आजमगढ़ फर्जी एसओजी टीम का खुलासा, 4 गिरफ्तार
अपहरण कर फिरौती वसूलने की घटना का सफल अनावरण
कब्जे से 4.6 लाख के जेवर, सवा लाख रुपए, स्कार्पियो, बाइक और बंदूक बरामद
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ अहरौला थाने की पुलिस ने मंगलवार की रात पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से सटे गोसांईपुरा गांव के पास एसओजी टीम का सदस्य बनकर भोले-भाले व संदिग्ध लोगों को पकड़कर उनसे वसूली करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए एक व्यक्ति का अपहरण कर उसके परिवार से लगभग 10 लाख रुपए वसूली की घटना का सफल अनावरण भी किया है।
पुलिस ने पकड़े गए लोगों के कब्जे से स्कार्पियो वाहन, बाइक, चार लाख छह हजार रू कीमत के जेवर व सवा लाख रुपए के साथ ही 12 बोर की बंदूक व कारतूस बरामद किया है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के रीवां सुल्तानपुर ग्राम निवासी महेंद्र यादव पुत्र रामदेव यादव का आरोप है कि बीते 26 अप्रैल को वह अपनी बाइक से अहरौला थाना क्षेत्र के कटवा गहजी ग्राम निवासी मनोज गौतम के घर जा रहा था। कटवा गहजी ग्राम स्थित नहर पटरी पर उसने अपनी बाइक खड़ी किया। तभी स्कार्पियो सवार कुछ व्यक्ति वहां आए और खुद को एसओजी का सदस्य बताते हुए उसे अपने वाहन में बैठाकर चल दिए। इसके बाद वाहन सवार लोगों ने महेंद्र के साथ मारपीट करते हुए मुक्ति पाने के लिए 10 लाख रुपए की मांग कर दी। उन लोगों ने महेंद्र की मोबाइल लेकर उसके छोटे भाई को कॉल किया फोन पीड़ित के भाई की पत्नी अनामिका ने उठाया तो उसे बताया गया कि महेंद्र की सलामती चाहती हो तो 10 लाख रुपए का इंतजाम कर बताए गए पते पर लेकर पहुंचो।
इसके बाद वाहन सवार लोग महेंद्र को अपने साथ लेकर क्षेत्र में घुमाते रहे। उधर परेशान परिजनों ने आनन-फानन और जेवर की व्यवस्था कर एसओजी टीम द्वारा बताए गए स्थान पर पैसा लेकर बाजार पहुंचे वहां वाहन सवार लोगों ने 360000 रुपए व साढ़े छह लाख कीमत के जेवर लेकर पहुंची महेंद्र की भयोहू अनामिका से वसूलने के बाद महेंद्र को मुक्त कर चले गए।
पीड़ित महेंद्र यादव ने बीते 29 मई को अहरौला थाने में घटना के बाबत शिकायत पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की। इस संबंध में अज्ञात अभियुक्तों के खिलाफ महिला थाने में धारा 364 ए के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर घटना की विवेचना अहरौला थाना प्रभारी गजानंद चौबे को सौंपी गई। मामले की विवेचना कर रही पुलिस टीम को मंगलवार की रात जानकारी मिली की फर्जी एसओजी के सदस्य बनकर लोगों का अपहरण कर रकम वसूलने वाले गिरोह के सदस्य पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के समीप गोसाई पूरा गांव के समीप मौजूद हैं।
पुलिस तत्काल बताए गए स्थान पर जा धमकी और वहां मौजूद स्कार्पियो सवार चार लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। पकड़े गए आरोपियों में राजेंद्र पाठक पुत्र सालिक राम ग्राम शिवरा थाना सिकरारा जनपद जौनपुर, सूर्यभान गौतम पुत्र दधिबलराम ग्राम बनकट थाना अहरौला, मनीष पाठक पुत्र सीताराम ग्राम ठुकमुद्दीपुर थाना महराजगंज तथा प्रहलाद मौर्य पुत्र शिवबचन मौर्य ग्राम टाड़ा थाना बड़हलगंज जनपद गोरखपुर के निवासी बताए गए हैं।
इनके कब्जे से एक लाख अठ्ठाईस हजार रुपया नगद, 4.6 लाख रूपये के आभूषण, एक अदद 12 बोर बन्दूक नजायज,दो जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त स्कार्पियो वाहन तथा फिरौती के पैसे से खरीदी गयी मोटरसाइकिल बरामद हुए हैं।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त इस घटना के साथ ही अन्य जनपदों में भी इस तरह के अपराध कारित कर चुके हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि यह गैंग सीआईए के नाम से एजेन्सी (वेबसाइट) चलाते हैं। इस गैंग में राजेन्द्र पाठक जो स्वयं को राज्य प्रभारी तथा मनीष पाठक व सूर्यभान गौतम सदस्य तथा अभियुक्त प्रह्लाद मौर्य जनपद गोरखपुर का प्रभारी खुद को बताते हैं।
वेबसाइट के माध्यम से ये सभी पब्लिक से संपर्क कर धनउगाही करते हैं। इतना ही नहीं यह लोग पुलिस व प्रशासन से अपनी नजदीकी का दावा कर लोगों से पैसा वसूलते हैं। ये अपने वाहन को ऐसे तैयार किये थे जैसे पुलिस की गाड़ी हो। यह गिरोह ऐसे लोगो को टारगेट करता था जिनसे ये धौंस जमाकर आसानी से धनउगाही कर सके।
इस वेबसाइट का अध्ययन किया गया तो यह वेबसाइट आल इंडिया पर अपना नेटवर्क बना रखी है। देश भर में इसके पदाधिकारी वेबसाइट पर दर्शाये गये हैं। इस संबंध में पकड़े गए लोगों से और विस्तार से पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूरे मामले की विवेचना साइंटिफिक तरीके से करते हुए भविष्य में इनके विरूद्ध गैंग्स्टर एक्ट की कार्यवाही और उसके साथ साथ गैंग पंजीकरण की कार्यवाही की जायेगी।
अभियुक्तों द्वारा अर्जित सम्पत्ति को धारा 14(1) के तहत संपत्ति जब्तीकरण की भी कार्यवाही की जायेगी। इस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों के गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
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