Thursday 12 May 2022

आजमगढ़ कार्यकर्ताओं से माफी मांगें सीएम योगी पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष ने जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम योगी को लिखा पत्र कार्यकर्ताओं को दलाल कहने पर नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने मौन रखकर किया विरोध


 आजमगढ़ कार्यकर्ताओं से माफी मांगें सीएम योगी


पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष ने जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम योगी को लिखा पत्र

कार्यकर्ताओं को दलाल कहने पर नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने मौन रखकर किया विरोध




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिलाधिकारी कार्यालय पर भाजपा के कार्यकर्ता एवं पूर्व नगर अध्यक्ष पवन त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक सौंपा।




 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ललितपुर में दिए बयान के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष पवन देव त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी के नाम खुला पत्र लिखा है। पवन देव त्रिपाठी अपने साथियों के साथ मेहता पार्क स्थित अंबेडकर प्रतिमा के पास मौन रख कर अपना विरोध व्यक्त किया और पत्र के माध्यम से सीएम योगी द्वारा कार्यकर्ताओं को दलाल कहने पर माफी मांगने की बात कही।




बताते चले कि मुख्यमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा था कि वे दलाली करना बंद कर दें, मुख्यमंत्री अधिकारियों को खुद सुधार देंगे।





 पवन देव त्रिपाठी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ आधिकारियों के चंगुल में फंस गए हैं अधिकारी उन्हें जो पाठ पढ़ा रहे है वे उसी को सच मान रहे हैं जबकि जनता सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार के कारण कराह रही है और उसकी सुनने वाला कोई नहीं है।




 अगर भाजपा के कार्यकर्ता उनकी शिकायते करते हैं तो मुख्यमंत्री उन्हें ही दलाल कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के इस वक्तव्य से प्रदेश ही नहीं पूरे देश के भाजपा कार्यकर्ता आश्चर्यचकित, हतप्रभ और अवाक है। उन्होंने कहा कि यदि योगी भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा और उसके कार्यकर्ता निर्माण की प्रक्रिया से परिचित होते तो ऐसी बातें नहीं कहते। उन्होंने कहा कि संभवतः कार्यकर्ताओं के बारे में योगी जी की धारणा हिंदू युवा वाहिनी के कड़वे अनुभवों पर आधारित है, जिसे मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने भंग कर दिया था, ताकि उस संगठन के कार्यकर्ताओं की उदंडता के कारण उन्हें मुश्किलों का सामना न करना पड़े। 




पूर्व नगर अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री जी आपकी सरकार में भाजपा का कार्यकर्ता दलाली नहीं कर रहा है बल्कि अपनी ही सरकार में उपेक्षा से दुखी है। यदि सरकारी कर्मचारी ईमानदारी से अपना काम करते तो किसी कार्यकर्ता को आम जनता की सिफारिश करने के लिए सरकारी दफ्तर में दौड़ना नहीं पड़ता।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने दलाल कहकर भाजपा के करोडो कार्यकताओं का निरादर किया है।




 ऐसे में कोई कार्यकर्ता समाज में क्या मुह लेकर जाए जब आपने ही उसे दलाल घोषित कर दिया है। उन्होंने कहा कि आशा है मुख्यमंत्री अपने बयान पर पुनर्विचार करेंगे और कार्यकर्ताओं से माफी मांगेंगे।

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