य देख रहे संजय सिंह मौजूद रहे।



आजमगढ़ सरायमीर से अबुलबशर आजमी की रिपोर्ट

आजमगढ़ जेल में निरुद्ध सपा विधायक रमाकांत पर एक और मुसीबत माहुल शराब कांड में उछला नाम, पूछताछ के लिए पुलिस ने दाखिल की रिमांड अर्जी दर्जन भर से ज्यादा हुई थी मौतें, पांच दर्जन लोग हुए थे बीमार 13 लोग थे आरोपित, 6 के खिलाफ हुई थी रासुका की कार्रवाई आरोपियों में पूर्व सांसद रमाकांत यादव का भांजा भी शामिल


 आजमगढ़ जेल में निरुद्ध सपा विधायक रमाकांत पर एक और मुसीबत


माहुल शराब कांड में उछला नाम, पूछताछ के लिए पुलिस ने दाखिल की रिमांड अर्जी


दर्जन भर से ज्यादा हुई थी मौतें, पांच दर्जन लोग हुए थे बीमार

13 लोग थे आरोपित, 6 के खिलाफ हुई थी रासुका की कार्रवाई


आरोपियों में पूर्व सांसद रमाकांत यादव का भांजा भी शामिल




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के माहुल बाजार में बीते फरवरी माह में सरकारी देशी मदिरा दुकान से बेची गई नकली शराब के सेवन से हुई मौतों के मामले ने शनिवार को नया मोड़ ले लिया। जहरीली शराब कांड ने पूर्व सांसद व वर्तमान सपा विधायक रमाकांत यादव पर एक और मुसीबत खड़ी कर दिया है। 



पुलिस विवेचना में नाम प्रकाश में आने से रमाकांत यादव की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। जनपद की पुलिस इन दिनों न्यायिक हिरासत में जेल में बंद सपा विधायक को पूछताछ के लिए कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में अर्जी दाखिल कर दिया है।



बताते चलें कि बीते फरवरी माह में माहुल बाजार स्थित देशी मदिरा दुकान से बेची गई जहरीली शराब के सेवन से दर्जन भर से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी जबकि पांच दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गए थे। हालांकि प्रशासन ने इस मामले में 7 लोगों के मौत होने की पुष्टि की। अन्य मौतो के बारे में बताया गया कि अन्य सभी मृतक पड़ोसी अंबेडकर नगर जिले के रहने वाले थे। उन दिनों प्रदेश की सुर्खियों में रही इस घटना के बाद टूटी प्रशासनिक तंद्रा और ताबड़तोड़ की गई प्रशासनिक कार्रवाई में 13 लोगों की गिरफ्तारी की गई।



 गिरफ्तार किए गए लोगों में सरकारी शराब दुकान का अनुज्ञापी एवं सपा विधायक का भांजा रंगेश यादव भी शामिल रहा। नकली शराब के खिलाफ चलाए गए अभियान मे अहरौला  थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव में की गई छापेमारी के दौरान 30 लाख कीमत की नकली शराब व कफ सिरप की बरामदगी के साथ एक ही परिवार के 5 भाइयों को आरोपित किया गया।


 जिनमें मोहम्मद कलीम, मोहम्मद नदीम, मोहम्मद फहीम, मोहम्मद नईम व मोहम्मद सलीम पुत्रगण मोहम्मद सईद शामिल रहे।


 गिरफ्तार किए गए लोगों में 13 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर जबकि छह आरोपियों की खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम रासुका की कार्रवाई की गई। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी बंधुओं की लगभग 75 लाख की संपत्ति को भी जब्त कर लिया।


बीते 25 जुलाई को एक मामले में न्यायालय से जारी वारंट के मामले में उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। अब माहुल शराब कांड में सपा विधायक रमाकांत यादव का नाम प्रकाश में आने पर उन्हें शनिवार को इस मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट के प्रभारी मजिस्ट्रेट देवेन्द्र प्रताप सिंह के समक्ष कारागार से लाकर पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।



 पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में अर्जी दाखिल किया है।



इस मामले में जिले के एसपी अनुराग आर्य का कहना है कि शराब कांड के संबंध में अहरौला थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना अभी जारी है। जहरीली शराब कांड में पुलिस की विवेचना में रमाकांत यादव का नाम प्रकाश में आने के बाद इस मामले की वैज्ञानिक तरीके से विवेचना की गई। इसी मामले में रमाकांत यादव को न्यायालय में पेश कर कस्टडी रिमांड पर मांगा गया है। बताते चलें कि जनपद की इस चर्चित घटना के बाद प्रशासन ने जहरीली व नकली शराब के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान जनपद की आठ मदिरा व बीयर की दुकानों को निलंबित किया था। इस मामले में आबकारी विभाग के चार कर्मचारियों को भी निलंबित करने के साथ अहरौला थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी व चिन्हित किए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई थी।

आजमगढ़ कमिश्नर विजय विश्वास पंत का हुआ तबादला मनीष चौहान संभालेंगे आयुक्त आजमगढ़ मंडल की जिम्मेदारी


 आजमगढ़ कमिश्नर विजय विश्वास पंत का हुआ तबादला


मनीष चौहान संभालेंगे आयुक्त आजमगढ़ मंडल की जिम्मेदारी



लखनऊ यूपी सरकार ने 24 घंटे के अन्दर अपना फैसला बदलते हुए एक बार फिर आईएएस कौशल राज शर्मा को वाराणसी के डीएम पद की जिम्मेदारी दी है। 



उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को बड़े पैमाने पर आईएएस अधिकारियों के तबादलों में 2006 बैच के आईएएस अधिकारी और वाराणसी के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा को प्रयागराज का कमिश्नर नियुक्त किया गया था।


उनकी जगह एस.राजलिंगम वाराणसी के नए जिलाधिकारी बनाए गए थे, लेकिन योगी आदित्यानाथ सरकार ने देर रात फैसला लिया कि कौशल राज शर्मा अभी वाराणसी के जिलाधिकारी बने रहेंगे।



शासन ने 3 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए हैं। वहीं गुरुवार देर रात किए गए तबादलों में से 2 आईएएस अफसरों के ट्रांसफर निरस्त कर दिए हैं।



 वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा का आयुक्त प्रयागराज मंडल के पद पर किया गया तबादला रद कर दिया गया है। वह वाराणसी के डीएम बने रहेंगे। वाराणसी के डीएम के पद पर स्थानांतरित किए गए एस राजलिंगम का तबादला भी निरस्त कर दिया गया है। 


वह डीएम कुशीनगर बने रहेंगे। आयुक्त आजमगढ़ मंडल विजय विश्वास पंत को अब आयुक्त प्रयागराज मंडल बनाया गया है। निदेशक उद्योग मनीष चौहान उनके स्थान पर आयुक्त आजमगढ़ मंडल की जिम्मेदारी संभालेंगे। रवींद्र कुमार-प्रथम जो डीएम उन्नाव से डीएम कुशीनगर बनाए गए थे, उन्हें अब विशेष सचिव खाद्य एवं रसद के पद पर तैनाती दी गई है।

Friday 29 July 2022

आजमगढ़ 13 उपनिरीक्षकों का हुआ प्रमोशन, बने निरीक्षक पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने स्टार लगाकर दी बधाई


 आजमगढ़ 13 उपनिरीक्षकों का हुआ प्रमोशन, बने निरीक्षक



पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने स्टार लगाकर दी बधाई




आजमगढ़ पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा अनुमोदित किये जाने के फलस्वरूप जनपद आजमगढ़ के 13 उप-निरीक्षकों को निरीक्षक नागरिक पुलिस के पद पर पदोन्नति प्रदान की गयी, जिसके क्रम में आज 29 जुलाई 2022  को पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय आजमगढ़ में 13 उप-निरीक्षकों के कंधों पर तीन स्टार लगाकर बधाई दी गयी। 



पदोन्नति पाने वालो में 


1. मनोज कुमार (पुलिस लाइन्स), 

2.निशांत जमॉ खॉ (कंधरापुर),

 3. सूर्यवंश यादव (पुलिस लाइन्स), 

4. यशवन्त सिंह (अतरौलिया),

 5. संजय कुमार सिंह (सरायमीर), 

6. महेन्द्र कुमार (जीयनपुर), 

7. राकेश कुमार सिंह (मेहनाजपुर), 

8. घनश्याम यादव (जहानागंज),

 9. राज कुमार सिंह (थाना प्रभारी कंधरापुर), 

10. शमशेर यादव (बरदह), 

11. योगेन्द्र प्रसाद सिंह (देवगांव), 

12. राजेश कुमार (जीयनपुर),

 13. अशोक दत्त त्रिपाठी (निजामाबाद) में वर्तमान तैनाती है और पुलिस अधीक्षक ने उम्मीद जताई कि पदोन्नति पाने वाले 13 पुलिस निरीक्षक समाज से बेहतर तालमेल कर काम करेंगे और विभाग की गरिमा बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे। 



इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेन्द्र लाल व अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सिद्धार्थ भी मौजुद रहें।

आजमगढ़ सिधारी ईनामिया गांजा तस्कर समेत 3 गिरफ्तार 10 लाख कीमत का सवा कुंटल गांजा व असलहा बरामद उड़ीसा से तस्करी कर पूर्वांचल के कई जनपदों में करते थे सप्लाई


 आजमगढ़ सिधारी ईनामिया गांजा तस्कर समेत 3 गिरफ्तार


10 लाख कीमत का सवा कुंटल गांजा व असलहा बरामद


उड़ीसा से तस्करी कर पूर्वांचल के कई जनपदों में करते थे सप्लाई



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद की स्वाट टीम (द्वितीय) एवं सिधारी पुलिस के संयुक्त प्रयास से शुक्रवार की सुबह सलारपुर गांव में छापेमारी कर पुलिस ने 25,000 ईनामी गांजा तस्कर को उसके तीन साथियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। इस दौरान पुलिस ने एक मकान के अहाते से भूसे के ढेर में छिपाकर रखा गया डेढ़ कुंटल गांजा तथा एक व्यक्ति के पास से असलहा भी बरामद किया है। बरामद गांजा की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 10 लाख रू  आंकी गयी है।



सिधारी थाना प्रभारी स्वतंत्र कुमार सिंह व उपनिरीक्षक कमलनयन दुबे शुक्रवार की सुबह सुखदेव पहलवान तिराहे के समीप स्वाट टीम द्वितीय के प्रभारी गजानंद चौबे व उनके सहयोगियों के साथ अपराध एवं अपराधियों की चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस टीम को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि सिधारी क्षेत्र के सलारपुर ग्राम निवासी राकेश यादव उर्फ सोनू के घर मौजूद कुछ गांजा तस्कर मादक पदार्थ तस्करी की योजना बना रहे हैं। सटीक सूचना मिलने पर पुलिस ने बताए गए स्थान पर सुबह करीब 8.30 बजे छापेमारी की। पुलिस के आने की आहट पाकर अहाते में मौजूद गांजा तस्करों ने भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने घेरेबंदी कर तीन लोगों को दबोच लिया। 



मकान की तलाशी के दौरान पुलिस ने अहाते में टीनशेड के नीचे रखे भूसे के ढेर में छिपाकर रखे गए 49 पैकेट गांजा के साथ ही पकड़े गए एक व्यक्ति के कब्जे से 315 बोर तमंचा व दो जिंदा कारतूस बरामद कर लिया।


 बरामद किए गए मादक पदार्थ का वजन 125 किलोग्राम बताया गया है। गिरफ्तार किए गए गांजा तस्करों में 25000 ईनाम घोषित रामनयन पुत्र समई राम ग्राम मंगरावां रायपुर थाना गंभीरपुर, सूर्यभान यादव पुत्र स्व0 बालचंद्र यादव ग्राम अमदही थाना जहानागंज तथा शिवप्रकाश विश्वकर्मा उर्फ छोटू पुत्र श्यामलाल ग्राम कमरुद्दीनपुर थाना गौराबादशाहपुर जिला जौनपुर के निवासी बताए गए हैं।


 इस उपलब्धि के संबंध में पुलिस अधीक्षक नगर ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ में जानकारी मिली है कि ये सभी उड़ीसा के जगदलपुर से गांजा की तस्करी कर पूर्वांचल के कई जनपदों में मादक पदार्थ की सप्लाई करते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जिस मकान से बरामदगी किया है उसका मालिक राकेश यादव उर्फ सोनू भी इस कारोबार में शामिल है। अभियुक्तों से की गई पूछताछ के बाद इसमें कई अन्य नाम प्रकाश में आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। पकड़े गए तीनों अभियुक्तों के विरुद्ध पूर्व में भी एनडीपीएस एक्ट के कई मामले पंजीकृत हैं।

गोरखपुर थानेदार और दरोगा को एसएसपी ने किया निलम्बित थाने में फरियादिओं के सामने आपस में भिड़ गये थे दोनों, दरोगा ने थानेदार को मारे थे 4 थप्पड़


 गोरखपुर थानेदार और दरोगा को एसएसपी ने किया निलम्बित


थाने में फरियादिओं के सामने आपस में भिड़ गये थे दोनों,


 दरोगा ने थानेदार को मारे थे 4 थप्पड़



उत्तर प्रदेश गोरखपुर के सहजनवां थाने में गुरूवार को मारपीट करने वाले थानेदार अंशुल चतुर्वेदी और दरोगा राम प्रवेश सिंह को एसपी ने सस्पेंड कर दिया गया।


 एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। एसएसपी का कहना है कि पुलिस जैसे अनुशासित विभाग में रहते हुए इन्होंने अनुशासनहीनता की है, जिससे पुलिस की छवि खराब हो रही है।


दरअसल, गुरुवार की सुबह दरोगा राम प्रवेश सिंह सहजनवां थाने में फरियादियों की फरियाद सुन रहे थे। इस दौरान थानेदार अंशुल चतुर्वेदी ने अपने कमरे से आवाज देकर दरोगा को बुलाया। कई बार बुलाने पर दरोगा ने ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद थाना प्रभारी खुद बाहर आ गए। थानेदार ने दरोगा से बात नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए सवाल किया। दोनों में बातचीत का लहजा इतना बिगड़ गया कि तुम- तड़ाम होने लगा।



इसी दौरान दरोगा ने थानेदार पर हाथ छोड़ दिया और दनादन चार- पांच थप्पड़ जड़ दिया। थाना परिसर में ही थानेदार की पिटाई देख फरियादी भी दंग रह गए। मारपीट होते देख थाने का मुंशी भाग कर पहुंचा और दरोगा को  दोनों हाथों से पकड़ कर दूर किया। थानेदार और दरोगा दूर होने के बाद भी एक दूसरे पर अपशब्दों की बौछार करने लगे।

वहीं, अन्य पुलिस कर्मियों के कहने के बाद दरोगा अपने आवास में गए। जबकि थानेदार अपने कमरे में जाकर बैठ गए।



 मामले की जानकारी होने पर एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी और सीओ कैंपियरगंज अजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने मामले की जांच कराई। उन्होंने जांच रिपोर्ट एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर को भेज दिया।

आजमगढ़ एसपी ने चौकी इंचार्ज सठियांव का नेम प्लेट लिया कब्जे में उच्च शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम के दौरान ड्यूटी पर थे चौकी इंचार्ज


 आजमगढ़ एसपी ने चौकी इंचार्ज सठियांव का नेम प्लेट लिया कब्जे में


उच्च शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम के दौरान ड्यूटी पर थे चौकी इंचार्ज


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बृहस्पतिवार को उच्च शिक्षा मंत्री के निरीक्षण के समय चौकी इंचार्ज सठियांव का नेम प्लेट पुलिस कप्तान अनुराग आर्य ने अपने कब्जे में लिया जिसकी चर्चा जोरो पर रही। 


सठियांव के ग्राम पंचायत नासिरुद्दीनपुर में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय के पहुंचने पर काफी भीड़ जमा हो गई। भीड़ में पुलिस कप्तान ने चौकी इंचार्ज सठियांव कृष्णा सिंह का नेम प्लेट अपने कब्जे में ले लिया। इसका कारण तो नहीं पता चला लेकिन पुलिस विभाग नेम प्लेट वापस लेना किसी कमी की तरफ संकेत है।


बता दें कि कल जहानागंज-सठियांव मार्ग पर आबाद विकास खण्ड सठियांव की ग्राम पंचायत नासिरुद्दीनपुर में गुरुवार को सायं 5.30 बजे उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय पहुँचे और गांव में अमृत सरोवर का निर्माण कार्य चल रहे का निरीक्षण किया तथा वृक्षारोपण कर पेड़ लगाने के प्रति ग्रामीण जनों को जागरूक किया। 


इस दौरान ड्यूटी पर लगे चौकी इंचार्ज सठियांव कृष्णा सिंह का नेम प्लेट पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कब्जे में ले लिया।

आजमगढ़ अभी जेल में ही रहेंगे रमाकांत यादव बाहुबली विधायक की जमानत अर्जी कोर्ट ने की खारिज


 आजमगढ़ अभी जेल में ही रहेंगे रमाकांत यादव


बाहुबली विधायक की जमानत अर्जी कोर्ट ने की खारिज



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बाहुबली विधायक रमाकांत यादव ने बृहस्पतिवार को न्यायालय में जमानत के लिए अर्जी लगाई थी। दो मामलों में उनकी जमानत मंजूर कर ली गई तो वहीं एक मामले में जमानत अर्जी को न्यायाधीश ने खारिज कर दिया। बाहुबली विधायक पर कुल सात मुकदमे चल रहे हैं।



सूत्रो के मुताबिक फूलपुर पवई सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक व पूर्व सांसद रमाकांत यादव पर वर्तमान में कुल सात मुकदमे दर्ज हैं। 1998 के लोकसभा चुनाव के बाद अंबारी चौराहे पर रमाकांत व अकबर अहमद डंपी समर्थकों के बीच फायरिंग हुई थी। इस मामले में एनबीडब्लू जारी हुआ था। जिसमें जमानत के लिए रमाकांत यादव तीन-चार दिन पूर्व कोर्ट में हाजिर हुए थे। कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया था। बृहस्पतिवार को रमाकांत यादव के वकील आद्या शंकर मिश्रा ने पुन: जमानत के लिए अर्जी लगायी थी। जिसमें पेशी पर पूर्व सांसद व बाहुबली विधायक रमाकांत यादव अदालत में पेशी पर आए थे। रमाकांत यादव के वकील ने बताया कि वर्तमान में रमाकांत यादव पर कुल सात मुकदमे हैं। 



जिसमें पवई थाने का घेराव, दीदारगंज थाने का घेराव, फूलपुर तहसील का घेराव, अंबारी चौक पर डंपी समर्थकों संग भिड़त, सरायमीर थाने में एससी/एसटी व चुनाव आयोग द्वारा पवई व तहबरपुर थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे शामिल हैं। 


उन्होंने बताया कि कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दाखिल की गई थी। जिसमें चुनाव आयोग वाले दोनों मुकदमो में रमाकांत यादव की जमानत मंजूर हो गई है। 


सरायमीर थाने में दर्ज एससी/एसटी के मुकदमे में जमानत खारिज कर दी गई है। अब एक अगस्त को सुनवाई की तारीख नियत की गई है।

गोरखपुर दरोगा ने थानेदार को जड़े चार थप्पड़, थाने के दीवान ने किया बीच-बचाव


 गोरखपुर दरोगा ने थानेदार को जड़े चार थप्पड़, थाने के दीवान ने किया बीच-बचाव



उत्तर प्रदेश गोरखपुर के सहजनवां थाने में मामूली बात को लेकर थानेदार और दरोगा के बीच मारपीट हो गई। आरोप है कि दरोगा ने थानेदार को एक एक कर चार थप्पड़ जड़ दिए। इस दौरान दोनों के बीच खूब तू तू मैं मैं और गाली गलौच हुआ। किसी तरह थाने के दीवान ने बीच बचाव किया और दोनों को अलग किया।



जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह सहजनवां थाने में फरियादियों की फरियाद सुनी जा रही थी। दरोगा राम प्रवेश सिंह फरियादियों के साथ बैठे थे। इस दौरान थानेदार अपने कक्ष से निकलने के बाद किसी कार्य से दरोगा को आवाज लगाने लगे। कई बार बुलाने पर दरोगा ने ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंच गए। सूत्रों की मानें तो थानेदार ने दरोगा से बात नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए सवाल किया। दोनों में बातचीत का लहजा इतना बिगड़ गया कि तुम तड़ाम होने लगा।



इसी दौरान दरोगा ने थानेदार पर हाथ छोड़ दिया और दनादन चार पांच थप्पड़ रसीद कर दिया। थाना परिसर में ही थानेदार की पिटाई देख फरियादी भी अवाक रह गए। मारपीट होते देख थाने का मुंशी भाग कर पहुंचा और दरोगा को दोनों हाथों से पकड़ कर दूर किया। 


थानेदार और दरोगा दूर होने के बाद भी एक दूसरे पर अपशब्दों की बौछार करने लगे। अन्य पुलिस कर्मियों के बार बार कहने के बाद दरोगा अपने आवास में गए और थानेदार अपने कक्ष में जाकर बैठ गए। 



मामले की जानकारी होने पर एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी और सीओ कैंपियरगंज अजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने मामले की जांच कराई। उन्होंने जांच रिपोर्ट एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर को भेज दिया है। उधर थानेदार और दरोगा में विवाद होने की खबर कस्बा से लेकर गांव तक आग की तरह पहुंच गई। हर तरफ लोग चटकारे लेकर चर्चा कर रहे है।



इस संबंध में एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने कहा कि जांच की गई है। दरोगा ने अनुशासनहीनता किया है। कार्रवाई के लिए रिपोर्ट एसएसपी को भेजी जा रही है। जल्द ही इनपर कार्रवाई की जाएगी।



गोरखपुर में पिछले कुछ दिनों से पुलिस कर्मियों में आपस में ही टशन हो रहा है। जमकर मारपीट हो रही है, जिससे पुलिस की छवि धूमिल हो रही है। अभी एक सप्ताह पूर्व ही तिवारीपुर के सूर्य विहार चौकी पर खनन के आरोप में पकड़ी गई ट्रैक्टर ट्राली को छोडऩे के लेकर चौकी इंचार्ज शाहिद सिद्दकी और दरोगा मायाराम यादव तथा कुछ पुलिस कर्मियों में जमकर मारपीट हुई थी। जिसके बाद एसएसपी ने चौकी इंचार्ज शाहिद सिद्दकी, दरोगा मायाराम यादव, सिपाही सूर्यभान को सस्पेंड किया था।

Thursday 28 July 2022

आजमगढ़ निजामाबाद घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ लेखपाल वरासत में बयान के नाम पर मांगा था 5 हजार रूपये


 आजमगढ़ निजामाबाद घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ लेखपाल 


वरासत में बयान के नाम पर मांगा था 5 हजार रूपये



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ योगी सरकार भले ही पारदर्शिता का दम भरती हो लेकिन आज भी भ्रष्टाचार से आम जनता कराह रही है। गुरूवार को प्रयास सामाजिक संगठन की मदद से निजामाबाद तहसील के लेखपाल अशोक कुमार उपाध्याय को पीड़ित मोहम्मदीन पुत्र शरीफ ग्राम अल्लीपुर से 5 हजार घूस लेते हुए रंगे हाथ एंटी करप्शन गोरखपुर की टीम ने ब्रह्मस्थान से दबोच लिया।



प्रयास संगठन के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने बताया कि पीड़ित मोहम्मददीन निवासी अल्लीपुर, तहसील निजामाबाद आजमगढ़ से शिबली हल्के का लेखपाल वरासत संबंधित काम के एवज में 5 हजार की मांग कर रहा था। जिसकी शिकायत मोहम्मददीन ने प्रयास टीम से किया।



 प्रयास की मदद से उसे गोरखपुर एंटी करप्शन से मिलवाया गया। मोहम्मददीन की शिकायत पर गुरूवार को एंटी करप्शन टीम गोरखपुर प्रभारी निरीक्षक उदय प्रताप सिंह के नेतृत्व में आजमगढ़ पहुंची। पीड़ित के पांच हजार रूपया को एंटी करप्शन टीम ने केमिकल लगाकर उसे सौंप दिया। पीड़ित ने लेखपाल को सुबह 10 बजे फोन किया तो लेखपाल ने कहाकि अभी तुम परेशान मत हो शाम को तीन बजे के आस-पास हम ब्रह्मस्थान स्टेडिएम के पास मिलेंगे। इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने समय का इंतजार किया। शाम को पुनः पीड़ित मोहम्मददीन ने जब लेखपाल अशोक कुमार उपाध्याय को फोन किया उसने मोहम्मद दीन को ब्रह्मस्थान स्टेडियम के सामने बदरका जाने वाली गली में चाय की दुकान पर बुलाया। जैसे ही मोहम्मद दीन ने लेखपाल को केमिकलयुक्त 5 हजार रूपया घूस दिया तो एंटी करप्शन टीम ने उसे शाम चार बजे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।



 भ्रष्ट लेखपाल को दबोचने वाली टीम में एंटी करप्शन टीम गोरखपुर प्रभारी निरीक्षक उदय प्रताप सिंह व उनके सहयोगी के रूप में शिव मनोहर यादव, नीरज सिंह, नरेंद्र सिंह, चंद्रभान मिश्रा, विजय नारायण प्रधान, शैलेंद्र सिंह मौजूद रहे।



 डीएम द्वारा उपलब्ध कराए गए गवाह के रूप में .प्रशासनिक अधिकारी फूलपुर शिकायत प्रकोष्ठ सुशील कुमार श्रीवास्तव व वरिष्ठ सहायक, पीडब्लूडी अरविन्द कुमार सिंह ने मामले में गवाही दी। खबर लिखे जाने तक भ्रष्ट लेखपाल के विरूद्ध आजमगढ़ कोतवाली में विधिक कार्यवाही जारी थी।



इस अवसर पर संगठन के साथी राजीव कुमार शर्मा, रामकेश यादव, शंभू दयाल सोनकर, सुनील यादव, मनीष कुमार सेहदा, सतीश कुमार आदि मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश में बनाए जाएंगे 75 नए ब्लॉक, भारत निर्माण सेवा केंद्र भी बनेंगे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अफसरों को प्रस्ताव तैयार करने के दिये निर्देश


 उत्तर प्रदेश में बनाए जाएंगे 75 नए ब्लॉक, भारत निर्माण सेवा केंद्र भी बनेंगे


उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अफसरों को प्रस्ताव तैयार करने के दिये निर्देश



लखनऊ उत्तर प्रदेश में 75 नए विकास खंड (ब्लॉक) बनाए जाएंगे। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अफसरों को इसके लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही ब्लॉकों में भारत निर्माण सेवा केंद्र बनाने और प्रत्येक ब्लॉक के 10-10 गांवों में मनरेगा जॉब कार्ड के सत्यापन पर भी जोर दिया।



 ग्राम्य विकास विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान मौर्य ने जर्जर विकास खंड भवनों की मरम्मत का प्रस्ताव तैयार करने और अमृत सरोवरों के निर्माण के लिए स्टेट लेवल पर नोडल अफसर तैनात करने के निर्देश दिए। कहा कि प्रदेश में किसी भी तालाब में जलकुंभी नहीं रहनी चाहिए। उसे हटाने का कार्य मनरेगा से कराया जाए।



उन्होंने अफसरों से 10-10 पीएम आवास का भी निरीक्षण करने को कहा। 75 विलुप्त नदियों के पुनरुद्धार कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बताया कि मुख्यमंत्री आवास योजना में 25000 आवासों का निर्माण कराया जाएगा। मौर्य ने प्रदेश के सभी 826 विकास खंडों के दो-दो प्रधानों का चयन करके उनका सम्मेलन कराने के भी निर्देश दिया।

बीएसए राकेश सिंह पर दर्ज हुई एफआईआर बर्खास्त टीचर को बहाल करने का है आरोप आजमगढ़ के निवासी हैं बीएसए, विवादों से है पुराना नाता


 बीएसए राकेश सिंह पर दर्ज हुई एफआईआर


बर्खास्त टीचर को बहाल करने का है आरोप



आजमगढ़ के निवासी हैं बीएसए, विवादों से है पुराना नाता



लखनऊ विजिलेंस ने वाराणसी के बीएसए राकेश सिंह पर धोखाधड़ी, जालसाज़ी और भ्रष्टाचार की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। उनपर आरोप है कि उन्होंने बलिया में तैनाती के दौरान एक बर्खास्त टीचर को फ़र्ज़ी दस्तावेज़ों के सहारे बहाल कर दिया इतना ही नहीं बर्खास्त टीचर सुरेंद्रनाथ यादव को बहाल कर प्रिंसिपल बनाने का भी आरोप है इसके अलावा उनपर बहाली से जुड़े दस्तावेजों को गायब करने का भी आरोप लगा है।



बता दें कि ये मूलतः आजमगढ़ जिले के नरफोरा गांव निवासी हैं। विवादों से इनका पुराना नाता रहा है।



मिली जानकारी के मुताबिक गौरतलब है कि बलिया के बैरिया विधानसभा से तत्कालीन विधायक सुरेंद्र सिंह की शिकायत पर राकेश सिंह के खिलाफ विजिलेंस ने जांच शुरू की थी. विजिलेंस ने खुली जांच में विधायक द्वारा लगाए गए आरोपों को सही पाया और शासन से एफआईआर दर्ज करने की अनुमति मांगी थी अब विजिलेंस के द्वारा वाराणसी में राकेश सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है।


दरअसल, सुरेंद्र नाथ यादव ने सहायक अध्यापक बनने के लिए जिस संपूर्णानंद संस्कृत विवि, वाराणसी की डिग्री लगाई थी वह फर्जी थी इसी आधार पर सुरेंद्र नाथ यादव को 3 मई 2013 को बर्खास्त कर दिया गया था इसके बावजूद बलिया में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनाती के दौरान राकेश कुमार सिंह ने आशुलिपिक व नियुक्ति अधिकारी अखिलेश कुमार यादव के साथ मिलकर बर्खास्त अध्यापक सुरेंद्र नाथ यादव को बहाल करा दिया।


इसके अलावा उन्हें प्रोन्नति दे कर प्रधानाध्यापक बनाने के साथ बर्खास्तगी की अवधि का वेतन भी दिलवा दिया इतना ही नहीं बाद में उन्होंने बहाली से जुड़े दस्तावेजों को गायब भी करा दिया।

कानपुर गैंगस्टर की बुलेट खरीदने में फंसे दरोगा जी, लाइन हाजिर


 कानपुर गैंगस्टर की बुलेट खरीदने में फंसे दरोगा जी, लाइन हाजिर



उत्तर प्रदेश कानपुर में गैंगस्टर बलराम राजपूत की पत्नी के नाम की बुलेट खरीदने में फंसे पुलिस कमिश्नर के पीआरओ दरोगा अजय कुमार मिश्रा बुधवार सुबह लाइन हाजिर कर दिए गए।


 अजय मिश्रा अंडर ट्रांसफर थे इसलिए सीपी ने तत्काल गोरखपुर के लिए रिलीव कर दिया। हालांकि इसके पीछे भी खेल है। इतने गंभीर प्रकरण में पीआरओ को सिर्फ लाइन हाजिर किया गया। 



निलंबन की कार्रवाई से बचाते हुए रिलीव इसलिए किया जिससे बड़ी कार्रवाई से बचाया जा सके। मामले की जांच ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी को सौंपी गई है।



सूत्रो के मुताबिक पीआरओ अजय मिश्रा 2018 से 2020 तक जेल में बंद रहे थे। उसी दौरान गैंगस्टर बलराम राजपूत भी जेल में था और अभी भी वह वहीं है। अमर उजाला ने बुधवार को गैंगस्टर की बुलेट से फराटा भर रहा पुलिस कमिश्नर का पीआरओ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें खुलासा किया गया कि किस तरह से बलराम राजपूत की पत्नी के नाम की बुलेट अजय मिश्रा ने अपने नाम ट्रांसफर करवा ली थी। गैंगस्टर व दरोगा का सीधा कनेक्शन उजागर हुआ था।



 अजय ने बुलेट खरीदने की बात स्वीकारी थी। खबर का संज्ञान लेते हुए पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने अजय मिश्रा को लाइन हाजिर कर दिया।

दरोगा अजय कुमार का कुछ समय पहले गोरखपुर जोन तबादला हो चुका है, इसके बावजूद वह कमिश्नरी में टिका हुआ था। यही नहीं पुलिस कमिश्नर के पीआरओ जैसे अहम पद पर वह तैनात था। एक तरह से उस पर मेहरबानी कर रोका गया था। वहीं जब उसका कारनामा उजागर हुआ तो उसे तुरंत रिलीव भी कर दिया गया। चर्चा है कि उसके खिलाफ अगर गहनता से जांच हुई तो कई अफसरों की भी कलई खुलेगी। इसलिए उसको तुरंत यहां से भेज दिया गया।



पुलिस कमिश्नर का पूर्व पीआरओ अजय कुमार मिश्रा शहर के कई शातिर अपराधियों और विवादित बिल्डरों के संपर्क में है। जिन क्षेत्रों में उसकी तैनाती ही नहीं रही, वहां पर भी इसका जाल बिछा हुआ है। यह सभी उसके सीधे फोन पर संपर्क में हैं। अगर उसके मोबाइल नंबरों की डिटेल खंगाली जाए, तो कई बड़े राज खुल सकते हैं। आशंका है कि उसने कई बड़े खेल भी किए हैं।

नई सड़क हिंसा के मामले में बिल्डर हाजी वसी जेल भेजा गया है। उस पर हयात एंड कंपनी को फंडिंग करने का आरोप है। 



सूत्रों के मुताबिक अजय कुमार मिश्रा का वह बेहद करीबी है। दोनों की लगातार बातचीत होती रहती थी। इसी तरह से चमनगंज निवासी दो विवादित बिल्डरों के भी संपर्क में अजय मिश्रा है। एक बिल्डर पर कर्नलगंज व ग्वालटोली थाने में केस भी दर्ज हैं। वह एनकाउंटर में मारे जा चुके शातिर अपराधी रईस बनारसी का साथी रहा है। बतौर पीआरओ उसका इन सभी से संपर्क रहना कई बड़े सवाल खड़े करता है।

आजमगढ़ जेलर और डिप्टी जेलर सहित तीन निलंबित 26 जुलाई को डीएम विशाल भारद्वाज और एसपी अनुराग आर्य की छापेमारी के दौरान मिली थी प्रतिबंधित वस्तुएं डीजी जेल आनंद कुमार ने की कार्रवाई


 आजमगढ़ जेलर और डिप्टी जेलर सहित तीन निलंबित


26 जुलाई को डीएम विशाल भारद्वाज और एसपी अनुराग आर्य की छापेमारी के दौरान मिली थी प्रतिबंधित वस्तुएं

डीजी जेल आनंद कुमार ने की कार्रवाई



आजमगढ़/लखनऊ जेल विभाग ने बुधवार को आजमगढ़ के जेलर और तीन अन्य को ढिलाई बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया। निलंबित किए गए लोगों में जेलर रवींद्र सरोज, डिप्टी जेलर श्रीधर यादव और दो जेल वार्डर अजय वर्मा और आशुतोष सिंह शामिल हैं।



 निलंबित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। जेल महानिदेशक आनंद कुमार ने बताया कि 26 जुलाई को आजमगढ़ के डीएम विशाल भारद्वाज और एसपी अनुराग आर्य की छापेमारी के दौरान जेल की बैरक से 12 मोबाइल फोन, चार्जर और कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया। एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जब इन अधिकारियों से पूछा गया कि बैरक में प्रतिबंधित सामान कैसे पहुंचा तो वे कोई जवाब नहीं दे सके।



डीजी जेल आनंद कुमार ने बुधवार को जिला जेल आजमगढ़ के जेलर रविन्द्र सरोज, डिप्टी जेलर श्रीधर यादव तथा दो बंदीरक्षकों अजय वर्मा व आशुतोष सिंह को निलंबित कर दिया। डीएम और एसएसपी द्वारा मंगलवार को जिला जेल में मारे गए छापे में मोबाइल एवं अन्य अवैध वस्तुएं बरामद होने के मामले में चारों को प्रथमदृष्ट्या दोषी पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है। डीएम और एसएसपी ने अधिकारियों के एक बड़े दल और भारी पुलिस बल के साथ दोपहर में जिला जेल में छापा मारा। पुलिस ने दोनों अधिकारियों की निगरानी में कैदियों के बैरक और सामान की जांच की। उसी तलाशी अभियान के दौरान मोबाइल फोन, चार्जर और नशीला पदार्थ बरामद किया गया।



मंगलवार को जिले के आला अधिकारियों ने बैरक का औचक निरीक्षण किया। छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, मोबाइल चार्जर और नशीला पदार्थ बरामद किया गया। डीएम ने बताया कि अलग-अलग बैरक से 12 मोबाइल फोन, चार्जर और कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया है। जेल अधिकारियों को चेतावनी दी गई है और उनकी जवाबदेही तय की जाएगी। इस संबंध में प्रशासनिक के अलावा कानूनी कार्रवाई भी शुरू की जाएगी।



जिला जेल में मंगलवार को हुई छापेमारी के बाद मिले आपत्तिजनक सामान के बाद पुलिस ने जेल में बंद आधा दर्जन संदिग्ध बंदियों सहित आठ के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर जांच में जुटी है। डीएम विशाल भारद्वाज व पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने 120 पुलिस कर्मियों के साथ निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान बंदियों के बैरकों से 12 अदद मोबाइल, 98 पुड़िया अवैध गांजा, चार चार्जर, एक टीवी, व अन्य प्रतिबंधित सामग्री व 18 हजार 348 रुपये नकद बरामद हुए थे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने दिया इस्तीफा नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर हलचल तेज, केशव का नाम भी तेजी से चर्चाओं में


 भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने दिया इस्तीफा


नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर हलचल तेज, केशव का नाम भी तेजी से चर्चाओं में



लखनऊ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वे प्रदेश सरकार में जलशक्ति मंत्री भी हैं। माना जा रहा है कि यह इस्तीफा उन्होंने मंगलवार को ही दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलकर दिया था। हालांकि पार्टी में आधिकारिक रूप से किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की। 



इसी के साथ भाजपा में नये प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी जल्द होने को लेकर हलचल तेज हो गई है।

प्रदेश में नई सरकार गठन के बाद से ही नये अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा था। स्वतंत्रदेव सिंह के योगी सरकार में मंत्री बन जाने के कारण यह चर्चाएं तेज थीं। हालांकि अध्यक्ष के रूप में भी उन्होंने अपना तीन साल का कार्यकाल गत 16 जुलाई को पूरा कर लिया था। मंत्री बनने के बाद से संगठन से ज्यादा विभागीय दौरों और बैठकों में ही उनकी व्यस्तता देखने को मिल रही थी।



 माना जा रहा है कि नये अध्यक्ष की घोषणा तक कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में वे काम करते रहेंगे। पार्टी के 29 से 31 जुलाई के बीच होने वाले प्रशिक्षण वर्ग के बाद नये अध्यक्ष का ऐलान हो सकता है।



उधर, अध्यक्ष पद की दौड़ में पहले से ही पार्टी के दर्जनभर से अधिक चेहरे शामिल थे। बीते एक सप्ताह से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नाम भी बहुत तेजी से इस फेहरिस्त में शामिल हुआ है। दिल्ली में उनकी प्रधानमंत्री सहित अन्य शीर्ष नेताओं से उनकी हालिया मुलाकात के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। इसके अलावा पूर्व डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी, सांसद सुब्रत पाठक, रामशंकर कठेरिया, दिनेश उपाध्याय, ब्रज बहादुर, विनोद सोनकर सहित कई अन्य नाम भी इस दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं।

Wednesday 27 July 2022

आजमगढ़ 8 बंदियों पर दर्ज कराया गया मुकदमा डीएम-एसपी की छापेमारी में मिली थी 12 मोबाइल, 98 पुड़िया अवैध गांजा, चार्जर, नकदी व अन्य प्रतिबंधित सामग्री


 आजमगढ़ 8 बंदियों पर दर्ज कराया गया मुकदमा


डीएम-एसपी की छापेमारी में मिली थी 12 मोबाइल, 98 पुड़िया अवैध गांजा, चार्जर, नकदी व अन्य प्रतिबंधित सामग्री




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ डीएम-एसपी द्वारा की गई छापेमारी के दौरान कैदियों के पास से मिले मोबाइल सहित अन्य प्रतिबंधित सामग्रियों के मद्देनजर प्रशासन ने दो अज्ञात सहित 8 बंदियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। 


सूत्रो के मुताबिक जिन कैदियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है उनमें राकेश राय, शेषधर यादव, मनीष सिंह, कमलेश, प्रकाश जायसवाल, अरविन्द यादव, बरामदशुदा मोबाइल फोन के प्रयोगकर्ता नाम पता अज्ञात व एक अज्ञात शामिल है।



बता दें कि कल मंगलवार को मण्डलीय कारागार में जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज और पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के नेतृत्व में प्रशासन और पुलिस की टीम दोपहर एक बजे के बीच अचानक छापेमारी की। छापेमारी की यह कार्रवाई शाम 4.30 बजे तक चली। जिला प्रशासन की छापेमारी के दौरान जेल से 12 मोबाइल फोन, चार्जर और 98 पुड़िया गांजा सहित अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की गई थी।

आजमगढ़ अतरौलिया आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने का घेराव करने के बाद हाईवे किया जाम मारपीट व अप्राकृतिक दुष्कर्म मामले में पुलिस पर लगाया लीपापोती का आरोप


 आजमगढ़ अतरौलिया आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने का घेराव करने के बाद हाईवे किया जाम


मारपीट व अप्राकृतिक दुष्कर्म मामले में पुलिस पर लगाया लीपापोती का आरोप


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ अतरौलिया थाना क्षेत्र के हाथीपुर गांव में एक व्यक्ति के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म के मामले में बुधवार को ग्रामीणों ने आन्दोलन कर दिया। ग्रामीणों द्वारा दो घंटे तक अतरौलिया थाने का घेराव कर नारेबाजी की गई। उसके बाद भी जब ग्रामीणों की सुनवाई नहीं हुई तो ग्रामीणों द्वारा सौ शैय्या अस्पताल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-233 जाम कर दिया गया। हाईवे पर एक घंटे तक आवागमन बाधित हो गया।


बताते चलें कि विगत 20 जुलाई को हाथीपुर गांव निवासी एक व्यक्ति ने दूसरे पक्ष के तीन लोगों द्वारा अप्राकृतिक दुष्कर्म व मारपीट करने का आरोप लगाया था। अतरौलिया पुलिस ने मामले में तीन आरोपितों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया, लेकिन पीड़ित का मेडिकल परीक्षण नहीं कराया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामले में लीपापोती करने के मकसद से आरोपितों का शांति भंग की धारा में चालान किया है।

पुलिस कार्यशैली से क्षुब्ध होकर करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू, भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष नीरज तिवारी, ब्लाक प्रमुख कोयलसा प्रतिनिधि संतोष यादव स्वजन व ग्रामीणों के साथ सुबह थाने पहुंचकर थाना प्रभारी से पीड़ित का मेडिकल कराने की मांग करने लगे। थाना प्रभारी के जवाब से असंतुष्ट होकर हाईवे पहुंचकर रास्ता जाम कर दिया। 


नीरज तिवारी ने पीड़ित का मेडिकल कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, वहीं वीरू ने कहा कि न्याय के लिए हम लोग मुख्यमंत्री तक जाएंगे। थाना प्रभारी रुद्रभान पांडेय ने मेडिकल परीक्षण कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया।

उत्तर प्रदेश में आसमान से बरस रही मौत, 18 लोगों की मौत सीएम ने व्यक्त किया दुख, वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्देश


 उत्तर प्रदेश में आसमान से बरस रही मौत, 18 लोगों की मौत


सीएम ने व्यक्त किया दुख, वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्देश



लखनऊ उत्तर प्रदेश में आसमान से बारिश के अलावा मौत भी बरस रही है। अधिकारियों के मुताबिक पिछले दो दिनों में बिजली गिरने से कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को 12 लोगों की बिजली गिरने से मौत हुई जिनमें सात कौशांबी में और पांच प्रयागराज में मौतें हुई। 



सोमवार को कुछ 6 लोगों की मौत हुई थी जिनमें से चार गाजीपुर में और दो भदोही में मौत हुई थी। जानकारी के मुताबिक कौशांबी में चौल तहसील में पांच लोगों की मौत हुई है, जबकि मंझनपुर तहसील और सिराथू में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।



कौशाम्बी के पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा के मुताबिक मृतकों की पहचान बिट्टन देवी (60), बसंत पासी (45), मुन्ना (13), धर्मेंद्र (33), रंजना देवी (19), रामप्रसाद (50) और लक्ष्मी देवी (50) के रूप में हुई है। 



इसके अलावा भदोही में जिले के गोपीगंज और औराई थाना क्षेत्र से एक-एक मौत की खबर है। अधिकारियों ने कहा कि भदोही में मरने वालों में औराई क्षेत्र के आदर्श यादव (10) और गोपीगंज की कुसुम देवी (33) हैं जिनकी सोमवार को बिजली गिरने से मौत हुई।



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली गिरने के कारण हुए जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया है। सीएम योगी ने भदोही और कौशांबी में प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है। प्रयागराज जिले के अधिकारियों के मुताबिक मंगलवार को बिजली गिरने की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और चार घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक गाजीपुर में अलग-अलग घटनाओं में बिजली गिरने से तीन चचेरे भाइयों समेत चार लोगों की मौत हो गयी। जानकारी के मुताबिक भूडकुड़ा कोतवाली थाना क्षेत्र के मस्तीपुर गांव के बाहर सोमवार की देर शाम तीन चचेरे भाइयों ने पेड़ के नीचे शरण ली थी। पुलिस ने कहा कि बिजली गिरने से तीनों की मौत हो गई जब कि एक किशोर गंभीर रूप से झुलस गया। मृतकों की पहचान अभिषेक सरोज (12), मुकेश सरोज (12) और सागर सरोज (14) के रूप में हुई है।

लखनऊ जेई ने पत्नी और बेटी के साथ खाया जहर, तीनों की हुई मौत


 लखनऊ जेई ने पत्नी और बेटी के साथ खाया जहर, तीनों की हुई मौत




 उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक ही परिवार के तीन लोगों की संदिग्ध मौत हो गई है वारदात जानकीपुरम में हुई है बताया जा रहा है कि मां, पिता और उनकी बेटी ने जहर खा लिया है। बाप और बेटी को डॉक्टरों ने ब्रॉट डेड घोषित कर दिया, जबकि मां की इलाज के दौरान मौत हो गई मौके पर पुलिस के तमाम अधिकारी मौजूद हैं।



 पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, नलकूप विभाग में जेई के पद पर तैनात शैलेंद्र कुमार (45 वर्षीय) ने अपनी पत्नी गीता (40 वर्षीय) और बेटी प्राची (17 वर्षीय) के साथ जहर खा लिया आनन-फानन में तीनों को मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में लाया गया. शैलेंद्र और प्राची को डॉक्टरों ने तुरंत मृत घोषित कर दिया, जबकि गीता की इलाज के दौरान मौत हो गई।



जानकीपुरम विस्तार इलाके में शैलेंद्र कुमार अपने परिवार के साथ रहते थे. उनके परिवार में पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है  बेटा फिलहाल बेंगलुरु में एक स्पोर्ट्स इवेंट में हिस्सा लेने गया है बुधवार को घर में शैलेंद्र, पत्नी गीता और बेटी प्राची के साथ थे।



 पुलिस ने बताया कि हमें सुबह 9.30 बजे पड़ोसियों ने तीनों के जहर खाने की सूचना दी है पुलिस के मुताबिक, जैसे ही हमें तीनों के जहर खाने की सूचना मिली तो हम तुरंत घर पर पहुंचे और तीनों को ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया, जहां बाप और बेटी को डॉक्टर ने ब्रॉट डेथ घोषित कर दिया और मां का इलाज शुरू किया। मां की हालत बेहद गंभीर थी और डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसकी भी मौत हो गई। घर पर फॉरेंसिक की टीम पहुंच गई है।


जानकीपुरम विस्तार पुलिस का कहना है कि हमें अभी कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, घर की तलाशी ली जा रही है और फॉरेंसिक एक्सपर्ट को बुलाया गया है इसके साथ ही पुलिस उन पड़ोसियों से पूछताछ कर रही है, जिन्होंने तीनों को सबसे पहले देखा था अभी जहर खाने के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है।

जालौन शिक्षिका ने फांसी लगाकर दी जान, वीडियो वायरल


 जालौन शिक्षिका ने फांसी लगाकर दी जान, वीडियो वायरल



जालौन में एक शिक्षिका ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शिक्षिका ने अपने पति और सास-ससुर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है की शिक्षिक ने मरने से पहले एक वीडियो भी जारी किया। जो बुधवार को सामने आया है। शिक्षिका ने मंगलवार शाम को अपने घर में सुसाइड किया था। मामले में पुलिस का कहना है, शिक्षिका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।



 शिक्षिका ने अपने वीडियो में कहा था, अगर मैं मर जाऊं तो इन लोगों को सजा देना मेरे सास-ससुर को और मेरे पति को। हार्दिक को अपने पास रखना। वीडियो में प्रिंसी रोती हुई दिखाई दे रही है। पुलिस वीडियो के आधार पर शिक्षिका के सास-ससुर से पूछताछ कर रही है। घटना कोंच कोतवाली क्षेत्र के मंडी की है।


शिक्षिका के पति सौरभ ने बताया, 3 महीने पहले हमारा बच्चा हुआ था। तब से प्रिंसी परेशान रहती थी। उसका इलाज भी इटावा में चल रहा था। उसके बाद झांसी में इलाज करवाया गया, लेकिन फायदा नहीं हुआ। हमारी शादी 2012 में हुई थी। तब हम लोग एट में रहते थे। वहां मेरी फर्नीचर की दुकान है। 2018 में प्रिंसी की बस्ती के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी लग गई। नौकरी लगने के बाद हम लोग कोंच में आकर रहने लगे। यहां प्रिंसी के मायके वाले भी रहते थे।



 बुधवार को मेरा जन्मदिन था। मैंने उसे बोला था, शाम को हम लोग मंदिर चलेंगे, लेकिन शाम को मेरे ससुर ने प्रिंसी की मौत की खबर फोन पर सुनाई। प्रिंसी मैटरनिटी लीव पर थी। वो हमेशा परेशान रहती थी। वहीं प्रिंसी के भाई रवि ने बताया, मेरी बहन को उसके सास-ससुर परेशान करते थे। वो लोग उसको पागल साबित करने में लगे रहते थे। उसका इलाज भी चल रहा था। ये लोग उसके साथ मारपीट करते थे। अगर वो पागल होती को उसकी नौकरी कैसे लगती। हम लोगों ने बहुत समझाया था। इन लोगों ने मुझे गोली मारने की धमकी भी दी थी। मेरी बहन को इन लोगों ने बहुत परेशान किया है। मामले में कोंच कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक बलिराज शाही का कहना है, अभी हम लोगों को किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली है। वीडियो के आधार पर पूछताछ की जा रही है। जांच कर आरोपियों पर कार्रवाई जरूर की जाएगी।

मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास को कोर्ट से राहत, कुर्की की अर्जी खारिज


 मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास को कोर्ट से राहत, कुर्की की अर्जी खारिज



लखनऊ एमपी/एमएलए कोर्ट के विशेष अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव ने सपा विधायक अब्बास अंसारी के खिलाफ कुर्की की प्रक्रिया की अर्जी खारिज कर दी है। महानगर पुलिस ने कोर्ट में प्रार्थनापत्र देकर अनुरोध किया था कि अब्बास अंसारी का पता नहीं चल रहा है, लिहाजा उनके विरुध फरारी की उद्घोषणा (82) की कार्रवाई की मंजूरी दी जाए।

अर्जी पर सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि पत्रावली को देखने से प्रतीत होता है कि अब्बास अंसारी के खिलाफ 14 जुलाई को गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। महानगर पुलिस वारंट का तामीला नहीं कर पाई और रिपोर्ट दाखिल कर दी कि काफी प्रयास के बावजूद अभियुक्त का पता नहीं चल रहा है। ऐसी स्थिति में उसके विरुद्ध सीआरपीसी की धारा 82 (फरारी की उद्घोषणा) का आदेश जारी किया जाए।



सूत्रो के मुताबिक अदालत ने कहा कि यह कहना पर्याप्त नहीं है कि अभियुक्त का कहीं कुछ पता नहीं चल रहा है। 14 जुलाई का वारंट पुलिस को तामील कराना चाहिए, फिर कोर्ट में आना चाहिए।



महानगर पुलिस को कोर्ट ने आदेश दिया कि अभियुक्त की अन्य स्थानों पर तलाश करे और गिरफ्तारी वारंट का अनुपालन सुनिश्चित करे। अदालत की राय में अभी यह नहीं कहा जा सकता कि अभियुक्त न्यायिक प्रक्रिया से खुद को छिपा रहा है लिहाजा यह अदालत धारा 82 की कार्यवाही करने का पर्याप्त आधार नहीं पाती है। पुलिस को अदालत ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि वह अदालत के 14 जुलाई के आदेश का अनुपालन करें तथा आगामी 10 अगस्त तक अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष गिरफ्तार करके पेश करें।



अब्बास अंसारी की ओर से अग्रिम जमानत अर्जी एमपी/ एमएलए के विशेष न्यायाधीश हरबंस नारायण की अदालत में दाखिल की है। इस पर दो अगस्त को सुनवाई होगी।

Tuesday 26 July 2022

आजमगढ़ नहीं मिली बाहुबली विधायक रमाकांत यादव को बैरक जानिए 14 दिन कहां रखे जायेंगे रमाकान्त 24 साल पुराने मामले में सरेंडर के बाद सोमवार को भेजे गये जेल।


 आजमगढ़ नहीं मिली बाहुबली विधायक रमाकांत यादव को बैरक


जानिए 14 दिन कहां रखे जायेंगे रमाकान्त


24 साल पुराने मामले में सरेंडर के बाद सोमवार को भेजे गये जेल।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद में जिस बाहुबली विधायक रमाकांत यादव की कभी तूती इस कदर बोलती थी कि एक इशारे पर बाहुबली के गुर्गों को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिला करती थी, आज हालत यह हो गई कि खुद विधायक रमाकांत यादव को बैरक नसीब नहीं हो पाया।


 आजमगढ़ की फूलपुर सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक रमाकांत यादव को जान से मारने की नीयत से हमला करने के 24 साल पुराने एक मामले में सोमवार को न्यायालय ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. तमाम हथकंडे अपनाने के बाद भी बाहुबली विधायक रमाकांत यादव को बैरक नहीं मिली।


अब सपा के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव 14 दिनों तक जेल में बने क्वारंटाइन में ही रहेंगे।



दरअसल, सपा विधायक रमाकांत यादव ने सोमवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था. रमाकांत यादव के अधिवक्ता आद्या शंकर दुबे ने बताया कि 17 फरवरी 1998 को आजमगढ़ लोकसभा सीट पर चुनाव के दौरान सपा उम्मीदवार रमाकांत यादव और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी अकबर अहमद डंपी और उनके समर्थकों के बीच फूलपुर थाना क्षेत्र के अंबारी चौक में विवाद हुआ और फिर गोलीबारी हुई थी. हालांकि इस घटना में किसी को गोली नहीं लगी थी।



उन्होंने बताया कि इस मामले में फूलपुर थाने के दारोगा वेद प्रकाश सिंह ने रमाकांत यादव तथा अकबर अहमद डंपी समेत कई लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद अक्टूबर 1998 में रमाकांत यादव और डंपी समेत 79 लोगों के विरुद्ध अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था।



 दुबे ने बताया कि रमाकांत यादव की याचिका पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने निचली अदालत की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी. दिसंबर 2021 में उच्च न्यायालय ने याचिका निस्तारित करते हुए यादव समेत सभी आरोपियों को न्यायालय में आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया,. उन्होंने बताया कि उस वक्त विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रमाकांत यादव ने आत्मसमर्पण नहीं किया था, इस पर एमपी-एमएलए अदालत ने सभी आरोपियों के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था।


सूत्रो के मुताबिक सोमवार को रमाकांत यादव ने आत्मसमर्पण कर दिया. इसके अलावा चक्का जाम करने के छह वर्ष पुराने मामले में भी रमाकांत यादव ने इसी अदालत में सोमवार को ही आत्मसमर्पण किया.

विगत 2016 में रोड जाम व तोड़फोड़ के मामले में बाहुबली विधायक रमाकांत यादव के खिलाफ वारंट जारी हुआ था. 307 के मामले में बाहुबली रमाकांत यादव ने हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर लिया था. स्टे आर्डर की अवधि समाप्त होने की बाहुबली रमाकांत यादव और उनके अधिवक्ता को जानकारी नहीं थी, जिसकी वजह से विपक्ष के अधिवक्ता ने फायदा उठाया और कोर्ट के सामने दलील रख जेल भिजवाया।

लखनऊ स्वामी प्रसाद मौर्य के कार्यालय पर पहुंची एसटीएफ 3 घंटे की पूछताछ, जानें पूरा मामला


 लखनऊ स्वामी प्रसाद मौर्य के कार्यालय पर पहुंची एसटीएफ


3 घंटे की पूछताछ, जानें पूरा मामला


लखनऊ यूपी एसटीएफ ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य से अपने कार्यालय में तीन घंटे तक पूछताछ की। स्वामी प्रसाद से उनके पूर्व निजी सचिव अरमान खान द्वारा बेरोजगारों को नौकरी के नाम पर ठगने के मामले में एसटीएफ ने नोटिस देकर बुलाया था। अरमान समेत पांच लोगों को एसटीएफ ने 21 अप्रैल को गिरफ्तार किया था। स्वामी प्रसाद मौर्य एसटीएफ के कई सवालों का जवाब देने से बचते रहे। अधिकतर सवालों के जवाब में वह कोई जानकारी न होने की बात कहते रहे। 


अरमान पर आरोप है कि उसने स्वामी प्रसाद मौर्य के मंत्री रहने के दौरान उनके निजी सचिव के केबिन में बैठकर कई दिन तक बेरोजगारों को बुलाया था। इन्हें सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 10 से 12 लाख रुपये वसूले गये। कई लोगों को नियुक्ति पत्र थमा कर उनकी ट्रेनिंग भी करा दी गई। पर, बाद में सच सामने आ गया था। विरोध पर अरमान ने बेरोजगारों को धमकाना शुरू कर दिया था। इसके बाद ही एसटीएफ को जांच दी गई थी। एसटीएफ ने अरमान व उसके चार साथियों फैजी, विशाल, असगर और अमित को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया था।



सूत्रो के मुताबिक  इसी मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य को एसटीएफ ने पूछताछ करने के लिये नोटिस भेजा था। एसटीएफ के अफसरों ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो स्वामी प्रसाद को दोबारा भी बुलाया जा सकता है। स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा छोड़ कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये थे। इससे पहले स्वामी बसपा में लम्बे समय तक रहे थे। इस बार स्वामी प्रसाद ने कुशीनगर के फाजिलनगर से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गये थे। सपा के टिकट पर वह निर्विरोध एमएलसी चुने गये हैं।

आजमगढ़ जेल से 97 पुड़िया गांजा, 12 मोबाइल बरामद डीएम-एसपी की संयुक्त छापेमारी के बाद मचा हड़कंप, ली गई एक-एक बैरक की तलाशी जिम्मेदारी तय कर की जाएगी प्रशासनिक और वैधानिक कार्रवाई-डीएम


 आजमगढ़ जेल से 97 पुड़िया गांजा, 12 मोबाइल बरामद


डीएम-एसपी की संयुक्त छापेमारी के बाद मचा हड़कंप, ली गई एक-एक बैरक की तलाशी

जिम्मेदारी तय कर की जाएगी प्रशासनिक और वैधानिक कार्रवाई-डीएम



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मण्डलीय कारागार में आज जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज और पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के नेतृत्व में प्रशासन और पुलिस की टीम ने दोपहर एक बजे के बीच अचानक छापेमारी की। छापेमारी की यह कार्रवाई शाम 4.30 बजे तक चलती रही।


 सूत्रो के मुताबिक जिला प्रशासन ने एक-एक बैरक की तलाशी ली। छापेमारी के दौरान जेल से 12 मोबाइल फोन, चार्जर और 97 पुड़िया गांजा सहित अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की गई। 



बता दें कि तीन वर्ष पूर्व हुई छापेमारी में भी 37 मोबाइल फोन बरामद हुआ था। जिसमें जेल अधीक्षक, जेलर सहित डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया था।


जिलाधिकारी विशाल भारद्धाज ने बताया कि जिला प्रशासन के आकस्मिक निरीक्षण में 12 मोबाइल फोन, चार्जर, अन्य आपत्तिजनक वस्तुओं के साथ 97 गांजे की पुड़िया बरामद हुई है। इस संबंध में जिम्मेदारी तय करते हुए प्रशासनिक और वैधानिक दोनों कार्रवाईयां की जाएंगी। 


जिला प्रशासन ने जेल में छापेमारी की बात को इतना गोपनीय रखा कि इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं मिली। यहां तक की छापेमारी में शामिल इंस्पेक्टर और एसओजी टीम के साथ किसी को भी इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई। यही कारण है कि जेल से 12 फोन बरामद हो सके।

सुल्तानपुर आरटीओ सिपाही और ड्राइवर को ट्रक ने रौंदा, दोनों की मौत मंगलवार की भोर में वाहन चेकिंग के दौरान हुई घटना


 सुल्तानपुर आरटीओ सिपाही और ड्राइवर को ट्रक ने रौंदा, दोनों की मौत


मंगलवार की भोर में वाहन चेकिंग के दौरान हुई घटना




उत्तर प्रदेश सुलतानपुर जिले में लखनऊ-बलिया राजमार्ग पर माधवपुर छतौना के पास मंगलवार भोर में वाहन चेकिंग के दौरान तेज रफ्तार ट्रक ने आरटीओ के प्रवर्तन सिपाही और संविदा कर्मी ड्राइवर को कुचल दिया। दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने मौका मुआयना किया। पुलिस ने पंचायतनामा भर कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।



एआरटीओ राकेश कुमार वर्मा मंगलवार भोर में लखनऊ- बलिया राजमार्ग पर गोसाईगंज थाना क्षेत्र के माधवपुर छतौना गांव के पास गाड़ी से नीचे उतर कर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच सुलतानपुर से कादीपुर की तरफ जा रही तेज रफ्तार ट्रक ने एआरटीओ के चालक अब्दुल मोबीन निवासी शास्त्री नगर थाना कोतवाली नगर और सिपाही अरुण सिंह निवासी बीकेटी लखनऊ को रौंद दिया। हादसे में अनुबंधित गाड़ी के चालक मोबीन और प्रवर्तन विभाग के सिपाही अरूण सिंह की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना में एआरटीओ वाहन भी क्षतिग्रस्त हुआ है। 



घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने क्षेत्राधिकारी जयसिंहपुर कृष्णकांत सरोज और थानाध्यक्ष सन्दीप राय के साथ जांच पड़ताल की है। वही ट्रक को कब्जे में लेकर पुलिस घटना की छानबीन में जुटी है। एआरटीओ राकेश कुमार वर्मा ने बताया वह टीम के साथ चेकिंग करके कादीपुर से लौट रहे थे। रास्ते मे लघुशंका के लिए गाड़ी खड़ी किए थे, तभी हादसा हो गया।


 थानाध्यक्ष सन्दीप कुमार राय ने बताया ट्रक ड्राइवर फरार है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। सीओ कृष्णकांत सरोज ने बताया कि चेकिंग के दौरान घटना घटी है। जांच की जा रही है।

लखनऊ बदमाशों ने कपड़ा व्यापारी पर बरसाई गोलियां, हुई मौत


 लखनऊ बदमाशों ने कपड़ा व्यापारी पर बरसाई गोलियां, हुई मौत




उत्तर प्रदेश लखनऊ के ठाकुरगंज में कपड़ा व्यापारी महेंद्र मौर्या (30) की ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी। पैदल आए हमलावरों की पहली गोली कार के शीशे को भेदती हुई अंदर चली गई जबकि दो गोलियां महेंद्र के सीने और पेट की तरफ लगी। घर से कुछ दूरी पर हुई फायरिंग की आवाज सुनकर महेंद्र के घर वाले बाहर आये तो उसे खून से लथपथ देखकर दहशत में आ गए। अफरातफरी के बीच महेंद्र को ट्रॉमा ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घर वालों ने कुछ लोगों से महेंद्र का विवाद चलने की बात कही है। इसी आधार पर तीन लोगों की तलाश में रात करीब डेढ़ बजे दबिश दी गई लेकिन कोई हाथ नहीं लगा। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।



एसीपी चौक आईपी सिंह के मुताबिक भुवर गांव के पास रहने वाले रोशन लाल मौर्य का जेएमआर नाम से मैरिज लॉन है। उनके बेटे महेंद्र की पारा में कपड़े की दुकान है। रोजाना की तरह महेंद्र रात करीब 10 बजे दुकान बंद कर कार से घर लौट रहा था। भुवर क्रासिंग के पास ही पैदल आ रहे कुछ युवकों ने उसकी कार रुकवा ली। कुछ समझने से पहले ही इन बदमाशों ने फायरिंग कर दी। एक गोली खिड़की का शीशा तोड़ते हुए अंदर जा धंसी। इसके बाद दो और फायर किए गए। ये दोनों गोलियां महेंद्र को लगी और वह ड्राइविंग सीट पर ही खून से लथपथ होकर लुढ़क गए।



 फायरिंग की आवाज सुनकर महेंद्र के घर वाले और पड़ोसी निकल आए। सब लोग महेंद्र को केजीएमयू ले गये जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।


 ठाकुरगंज इंस्पेक्टर हरिश्चंद्र ने एक टीम सीसी फुटेज खंगालने में लगा दिए। पता चला कि बदमाश अपने वाहन से आए थे जिसे कुछ दूरी पर ही खड़ा कर दिया था। फुटेज में तीन जगह बदमाश आते दिखाई पड़े हैं। अभी उनके चेहरों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस घर वालों और उसके परिचितों से पूछताछ कर उसकी दुश्मनी के बारे में पता करने का प्रयास कर रही है।



 बताया जा रहा है कि महेंद्र का कुछ लोगों से पहले विवाद हुआ था। हालांकि इसको लेकर ऐसा कभी नहीं लगा कि हत्या कर दी जाएगी। इस बारे में भी पुलिस पड़ताल कर रही है। पुलिस का कहना है कि यह वारदात रात करीब 10 बजे की है। गोली लगने की सूचना मिलते ही परिवारीजन उसे ट्रॉमा लेकर चले गए थे। यहां मृत घोषित होने के करीब दो घंटे बाद पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद ही पुलिस सक्रिय हुई।

लखनऊ 20 पीपीएस अफसरों का हुआ तबादला पुलिस उपाधीक्षकों व अपर पुलिस अधीक्षकों का ट्रांसफर


 लखनऊ 20 पीपीएस अफसरों का हुआ तबादला


पुलिस उपाधीक्षकों व अपर पुलिस अधीक्षकों का ट्रांसफर



लखनऊ यूपी में प्रांतीय पुलिस सेवा के 20 अफसरों का तबादला कर दिया गया है। इसके तहत पुलिस उपाधीक्षकों और अपर पुलिस अधीक्षकों को स्थानांतरित किया गया है।

यहां देखें पूरी सूची-


खत्म होगी 250 ग्राम प्रधानों की प्रधानी चली जाएगी मार्टिनगंज ब्लॉक प्रमुख की प्रमुखी पंचायतों के प्रधान, कम्प्यूटर आपरेटर और ग्राम रोजगार सेवकों की चिन्ता बढ़ी


 खत्म होगी 250 ग्राम प्रधानों की प्रधानी


चली जाएगी मार्टिनगंज ब्लॉक प्रमुख की प्रमुखी


पंचायतों के प्रधान, कम्प्यूटर आपरेटर और ग्राम रोजगार सेवकों की चिन्ता बढ़ी



लखनऊ ग्राम प्रधान चुने जाने के सवा साल के भीतर ही प्रधानी जाने की नौबत आ गई है। जी हां, करीब 250 ग्राम प्रधानों की प्रधानी जल्द ही चली जाएगी। यह नहीं इन ग्राम पंचायतों में तैनात कंप्यूटर आपरेटर और मनरेगा की मजदूरी से जुड़े ग्राम रोजगार सेवक की नौकरी भी जाएगी। अभी छह महीने पहले ही इन कम्प्यूटर आपरेटरों की भर्ती की गई है।




ऐसा प्रदेश सरकार द्वारा पिछली कैबिनेट बैठक में 18 नई नगर पंचायतों के गठन और 20 मौजूदा नगर पंचायतों के सीमा विस्तार का फैसला करने के कारण हो रहा है। जल्द ही प्रदेश की करीब 250 ग्राम पंचायतों का वजूद खत्म हो जाएगा। पिछले साल अप्रैल-मई में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव हुए थे और उसके बाद जून में ग्राम पंचायतों का गठन हुआ था। प्रदेश सरकार द्वारा नई नगर पंचायतों के गठन और सीमा विस्तार के निर्णय के बाद खत्म होने वाली इन ग्राम पंचायतों के प्रधान, कम्प्यूटर आपरेटर और ग्राम रोजगार सेवक सबकी चिन्ता बढ़ गई हैं।



आजमगढ़ में तो मार्टिनगंज ब्लाक के प्रमुख की प्रमुखी इस फैसले की वजह से जा रही है। यह ब्लाक प्रमुख जिस ब्लाक से क्षेत्र पंचायत सदस्य चुना गया था, वह ब्लाक अब नई नगर पंचायत में शामिल होने जा रहा है। एक अनुमान के अनुसार करीब पांच से सात ग्राम पंचायतों को मिलाकर नई नगर पंचायत बनेगी। सीमा विस्तार की वजह से भी करीब सवा सौ ग्राम पंचायतें खत्म होंगी। कुछ प्रभावित ग्राम प्रधान इस निर्णय के खिलाफ अदालत की शरण लेने की भी तैयारी कर रहे हैं। पंचायतीराज ग्राम प्रधान संगठन ने भी सरकार के इस फैसले पर नाराजगी जताई है।



संगठन के प्रवक्ता ललित शर्मा का कहना है कि अगर राज्य सरकार को यही करना था तो सवा साल पहले इन ग्राम पंचायतों में चुनाव नहीं करवाना था। बताते चलें कि पंचायतीराज विभाग ने भी नई नगर पंचायतों के गठन व कई नगर पंचायतों के सीमा विस्तार के प्रस्ताव पर आपत्ति दर्ज करवाई थी।