Saturday 11 June 2022

आगरा दरोगा ने सिपाहियों संग मिलकर चांदी कारीगरों को लूटा अपहरण कर पुलिस चौकी में दी थर्ड डिग्री, एनकाउंटर का डर दिखा वसूले रुपये


 आगरा दरोगा ने सिपाहियों संग मिलकर चांदी कारीगरों को लूटा


अपहरण कर पुलिस चौकी में दी थर्ड डिग्री, एनकाउंटर का डर दिखा वसूले रुपये




उत्तर प्रदेश आगरा के थाना एत्माउद्दौला की फाउंड्री नगर पुलिस चौकी में तैनात दरोगा और सिपाहियों ने चांदी कारीगर भाइयों से दिन दहाड़े बीच सड़क 350 ग्राम चांदी लूटी और फिर उनका अपहरण करके चौकी पर ले जाकर उन्हें थर्ड डिग्री दी। इसके बाद उन्हें एनकाउंटर में लंगड़ा बना देने का डर दिखा कर 5 लाख की डिमांड कर दी। परिवार ने जैसे तैसे 74 हजार देकर दोनों को मुक्त करवाया। एसएसपी ने जांच के बाद दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। लूट की वारदात की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है।




जानकारी के मुताबिक शनिवार को थाना एत्माउद्दौला में समाधान दिवस के दौरान एसएसपी आगरा सुधीर कुमार व डीएम प्रभु नारायण सिंह के सामने शिकायत आई। हाथरस जिले के सादाबाद निवासी चांदी कारीगर विपिन कुमार 7 जून को घर से 25 किलो चांदी के आभूषण लेकर आगरा किनारी बाजार में डिलीवर करने जारहे थे। उनका भाई धर्मेंद्र बाइक चला रहा था। 



इसी दौरान टेढ़ी बगिया चौराहे के पास अजय नेहरा नामक एक सिपाही व एक सादा कपड़ों में युवक ने उन्हें रोक लिया और चौकी चलने को कहा, उनके द्वारा मौके पर ही कागज और डीएल देखने की बात कहने पर सिपाही ने फोन किया और मौके पर दरोगा नीलकमल, सिपाही कपिल कुमार और एक सादा कपड़ों में व्यक्ति आया और जबरन उन्हें कार में डालकर चौकी ले गए। यहां दिन भर उन्हें यातनाएं दी गईं। 



इसके बाद दरोगा ने अपने नम्बर से उनके परिजनों ने वाट्सअप कॉल कार्रवाई और 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। पैसे न देने पर उन्हें चांदी लुटेरा बनाकर एनकाउंटर कर लंगड़ा बनाने की धमकी देकर डराया गया। पीड़ित के अनुसार पिता ने हाथ- पैर जोड़कर उन्हें 74 हजार रुपये दिए और देर रात पुलिसकर्मियों ने उन्हें किसी तरह की राजनीति न करने की चेतावनी देकर भगा दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उसके पास रखे 2200 रुपये और झोले से 350 ग्राम चांदी भी रख ली।




पीड़ित विपिन ने बताया कि 7 जून की रात 2 बजे उन्हें छोड़ा गया और तब से लेकर आआज सुबह तक वो दहशत में घर पर रहे। इस दौरान बिना कोई जुर्म के मिली सजा को याद करके वो दोनों भाई रोते रहे। इसके बाद परिवार और आस- पड़ोस के लोगों ने उन्हें हिम्मत दी। तब तक छोटे भाई ने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जानकारी कर ली और फिर वो लोग एसएसपी के सामने पेश हुए। एसएसपी सुधीर कुमार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल खुद प्रारंभिक जांच की और फिर सबूतों के आधार पर दरोगा नीलकमल, सिपाही कपिल और अजय को सस्पेंड कर दिया है। 



शेष दो आरोपियों की जानकारी कर गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए हैं। एसएसपी ने एसपी ग्रामीण सत्यजीत गुप्ता को जांच कर 3 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। एसएसपी के अनुसार अगर जांच में आरोपी पुलिसकर्मी दोषी पाए गए तो तत्काल मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाएगी।

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