Saturday 30 April 2022

शाहजहांपुर साहब! एक साल से देह व्यापार करवा रही है सौतेली मां 16 साल की लड़की ने पुलिस को सुनाई जुल्म की दास्तां, 3 गिरफ्तार


 शाहजहांपुर साहब! एक साल से देह व्यापार करवा रही है सौतेली मां


16 साल की लड़की ने पुलिस को सुनाई जुल्म की दास्तां, 3  गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक सौतेली मां द्वारा दो सहयोगियों के साथ मिलकर अपनी 16 वर्षीय बेटी को बंधक बनाकर कथित रूप से देह व्यापार कराये जाने का मामला सामने आया है।



 पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी महिलाओं की तलाश कर रही है।पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजीव बाजपेई ने शनिवार को बताया कि पुवायां थाने में शुक्रवार रात को पहुंची एक 16 वर्षीय किशोरी ने आरोप लगाया कि उसकी सौतेली मां उससे पिछले एक वर्ष से देह व्यापार करा रही है।



उन्होंने पुलिस में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के हवाले से बताया कि किशोरी से उसकी सौतेली मां सरला देवी तथा मुन्नी देवी एवं मिथिलेश एक साल से देह व्यापार करा रही थी। शिकायत के मुताबिक किशोरी को बंधक बनाकर रखा जाता तथा कड़ी निगरानी की जाती है। किशोरी का आरोप है कि डरा धमकाकर लोगों के साथ संबंध बनाने के लिए उसे बाध्य किया जा रहा था।



 बाजपेई ने बताया कि किशोरी की सौतेली मां उसको मिथिलेश के घर ले गई, जहां तीन दिनों से उसे लगातार लोगों के साथ संबंध बनाने पड़ रहे थे। तभी मौका पाकर वह शुक्रवार रात में भागकर थाना पुवायां पहुंच गई और उसने पुलिस को आपबीती बताई। उन्होंने बताया कि पुलिस ने किशोरी की सौतेली मां सरला देवी, मुन्नी देवी एवं मिथिलेश के विरुद्ध पॉक्सो सहित देह व्यापार अधिनियम के अलावा गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर किशोरी को चिकित्सीय परीक्षण के लिए भेजा है।



 एसपी ने बताया कि एक टीम गठित कर आरोपी महिलाओं की तलाश की जा रही है। बाजपेई ने बताया कि किशोरी का पिता पीलीभीत जिले के पूरनपुर कस्बे का रहने वाला है। जब किशोरी दो वर्ष की थी तभी उसकी मां की मौत हो गई। इसी बीच किशोरी के पिता सरला से दूसरी शादी कर ली। शादी के बाद सौतेली मां सरला ने साथ रह रही किशोरी को देह व्यापार के धंधे में उतार दिया।

लखनऊ योगी सरकार ने प्रयागराज के सहायक नगर आयुक्‍त, आगरा के बीएसए सहित कई अधिकारियों को किया सस्पेंड


 लखनऊ योगी सरकार ने प्रयागराज के सहायक नगर आयुक्‍त, आगरा के बीएसए सहित कई अधिकारियों को किया सस्पेंड


उत्तर प्रदेश लखनऊ योगी आदित्‍यनाथ सरकार 2.0 लगातार ऐक्‍शन में है। सरकार ने नगर विकास विभाग के सात अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की है। 


इनमें प्रयागराज के सहायक नगर आयुक्त राज कुमार गुप्ता (तत्कालीन अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, संभल) को निलंबित कर दिया गया है। गुप्ता पर सम्भल में रहने के दौरान वाहनों के क्रय, पंजीयन में अनियमित भुगतान का आरोप है। 


इसके अलावा छह अन्य नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए उन्हें चार्जशीट दी गयी है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरों टॉलरेंस की नीति के तहत यह कार्रवाई अपर मुख्य सचिव नगर विकास डा.रजनीश दुबे ने की है। इन अफसरों पर वित्तीय अनियमितता बरतने, विकास कार्यों में लापरवाही बरतने, मानक के विरुद्ध निर्माण कार्य करवाने समेत कई अन्य गंभीर आरोप हैं। विभागीय कार्रवाई की चपेट में आने वाले अफसरों में टाण्डा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राम पूजन श्रीवास्तव, सम्प्रति अधिशासी अधिकारी शामिल हैं। उन पर अनियमितताओं का आरोप है।



अलीगढ़ की जलाली नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी राज कुमार पर भी बारातशाला में नवीनीकरण में अनियमितता का आरोप है।


 जालौन की नगर पंचायत कदौरा के अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार सिंह पर एनजीटी के कामकाज और कान्हा गौशाला प्रबंधन में लापरवाही बरतने का आरोप है।


 बरेली जिले की नगर पंचायत धौर टाण्डा के अधिशासी अधिकारी देवेन्द्र प्रताप गौतम पर निर्माण कार्यों में खराब गुणवत्ता की शिकायत है। 



हमीरपुर की गोहान नगर पालिका परिषद की अधिकारी दीपालिका यादव पर औरैया में कार्यकाल के दौरान अनियमिताओं का आरोप है।



आगरा के बीएसए सतीश कुमार निलम्बित कर दिए गए हैं। उन्होंने हमीरपुर में तैनाती के दौरान शासन स्तर पर स्थानांतरण, पदस्थापन, सम्बद्धीकरण पर रोक होने के बाद भी नियमविरुद्ध विद्यालय व ब्लॉक परिवर्तन किया। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों के लिए जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया लेकिन सतीश कुमार ने बिना चयन समिति के अनुमोदन के कुछ शिक्षकों का स्कूल या ब्लॉक बदल दिया। उन्होंने नियम विरुद्ध किए गए तबादले को डिस्पैच रजिस्टर में भी नहीं अंकित किया। प्रारम्भिक जांच में सतीश कुमार ने न तो सहयोग किया और न ही कोई अभिलेख उपलब्ध कराएं।



ओवर रेटिंग में लापरवाह बस्ती के आबकारी निरीक्षक निलंबित

शराब और बीयर की दुकानों पर अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक दाम वसूल किए जाने की शिकायतों पर कार्रवाई न करने पर बस्ती जिले के एक आबकारी निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। आबकारी आयुक्त सेंथिल पाण्डियन सी ने यह कार्रवाई की है। विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार बस्ती ओवर रेटिंग की शिकायत प्राप्त होने पर अन्य जिलों से टीमें भेज कर जांच कराई गई। जांच में दो दुकानों पर ओवर रेट पाये जाने पर क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक संजय कुमार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है।

वाराणसी हिंदी लिखने नहीं आती पास कर ली दरोगा की परीक्षा वर्दी पहनने से पहले ही अभ्यर्थी गया जेल


 वाराणसी हिंदी लिखने नहीं आती पास कर ली दरोगा की परीक्षा



वर्दी पहनने से पहले ही अभ्यर्थी गया जेल



उत्तर प्रदेश वाराणसी दस्तावेज सत्यापन व शारीरिक परीक्षण के समय गिरफ्तार यूपी दारोगा भर्ती परीक्षा में साल्वर की मदद से पास अभ्यर्थी सेनपाल सिन्हा को कैंट पुलिस ने धोखाधड़ी समेत विभिन्न आरोपों में मुकदमा दर्ज कर शुक्रवार को जेल भेज दिया।



 इस दौरान अभ्यर्थी के साथ मौजूद साल्वर मामला पकड़ में आने पर फरार हो गया। दारोगा बनने आया अभ्यर्थी अपना पूरा नाम भी शपथ पत्र पर सही नहीं लिख सका। जांच में सामने आया कि अभ्यर्थी की जगह पर साल्वर ने पेपर हल किया था। इसके बदले उसे 80 हजार रुपये दिए गए थे। आरोपित अभ्यर्थी से गुरुवार की देर रात तक कैंट पुलिस ने पूछताछ की।

नवंबर से दिसंबर 2021 तक कमिश्नरेट व ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न केंद्रों पर हुए यूपी एसआइ भर्ती परीक्षा के पास अभ्यर्थियों का पुलिस लाइन में दस्तावेज सत्यापन और शारीरिक दक्षता परीक्षण हो रहा है।



इस दौरान संत कबीरनगर के धनघटा थानांतर्गत बारीहडीह निवासी सेनपाल सिन्हा पर पुलिसकर्मियों को शक हुआ। बायोमैट्रिक में उसका फिंगर प्रिंट मैच नहीं किया और दस्तावेज सत्यापन के दौरान शपथ पत्र पर वह अपना नाम ठीक से नहीं लिख सका। पुलिस के अनुसार स्नातक द्वितीय वर्ष का शपथ पत्र प्रस्तुत न कर पाने पर उससे शपथ-पत्र लिखने को कहा गया। शपथ-पत्र लिखने के दौरान त्रुटियां मिलीं। इसके निराकरण के लिए अधिकारियों ने कुछ लिखने के लिए कहा। लिखने के दौरान ही आशंका हुई। पूछताछ में पता चला कि उसकी जगह किसी और ने परीक्षा दी थी।



इसी बीच कैंट एसीपी राम लखन सिंह यादव और कैंट इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह ने अभ्यर्थी से रात तक पूछताछ की। पुलिस के अनुसार यह ताज्जुब वाली बात है कि जिस अभ्यर्थी को अपना नाम सही ढंग से लिखना नहीं आता है उसने कैसे दारोगा भर्ती की परीक्षा पास की। पूछताछ में सेनपाल ने पुलिस को बताया कि दारोगा भर्ती की परीक्षा उसने साल्वर बिहार पटना निवासी सोनू से दिलवाया था, इसके एवज में सोनू ने 80 हजार रुपये लिए थे। उससे पूछताछ में पुलिस को कुछ नाम पुलिस के सामने आए हैं।

इसमें एक नाम संदीप है। साल्वर गिरोह के बारे में अधिक जानकारियां जुटाई जा रही है। वहीं पुलिस की दो टीमें जल्द ही पटना भेजी जाएंगी। 



वहीं, संत कबीरनगर पुलिस से भी संपर्क साधा गया, सेनपाल के बारे में और जानकारियां भी जुटाई जा रही हैं। भर्ती परीक्षा कराने वाली एजेंसी एनएसईआइटी लिमिटेड के एडमिनिस्ट्रेटर हिमांशु गुप्ता की तहरीर पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सेनपाल को गिरफ्तार कर लिया। सोनू के बारे मे पुलिस पता लगा रही है।

सहारनपुर पूर्व एमएलसी समेत तीन लोगों से वसूले जाएंगे 50-50 करोड़ एनजीटी ने जारी किया नोटिस


 सहारनपुर पूर्व एमएलसी समेत तीन लोगों से वसूले जाएंगे 50-50 करोड़



एनजीटी ने जारी किया नोटिस



उत्तर प्रदेश सहारनपुर एनजीटी के आदेश पर क्षेत्रीय प्रदूषण विभाग ने पूर्व एमएलसी महमूद अली समेत तीन लोगों से 50-50 करोड़ रुपये वसूलने का नोटिस जारी किया है।


 यह नोटिस यूपी और हरियाणा की सीमा में खनन के दौरान पयार्वरण को नुकसान पहुंचाने पर दिया गया है।


क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डॉ. डीसी पांडेय ने बताया कि अवैध खनन कर हरियाणा और यूपी की सीमा में पयार्वरण को नुकसान पहुंचाने के आरोप में सुप्रीम कोर्ट मे सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने 16 जुलाई 2019 को पूर्व एमएलसी महमूद अली, अमित जैन और मोहम्मद इनाम से 50-50 करोड़ रुपये पेनल्टी लगाई थी। साथ ही प्रदूषण विभाग को जुमार्ने की राशि वसूलने के निर्देश दिए थे, लेकिन धन को वसूला नहीं जा सका।



इस मामले में बीते दिनों सेव इंडिया सोसाइटी के सचिव रणवीर सिंह ने एनजीटी का रुख किया। कहा कि अदालत द्वारा तय जुमार्ना नहीं वसूला जा सका है। इस पर एनजीटी ने दस मार्च 2022 को एक बार फिर आदेश दिया है। प्रदूषण विभाग को आदेश दिया है कि पूर्व एमएलसी समेत तीनों लोगों से 50-50 करोड़ रुपये वसूल करें।



 प्रत्येक व्यक्ति से वसूले जाने वाले 50-50 करोड़ में से 25-25 करोड़ रुपये हरियाणा और यूपी सरकार को दिए जाएं।

उसमें से भी साढ़े 12-12 करोड़ रुपए दोनों राज्यों के पयार्वरण विभाग और खनन विभाग को दिए जाएं। साथ ही कहा कि वसूली गई रकम से पयार्वरण में सुधार करने के लिए कदम उठाए जाएं।



 क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डा. डीसी पांडेय ने बताया कि पूर्व एमएलसी महमूद अली, अमित जैन और मोहम्मद इनाम को एनजीटी के आदेश के क्रम में नोटिस जारी किया है। कहा है कि वह जल्द से जल्द 50-50 करोड़ रुपये जमा कराएं।

Friday 29 April 2022

उत्तर प्रदेश के 9 शिक्षकों पर गिरी गाज 4 साल से बिना ड्यूटी के ले रहे थे वेतन, बीएसए ने किया बर्खास्त


 उत्तर प्रदेश के 9 शिक्षकों पर गिरी गाज


4 साल से बिना ड्यूटी के ले रहे थे वेतन, बीएसए ने किया बर्खास्त




अमरोहा यूपी के अमरोहा में बगैर ड्यूटी वेतन ले रहे एक मामले के खुलासे के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अनुशासनहीनता के आरोप में 9  शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। 


दरअसल, चार साल से बिना ड्यूटी वेतन लेने की आरोपी शिक्षिका के मामले का खुलासा हुआ तो डीएम ने बीएसए के खिलाफ जांच के आदेश दिए। इस पर बीएसए ने भी एबीएसए, प्रधानाध्यापिका, आरोपी शिक्षिका के खिलाफ जांच के आदेश जारी कर दिए। साथ ही लंबे समय से स्कूल न पहुंचने वाले 9 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया। 



बीएसए चंद्रशेखर ने प्रधानाध्यापिका को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही आरोपी शिक्षिका मीनाक्षी के वेतन आहरण पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है।



गौरतलब है कि यूपी सरकार अधिकारियों-कर्मचारियों को तैनाती स्थल पर ही रात में रुकने का फरमान सुनाया है। सरकार ने दो टूक कह दिया है कि यदि तैनाती स्थल पर सरकारी आवास नहीं है तो किराए पर मकान ले कर रहें। तैनाती स्थल से घर भागने की फिराक में रहने वाले अधिकारी-कर्मचारी रोजाना स्कूल-दफ्तर में अनुपस्थित रहते हैं।


 मामले का खुलासा हुआ जब जोया ब्लाक के केशोपुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधान अध्यापिका फाजिला नुजहत 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गई थीं। उन्हें कार्यभार सहायक अध्यापिका मीनाक्षी को सौपना था, लेकिन मीनाक्षी के लगातार स्कूल से गैरहाजिर रहने की वजह से वह कार्यभार नहीं सौंप पा रही थीं। 


आरोप है कि मीनाक्षी का पति लखनऊ में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का अपने आप को गनर बता सबको हडकाता रहा है, जिस वजह से मीनाक्षी पिछले चार साल से कभी-कभार ही स्कूल आई है हालांकि वह लगातार लखनऊ में रहकर वेतन ले रही है। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद भी मीनाक्षी विद्यालय का चार्ज लेने नहीं आ रही है, जिससे कार्यभार से मुक्त हो सकें।


 सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका की शिकायत मीडिया में उछलने के बाद बीएसए चंद्रशेखर हरकत में आ गए। उन्होंने सहायक अध्यापिका मीनाक्षी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही चार साल में अबतक तैनात रहे संबंधित बीईओ भी जवाब मांगा है। बीएसए के मुताबिक जब शिक्षिका स्कूल नहीं आ रही है, तो उसका वेतन कैसे निकल रहा है। वहीं बीएसए अब, सेवानिवृत हुई फाजिला नुजहत की कार्यशैली को संदिग्ध मान रहे है। बीएसए का कहना है कि प्रधानाध्यापिका 27 दिन पहले सेवानिवृत्त हुई हैं। जब उन्हें कार्यभार से मुक्त होने की जरूरत पड़ी, तो उन्होंने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी है। 



जबकि उन्होंने मीनाक्षी के स्कूल नहीं आने की चार साल में एक भी शिकायत दर्ज नहीं कराई। इससे साफ है कि मीनाक्षी और फाजिला नुजहत के बीच तालमेल ठीक चल रहा था।

आजमगढ़ आरोपी सगे भाइयों की 74 लाख की संपत्ति कुर्क जहरीली शराब मौत मामले में प्रशासन ने की कार्रवाई


 आजमगढ़ आरोपी सगे भाइयों की 74 लाख की संपत्ति कुर्क


जहरीली शराब मौत मामले में प्रशासन ने की कार्रवाई




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जहरीली शराब कांड में लिप्त जेल में बंद खान बंधुओं की संपत्तियों को प्रशासन ने गुरुवार को कुर्क कर लिया। कुर्क की गई संपत्ति की कीमत 74 लाख रुपये बताई गई है। 



जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने बुधवार को माहुल जहरीली शराब कांड के मुख्य आरोपियों में शामिल खान बंधुओं के रुपईपुर गांव स्थित तीन आलीशान मकानों को कुर्क करने का आदेश दिया था। जिसके तहत गुरुवार देर शाम को तहसीलदार फूलपुर संजय कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में रुपईपुर पहुंची पुलिस और राजस्व टीम ने नदीम खान और उनके भाइयों की संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई की। 



20 फरवरी 2022 को माहुल के देशी शराब के ठेके से शराब खरीदकर पीने से दर्जन भर से अधिक की जान चली गई थी और कई लोग के आंखों की रोशनी चली गई थी।



कुल 13 अभियुक्त पकड़े गए थे-घटना के दो दिन बाद पुलिस ने अहरौला थाना क्षेत्र के रुपईपुर गांव में नदीम अहमद पुत्र सईद व उनके भाइयों के घर छापेमारी कर जहरीली शराब फैक्ट्री और नकली कफ सीरप और दवाइयों आदि को बरामद किया था।



 इस मामले में नदीम, फहीम, कलीम, नईम पुत्रगण सईद सहित कुल 13 अभियुक्त पकड़े गए थे। कुछ दिनों पूर्व प्रशासन ने इस मामले में लिप्त सभी अभियुक्तों पर गैगेस्टर एक्ट की कार्यवाही किया था।


उत्तर प्रदेश गिरोह बंद एवम समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम के तहत जिलाधिकारी आजमगढ़ के आदेश के अनुपालन में तहसीलदार फूलपुर संजय कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में पुलिस व राजस्व टीम रुपाइपुर गांव पहुंची। वहा पहुंच कर डुगडुगी बजा कर नदीम और नईम पुत्रगण सईद के घर व संपत्ति को प्रशासन ने कुर्क कर जब्त करने की नोटिस चस्पा कर दिया। 



यहां से दोनों भाइयों के मकान को कुर्क करने के बाद टीम माहुल कस्बे के वार्ड संख्या 9 स्थित आशिया पत्नी कलीम और वार्ड संख्या 3  में स्थित फहीम के मकान को कुर्क कर लिया।



 प्रशासन ने अपराध से अर्जित इन संपत्तियों की कीमत 74 लाख से अधिक बताया है। 



इस मौके पर थानाध्यक्ष अहरौला राजेश सिंह, थानाध्यक्ष अतरौलिया रमेश कुमार चौकी प्रभारी माहुल धीरेंद्र बहादुर सिंह, लेखपाल प्रमोद सिंह, दिवाकर मिश्र और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही।

मथुरा जयमाल के बाद दुल्‍हन को मारी गोली मुबारकपुर गांव का मामला, सिरफिरा फरार


 मथुरा जयमाल के बाद दुल्‍हन को मारी गोली


मुबारकपुर गांव का मामला, सिरफिरा फरार




 उत्‍तर प्रदेश के मथुरा में नौहझील थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में एक शादी समारोह के दौरान जयमाल के तुरंत बाद दुल्‍हन का कत्‍ल कर दिया गया।



 दुल्‍हन जैसे ही जयमाल स्‍टेज से उतरकर सहेलियों के साथ अपने कमरे में पहुंची, गांव के ही रहने वाले एक सिरफिरे युवक ने गोली मारकर उसकी हत्‍या कर दी।


 इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद सिरफिरा सबकी आंखों के सामने से फरार हो गया।



मामला नौहझील थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव का है। मिली जानकारी के अनुसार गांव में खूबीराम की बेटी काजल की गुरुवार को शादी थी। बारात का स्‍वागत धूमधाम से हुआ। इसके बाद जयमाल की रस्‍म निभाई गई। जयमाल के थोड़ी देर बाद दुल्‍हन की सहेलियां और घर की महिलाएं दुल्‍हन को लेकर उसके कमरे में गईं। आरोप है कि इसी दौरान गांव का एक सिरफिरा लड़का वहां पहुंच गया। उसने दुल्‍हन को गोली मार दी। गोली दुल्‍हन के चेहरे पर लगी जिससे मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया।



गोली की आवाज सुनकर बाहर मौजूद लोग भी भागकर घर में पहुंचे लेकिन गोली मारने वाला युवक सबके सामने से छत से कूद कर भाग गया। मारी गई दुल्‍हन के पिता खूबी राम ने पुलिस को दी तहरीर में पूरी घटना का विवरण दिया है। 


इतनी बड़ी वारदात की सूचना पर जिला पुलिस तुरंत अलर्ट हो गई। एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने भी मौके पर पहुंचकर लोगों से पूरी जानकारी ली। पुलिस हत्यारोपी की तलाश में लगातार छापे मार रही है। उधर, इस वारदात के चलते मारी गई दुल्‍हन के घर ही नहीं पूरे गांव में मातम का माहौल है।

गोरखपुर पुलिस मुठभेड़ में 4 बदमाशों को लगी गोली तीन पुलिसवाले घायल प्रभारी निरीक्षक के बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी गोली, भारी मात्रा में कारतूस व असलहा बरामद


 गोरखपुर पुलिस मुठभेड़ में 4 बदमाशों को लगी गोली तीन पुलिसवाले घायल



प्रभारी निरीक्षक के बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी गोली, भारी मात्रा में कारतूस व असलहा बरामद



 उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर के कैंट छावनी रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार की भोर में बिहार के बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। चार बदमाशों को गोली लगने के बाद कैंट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।



 बदमाशों की फायरिंग में तीन पुलिसवाले भी घायल हुए है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पकड़े गए चारों बदमाश बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले हैं।



मिली जानकारी के अनुसार कैंट थाना प्रभारी शशि भूषण राय गोरखपुर के मोहद्दीपुर चौराहे पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्‍हें दो बाइकों पर 4 संदिग्‍ध युवक तेजी से आते दिखे। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उन्‍होंने असलहे निकालकर फायरिंग शुरू कर दी। इस पर कैंट इंस्‍पेक्‍टर ने तुरंत स्वाट, एसओजी और आसपास के थानों को अलर्ट किया और बदमाशों के पीछे लग गए। 



कैंट छावनी स्टेशन के पास उन्‍होंने बदमाशों को घेर लिया। बदमाशों ने पुलिस पर गोली चलाई तो पुलिस ने भी जवाब दिया। इस कार्यवाही में चारों बदमाशों को गोली लग गई। इसके बाद पुलिस ने उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया।



बदमाशों को इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि चारों इसके पहले देवरिया जिले में पकड़े गए थे। चारों जेल जा चुके हैं। बिहार के कटिहार क्षेत्र से गोरखपुर और पूर्वांचल के विभिन्न जिलों मे आकर लूट और टप्पेबाजी जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। घटना के बाद तुरंत बिहार लौट जाते हैं।



 गोरखपुर में भी इन लोगों ने चार घटनाओं को अंजाम दिया है। हाल ही में इसी गैंग ने कौड़ीराम,कैम्पियरगंज में टप्पेबाजी, बड़हलगंज और खलीलाबाद में लाखों की लूट की थी।



बदमाशों की फायरिंग में प्रभारी निरीक्षक कैंट के बुलेट प्रुफ जैकेट पर गोली लगी। प्रभारी निरीक्षक कैंंट के सरकारी वाहन के सामने शीशे पर भी गोली लगी घटना में तीन आरक्षी भी घायल हो गए।

पकड़े गए बदमाशों के पास से पुलिस को कई हथियार मिले हैं।




 इनमें एक ग्लाक पिस्टल 9 एमएम, 3 खोखा, एक कारतूस 9 एमएम,एक कंट्री मेड पिस्टल 9 एमएम, 3 खोखा, 1 कारतूस 9 एमएम, एक 315 बोर का कट्टा,1 खोखा और 1 कारतूस 315 बोर, अलग-अलग घटनाओं में लूटे गये 55000 रुपये नकद, घटना करते समय इस्‍तेमाल में लाये जाने वाले तीन मोबाइल, गाड़ी की डिग्गी तोड़ने वाला लोहे का नुकीला हथियार, दो मोटर साइकिल एक पल्सर और एक हौंडा शाइन (दोनो मोटर साइकिलों की जांच चल रही है) 



मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए चारों बदमाश बिहार के कटिहार जिले के कोठा थाना क्षेत्र के जोराबगंज के रहने वाले हैं। उनकी पहचान करन पुत्र लालवा, वीरेंद्र पुत्र विनोद,शिवा पुत्र प्रकाश,हैरान पुत्र प्रकाश के रूप में हुई है।

नोएडा थाने के बाहर पुलिसकर्मियों को पीटा, जमकर की नारेबाजी भारी फोर्स के साथ उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे


 नोएडा थाने के बाहर पुलिसकर्मियों को पीटा, जमकर की नारेबाजी


भारी फोर्स के साथ उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे



उत्तर प्रदेश नोएडा हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार दोपहर को थाना सेक्टर-39 के गेट पर बिना वर्दी पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की। इस दौरान एक सिपाही ने पिस्टल निकाल ली। इस पर कार्यकर्ता बिफर गए और उन्होंने उसकी जमकर पिटाई की। उसे बचाने के लिए आए चाय दुकानदार के बेटे को भी पीटा। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने थाने के अंदर घुसकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।



मामला बढ़ता देख कई थानों की पुलिस फोर्स सहित नोएडा जोन के डीसीपी, एडीसीपी व सर्किल वन की इंचार्ज एडीसीपी मौके पर पहुंच गई। करीब पांच घंटे तक पुलिस और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद चला। पुलिस ने कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। करीब एक महीने पहले थाना सेक्टर-39 क्षेत्र से एक नाबालिग का अपहरण हुआ था। पुलिस ने जांच के दौरान किशोरी को बरामद कर लिया था। उसे सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया गया। यहां उसने दुष्कर्म व एक माह की गर्भवती होने की जानकारी दी थी।


इसके बाद केस दर्ज कर गुरुवार को सदरपुर चौकी प्रभारी ने युवक को गिरफ्तार कर लिया। वह युवक को थाने लेकर आ गए। तभी कुछ लोग उसकी पैरवी करने थाने में आ गए। चौकी प्रभारी ने उन्हें मामला दर्ज होने और पैरवी के लिए कोर्ट जाने के लिए कहा। इस पर पैरवी करने आए युवकों ने चौकी प्रभारी से बहस शुरू कर दी। 



इसी दौरान बिना वर्दी मौजूद साइबर सेल के दो सिपाही पुनीत व सचिन राठी व एलआईयू के सिपाही से बहस हो गई। फिर पैरवी करने आए लोगों ने कुछ और साथियों को बुला लिया।

Thursday 28 April 2022

प्रयागराज पुलिस चौकी के पास भाजपा नेता के भाई की गोली मारकर हत्या


 प्रयागराज पुलिस चौकी के पास भाजपा नेता के भाई की गोली मारकर हत्या



उत्तर प्रदेश प्रयागराज  नैनी कोतवाली क्षेत्र के गंगोत्री नगर पुलिस चौकी के पास भाजपा नेता के भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। युवक भाजपा बूथ अध्यक्ष का बड़ा भाई है।



 सूचना पर नैनी पुलिस के साथ सीओ करछना ओर एसपी यमुनापार भी मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गए है। हत्या के पीछे के कारणों का पता लगाने में पुलिस जुट गई है। 



प्रथम दृष्टया पुरानी रंजिश की बात सामने आई है। नैनी थाना क्षेत्र के बडा चाका निवासी बृजेश सिंह (40) वर्ष पुत्र सुरेश सिंह उर्फ बच्चन बृहस्पतिवार को लगभग दोपहर 12 बजे गंगोत्री नगर पुलिस चौकी के पास इंटरनेशनल स्कूल में बच्चो को लेने आए थे। स्कूल की छुट्टी में कुछ समय बचा होने के कारण वह वही पास में अपनी बाइक पर बैठे थे। इसी दौरान दो बाइक में पहुंचे पांच लोगों ने उनपर तमंचे से फायर कर दिया।



हमलावर घटना को अंजाम देने के बाद छिवकी रेलवे कॉलोनी की ओर भाग गए। गोली बृजेश के सिर में लगी। घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई। घटना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित सीओ करछना राजेश यादव इंस्पेक्टर नैनी के पी सिंह मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की। घटनास्थल के पास पांच कारतूस वह 100 मीटर दूर एक कारतूस बरामद हुआ। 


पुलिस ने आसपास पूछताछ कर हमलावरों की जानकारी इकट्ठा की। सूचना पर मृतक के परिवार के लोग भी रोते बिलखते हुए मौके पर पहुंच गए। मृतक के छोटे भाई अजीत सिंह ने बताया छोटा चाचा का निवासी दीपू शर्मा से पुरानी रंजिश चल रही है उसी ने इस घटना को अंजाम दिया है।


 बताया कि भाजपा की सरकार बनने पर लोगों ने खुशी में पटाखे बजाए थे जिसको लेकर दीपू शर्मा व उसके परिवार वालों से विवाद हुआ था। मामले में पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबिश दे रही है। मृतक के एक लड़का और एक लड़की है।

आईपीएस मणिलाल जल्द होंगे बर्खास्त, जानिए मामला


 आईपीएस मणिलाल जल्द होंगे बर्खास्त, जानिए मामला



उत्तर प्रदेश लखनऊ लगभग 18 महीने से फरार चल रहे वर्ष 2014 बैच के आईपीएस मणिलाल पाटीदार की जल्द बर्खास्तगी हो सकती है। प्रकरण इस समय केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है। भ्रष्टाचार और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे आरोपों में जांच में दोषी पाए जाने के बाद विभागीय जांच में उन्हें बर्खास्त करने की संस्तुति की गई थी।



निलंबन के बाद महोबा में मुकदमा दर्ज कराने के बाद से ही पाटीदार यूपी पुलिस को छका रहे हैं। पुलिस उन पर एक लाख का इनाम घोषित करने के बाद भी खाली हाथ है। प्रयागराज के एएसपी अपराध के नेतृत्व अगुवाई में गठित एसआईटी के अलावा उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भी पाटीदार की तलाश है। विजिलेंस अपनी जांच में पाटीदार को भ्रष्टाचार के लिए दोषी ठहरा चुकी है। फरार होने के कारण न्यायालयीय प्रक्रिया के तहत होने वाली सभी कानूनी औपचारिकताएं भी पूरी हो चुकी हैं।



पहले भी जांच में सहयोग नहीं किया- 9  सितंबर 2020 को निलंबित किए गए पाटीदार ने पहले भी जांच में सहयोग नहीं किया था। वह मामले की जांच के लिए तत्कालीन आईजी रेंज वाराणसी विजय सिंह मीना की अध्यक्षता में गठित एसआईटी के सामने भी पेश नहीं हुए थे। महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद उनके भाई रविकांत त्रिपाठी ने 10 सितंबर को पाटीदार के अलावा कबरई थाने के कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

राष्ट्रपति पद को लेकर मायावती ने अखिलेश को दिया जवाब


 राष्ट्रपति पद को लेकर मायावती ने अखिलेश को दिया जवाब



लखनऊ उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने कहा है कि वह एक बार फिर यूपी की सीएम और आगे चलकर देश की पीएम बनना चाहती हैं, लेकिन राष्ट्रपति का पद उन्हें मंजूर नहीं है। 


समाजवादी पार्टी पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि यदि दलित, वंचित, मुस्लिम और सवर्ण समाज के गरीब पार्टी से दोबारा जुड़ जाते हैं तो उनका सीएम और पीएम बनना संभव है।

बांदा भाजपा की जिला पंचायत सदस्य की मौत के मामले में पूर्व डीआईजी समेत चार पर रिपोर्ट बेटियां बोलीं सबको जेल भेजो


 बांदा भाजपा की जिला पंचायत  सदस्य की मौत के मामले में पूर्व डीआईजी समेत चार पर रिपोर्ट


बेटियां बोलीं सबको जेल भेजो



उत्तर प्रदेश बांदा पूर्व डीआईजी राज बहादुर सिंह की बहू और भाजपा की जिपं सदस्य श्वेता सिंह की मौत के मामले में गुरुवार सुबह पुलिस ने पति, ससुर सहित चार के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कर ली है।



 बांदा में जिला पंचायत सदस्य पूर्व डीआईजी की बहू की मौत के मामले में पति, ससुर (पूर्व डीआईजी), सहित 4 के खिलाफ हत्या की एफआईआर। मायका पक्ष आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा, 



 जानकारी के अनुसार वहीं मायका पक्ष आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा है। उन्होंने ऐलान किया है कि बिना गिरफ्तारी शव का नहीं करेंगे अंतिम संस्कार। उधर, मृतका की दोनों बेटियों का एक वीडियो सोशल मिडिया में वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने मोदी-योगी से गुहार लगाई है कि मेरी मां के हत्यारों को जेल भेजो। 



बेटिया  वीडियो में कह रही हैं कि मेरे बाबा, पापा, बड़े पापा सबने मिल कर मेरी मां को मार डाला है। सब ताने मारते थे, सोसाइटी में बेइज्जत करते थे। कहते थे हमें बेटा चाहिए। तुम बेटा नहीं दे सकती हो। पापा से कहते थे तुम दूसरी शादी कर लो।

आजमगढ़ / भदोही सीओ अशोक कुमार सिंह की हुई मौत क्षेत्राधिकारी के निधन से पुलिस महकमे में शोक की लहर है। परिजनों के आने का इंतजार है।


 आजमगढ़ / भदोही सीओ अशोक कुमार सिंह की  हुई मौत


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ / भदोही जिले के ज्ञानपुर में तैनात पुलिस क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार सिंह की बुधवार रात मौत हो गई। वह मूल रूप से आजमगढ़ के तरवां थाना क्षेत्र स्थित बजाओपट्टी के निवासी थे। पुलिस विभाग के अनुसार अशोक कुमार कुछ माह पहले ही दूसरे जनपद से स्थानांतरित होकर भदोही आए थे। 


उन्हें ज्ञानपुर सर्किल की जिम्मेदारी मिली थी। बीच में तबीयत खराब होने पर लखनऊ में रहकर कुछ दिन इलाज भी करवाए थे। तबीयत में सुधार होने पर उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन की। बुधवार दिन में रोजाना की तरह ड्यूटी की। शाम तक सबकुछ ठीक था। रात में खाना खाकर सोने के लिए गए तभी अचानक तबीयत बिगड़ने लगी।



उनके आवास पर तैनात गार्ड ने अन्य पुलिस कर्मियों के सहयोग से अस्पताल पहुंचाया लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी।


 क्षेत्राधिकारी के निधन से पुलिस महकमे में शोक की लहर है। परिजनों के आने का इंतजार है।

Wednesday 27 April 2022

बांदा भाजपा जिला पंचायत सदस्य ने लगाई फांसी


 बांदा भाजपा जिला पंचायत सदस्य ने लगाई फांसी



उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी नेत्री व जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर ने बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही मृतका का पति भाजपा नेता दीपक सिंह गौर मौके से फरार हो गया।




 लगभग 35 वर्षीया श्वेता सिंह सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी राजबहादुर सिंह की पुत्र वधू हैं जो इंदिरा नगर मोहल्ले में अपनी ससुराल में रहती थी। जसपुरा क्षेत्र में स्थित वार्ड नंबर 13 से भाजपा की जिला पंचायत सदस्य थी।



पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस अधिकारी फील्ड यूनिट व डॉग स्क्वायड टीम के साथ मौके पर पहुंचे। प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या की घटना ही प्रतीत हुई। परिजनों ने बताया कि पति-पत्नी में अक्सर विवाद होता था जिसकी मध्यस्थता भी कई बार दोनों पक्षों के लोग कर चुके थे। आज भी अज्ञात कारणों के चलते पति-पत्नी में विवाद हुआ था जिससे क्षुब्ध होकर श्वेता सिंह ने यह कदम उठाया। उन्होंने बताया कि मृतका का पति मौके पर मौजूद नहीं मिला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। पुलिस को घटना की निष्पक्ष विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं।

आजमगढ़ सीडीओ ने चार ब्लाक के सेक्रेटरियों का काटा वेतन आनलाइन चेकिंग के दौरान मिले अनुपस्थित, स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश

आजमगढ़ सीडीओ ने चार ब्लाक के सेक्रेटरियों का काटा वेतन



आनलाइन चेकिंग के दौरान मिले अनुपस्थित, स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश



आजमगढ़ मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला के निर्देश पर बुधवार को सामुदायिक शौचालयों की चेकिंग की गयी। आनलाइन चेकिंग के दौरान चार ब्लाक क्षेत्र के चार ग्राम विकास अधिकारी अनुपस्थित पाए गये।



 सीडीओ ने सभी का वेतन काटते हुए स्पष्टीकरण जारी किया है। जिन ब्लाक के सेक्रेटरी के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। उसमें मोहम्मदपुर, फूलपुर कोयलसा और पवई ब्लाक शामिल है।



बता दें कि मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला ने जूम एप के माध्यम से सुबह करीब 6.30 बजे सामुदायिक शौचालयों का औचक निरीक्षण कर सत्यापन किया गया। चेकिंग के दौरान 18 पंचायत सहायक व छह समूह की महिलाएं अनुपस्थित मिलीं। जिनका एक दिन का वेतन काटा गया। साथ ही डीपीआरओ को निर्देश दिए कि अनुपस्थित पंचायत सहायक व समूह की महिलाओं को नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिए।



 मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला ने सामुदायिक शौचालय का औचक निरीक्षण किया। जूम एम के माध्यम से 100 सामुदायिक शौचालयों का सत्यापन किया गया। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सुबह के समय में सत्यापन किया जा रहा है। इसी क्रम में आनलाइन चेकिंग के दौरान चार ब्लाक मोहम्मदपुर, फूलपुर कोयलसा और पवई ब्लाक के सेक्रेटरी भी अनुपस्थित पाये गये। सीडीओ ने सभी का वेतन काटते हुए स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

 

मिर्जापुर प्रियंका प्रजापति के नाम पर टीचर बनी कन्नौज की प्रियंका यादव 6 साल तक की नौकरी, 39 लाख ले चुकी सैलरी; ऐसे खुला फर्जीवाड़ा


 मिर्जापुर प्रियंका प्रजापति के नाम पर टीचर बनी कन्नौज की प्रियंका यादव


6 साल तक की नौकरी, 39 लाख ले चुकी सैलरी; ऐसे खुला फर्जीवाड़ा



मिर्जापुर उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का एक और मामला सामने आया है। इस बार तो प्रियंका यादव नाम की कन्नौज की एक महिला के पिछले छह साल से लंदन में रहने वाली प्रियंका प्रजापति के नाम पर टीचर की नौकरी करते रहने का खुलासा हुआ है।



 बताया जा रहा है कि इस दौरान प्रियंका ने करीब 39 लाख रुपए सैलरी भी उठा ली। इस फर्जीवाड़े का खुलासा एक गुमनाम चिट्ठी से हुआ। मामले में मिर्जापुर में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार कन्नौज की रहने वाली प्रियंका यादव पिछले छह साल से लंदन में रहने वाली प्रियंका प्रजापति के नाम पर पहाड़ी ब्लाक के भरपुरा राजकीय हाईस्कूल में उर्दू की सहायक अध्यापिका पद पर नौकरी कर रही थी। 


छह साल से बिना किसी टेंशन के सरकारी अध्यापिका की नौकरी करने वाली प्रियंका यादव की असलियत तब संदिग्ध हुई जब एक बेनामी चिठ्ठी नवम्बर 2021 में विंध्याचल मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक को मिली।



हालांकि बेनामी खत मिलने के बाद भी जेडी ने शुरू-शुरू में इस पर भरोसा नहीं किया। लेकिन इसी बीच प्रियंका ने मैटिरनिटी लीव के लिए आवेदन किया। तब जेडी कामता रामपाल का माथा ठनका। उन्होंने प्रियंका की असलियत जानने के लिए कनौज से मिर्जापुर तक काफी कोशिश की। गहनता से की गई जांच के बाद जब यह साफ हो गया कि प्रियंका यादव लंदन में रहने वाली प्रियंका प्रजापति के नाम पर नौकरी कर रही है तो उन्होंने इसके बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी।




कौन हैं प्रियंका प्रजापति-मिली जानकारी के अनुसार लंदन में रहने वाली प्रियंका प्रजापति का रिश्ता भी कन्नौज से है। प्रियंका के पिता वहां रहते हैं। प्रियंका 2019 से पति के साथ लंदन में रह रही हैं। आरोप है कि प्रियंका यादव ने प्रियंका प्रजापति के प्रमाण पत्रों की हूबहू कॉपी करके 2015 में उर्दू सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल कर ली थी। इस पद की भर्ती 2014 में निकली थी। 28 अगस्त 2015 में प्रियंका की नियुक्ति मिर्जापुर के पहाड़ी ब्लॉक स्थित राजकीय बालिका हाईस्कूल भरपुरा में पदस्थ किया गया।



प्रियंका प्रजापति के पिता ने दिया शपथ पत्र-संयुक्त शिक्षा निदेशक विंध्याचल मंडल कामता रामपाल ने इस मामले की जांच कराई। उन्होंने मूल प्रमाण पत्र मंगवाकर मामले की जांच कराई। तब पता चला कि जिस प्रियंका प्रजापति के नाम पर प्रियंका यादव नौकरी कर रही है वो असली प्रियंका तो लंदन में रह रही है। प्रियंका के पिता मनोज प्रजापति ने इस मामले में एक शपथ पत्र भी दिया।

आजमगढ़ फूलपुर कोतवाली परिसर में गंदगी देख भड़के कप्तान शस्त्र परीक्षण में निपुण तीन आरक्षियों को किया पुरस्कृत पुलिस अधीक्षक ने किया फूलपुर कोतवाली का निरीक्षण


 आजमगढ़ फूलपुर कोतवाली परिसर में गंदगी देख भड़के  कप्तान


शस्त्र परीक्षण में निपुण तीन आरक्षियों को किया पुरस्कृत

पुलिस अधीक्षक ने किया फूलपुर कोतवाली का निरीक्षण




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य ने बुधवार को अन्य अधिकारियों के साथ थाना फूलपुर कोतवाली का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान थाना परिसर में गंदगी देख बड़े कप्तान ने मातहतों को फटकार लगाई तो शस्त्र परीक्षण में सबसे कम समय में शस्त्र को खोलने व जोड़ने में निपुण मिले तीन आरक्षियों को नकद पुरस्कार से सम्मानित भी किया। 



निरीक्षण के दौरान उनके साथ अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेन्द्र लाल, क्षेत्राधिकारी फूलपुर गोपाल स्वरूप वाजपेयी व अन्य अधिकारी/कर्मचारी गण मौजूद थे। पुलिस अधीक्षक ने अभिलेखों के रखरखाव, शस्त्रागार, मालखाना के साथ ही भोजनालय आदि पर भी नजर गड़ाई। सफाई व्यवस्था संतोषजनक न मिलने पर उन्होंने उच्चकोटि की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। 



इसके साथ ही उन्होंने निम्नवत दिशा-निर्देश दिये जिसमें थाने में बेतरतीब खड़े निस्तारण योग्य वाहन तथा अपराध शीर्षकवार वाहनों को खड़ा किया जाय तथा नियमानुसार निस्तारण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।

पुलिस अधीक्षक ने शस्त्र खोलने व जोड़ने के परीक्षण के दौरान अल्प अवधि (35 सेकेंड) में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले तीन आरक्षीगण कां0 सत्येन्द्र कुमार, कां0 सोनू यादव, व कां0  दयाशंकर यादव को 1000 रूपये प्रत्येक व प्रशस्ति पत्र से पुरस्कृत किया। 



उन्होंने वांछित अभियुक्तों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही यथा गिरफ्तारी हेतु टीमों का गठन/एनबीडब्ल्यू/82/83 की कार्यवाही तथा घरेलू विवाद के प्रकरणों में वसूली वारंट तामील शत प्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश दिया। 



एसपी ने थाना क्षेत्र के टाप-10 घोषित चार फरार अपराधियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने को कहा। साथ ही अवैध शराब निष्कर्षण,बिक्री व भण्डारण के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने का निर्देश दिया।


 आरक्षी अधीक्षक ने क्षेत्र में अवैध टैक्सी स्टैण्डों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा। अभिलेखों के अवलोकन से प्रविष्टियां अध्यावधिक न होने पर पूर्ण किये जाने हेतु निर्देशित किया। चेकिंग अभियान के बारे में समय-समय पर स्थान बदलकर प्रभावी चेकिंग करने तथा गोकशी के तीन प्रकरणों में गैंग्स्टर की कार्यवाही के लिए निर्देश दिए। 



इस मौके पर उनके द्वारा सलामी गार्द को अच्छा टर्न आउट के लिए पुरस्कृत किया गया। पुलिस अधीक्षक ने वाहन निस्तारण न करने के लिए मालखाना मोहर्रिर व थाना प्रभारी फूलपुर को कड़ी चेतावनी दी। पुलिस अधीक्षक के लौटने पर कोतवाली स्टाफ ने राहत की सांस ली।

7442 मदरसों की जांच के लिए कमेटियों का गठन 15 मई तक जांच पूरी करने का निर्देश


 7442 मदरसों की जांच के लिए कमेटियों का गठन


15 मई तक जांच पूरी करने का निर्देश



उत्तर प्रदेश लखनऊ मदरसा आधुनिकीकरण योजना में शामिल प्रदेश के 7442 मदरसों की जांच के लिए कमेटियां बनाई गई हैं। मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है। इसमें 15 मई तक जांच पूरी कर रिपोर्ट भेजने को कहा गया है।



 प्रदेश के सभी आधुनिक मदरसों की जांच की जानी है। रजिस्ट्रार एसएन पांडेय के मुताबिक इस जांच में यह देखा जाएगा कि इन मदरसों की भौतिक अवस्थापना सुविधाएं कैसी हैं? भूमि, भवन, किरायानामा आदि की जांच की जाएगी।



वास्तव में मदरसों में कमरों आदि की वास्तविक स्थिति क्या है इसका परीक्षण होगा। मान्यता के अभिलेखों का भी परीक्षण होगा। संपूर्ण जांच के लिए कमेटियों का गठन किया गया है। 



नगरीय क्षेत्र के मदरसों की जांच कमेटी के अध्यक्ष उपजिलाधिकारी होंगे। नगर शिक्षा अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, नगर पंचायत या नगर आयुक्त से नामित अभियंता इसमें सदस्य के रूप में रहेंगे।


 ग्रामीण क्षेत्र के मदरसों की जांच की समिति के अध्यक्ष उपजिलाधिकारी, सदस्य खंड शिक्षा अधिकारी तथा एक और सदस्य जो बीडीओ द्वारा नामित अवर अभियंता होगा। रिपोर्ट के साथ निरीक्षण के समय के फोटोग्राफ भी भेजने होंगे।

मऊ में आरओ प्लांट में लगी भीषण आग सिलिंडरों के धमाके से दहल उठा पूरा इलाका 2 हेड कांस्टेबल सहित 6 घायल, 30 लाख का सामान जलकर खाक


 मऊ में आरओ प्लांट में लगी भीषण आग


सिलिंडरों के धमाके से दहल उठा पूरा इलाका


2 हेड कांस्टेबल सहित 6 घायल, 30 लाख का सामान जलकर खाक



उत्तर प्रदेश  मऊ जिले के ग्राम सभा कोपा कोहना में बीती रात आग ने तबाही मचाई। गांव स्थित एक आरओ प्लांट में शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग की चपेट में आकर तीन सिलिंडर बारी-बारी से फट गए। सिलिंडरों के धमाके से पूरा इलाका दहल उठा। करीब तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका।



घटना में फायर ब्रिगेड के दो हेड कांस्टेबल, होमगार्ड सहित छह लोग घायल हो गए। करीब 30 लाख का समान जलकर राख हो गया। कोपागंज थाना क्षेत्र ग्राम सभा कोपा कोहना में रेलवे क्रॉसिंग के पास प्रमोद बरनवाल पुत्र सच्चितानंद बरनवाल का दो मंजिला मकान है। मकान के निचले तल पर आरओ प्लांट लगा हुआ था। 



दूसरी मंजिल पर वे अपनी पत्नी पूजा और दो बच्चे अनोखी (4) और अनमोल (2) वर्ष के साथ रहते हैं। मंगलवार रात करीब दो बजे शॉर्ट सर्किट से आरओ प्लांट में आग लग गई। जिसके बाद पूरा घर धुएं से भर गया। आग की तपिश से प्रमोद की नींद खुल गई।



चारों तरफ आग देख वो अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को छत पर लेकर चला गया। छत से फायर बिग्रेड को सूचना दी और शोर मचाया। थोड़ी ही देर में फायर बिग्रेड और पड़ोसी मौके पर पहुंच गए। फायर बिग्रेड और ग्रामीणों के मदद से किसी प्रकार सभी को बचाया गया। इस दौरान अनमोल (2) , मनोज (45) , प्रमोद बरनवाल (36) घायल हो गए।



आग बुझाने के दौरान मकान में रखा तीन सिलिंडर धमाके के साथ फट गया। फायर बिग्रेड की दो गाड़ियों ने तीन घंटे बाद किसी प्रकार आग पर काबू पाया। तब तक मकान में रखा करीब 30 लाख का समान जलकर राख हो गया। 



आग लगने की सूचना पाते ही मौके पर थानाध्यक्ष हरे राम मौर्य और क्षेत्राधिकारी घोसी राजीव प्रताप सिंह पहुंचे थे।

मऊ सहायक अध्यापक को जमा करने होंगे 10 लाख रुपये बीएसए ने नोटिस जारी कर 10 दिन के अंदर जमा करने का दिया आदेश


 मऊ सहायक अध्यापक को जमा करने होंगे 10 लाख रुपये


बीएसए ने नोटिस जारी कर 10 दिन के अंदर जमा करने का दिया आदेश



उत्तर प्रदेश मऊ उच्च प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर बनौरा में तैनात सहायक अध्यापक कृष्णानंद राय से बेसिक शिक्षा विभाग ने 10 लाख तीन सौ रुपये की धनराशि वसूली का आदेश दिया है। 



शिक्षक की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका खारिज होने के बाद डीएम ने इस पर संज्ञान लिया। डीएम के आदेश पर बीएसए ने नोटिस जारी कर धनराशि को 10 दिन में जमा करने को कहा है। शिक्षक पर अध्यापक पुस्तकालय वाचनालय के किराये को निजी मद में खर्च करने का आरोप है।



तत्कालीन जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के संज्ञान में आया था कि अध्यापक पुस्तकालय वाचनालय को प्राथमिक शिक्षक संघ के तथाकथित अध्यक्ष कृष्णानंद राय की ओर से व्यवसायिक उपयोग में लाकर किराये की वसूली की जा रही है।



 18 जनवरी 2020 को जांच के बाद मामला सही पाया गया। इसमें 10 लाख तीन सौ रुपये की वसूली के लिये तत्कालीन जिलाधिकारी ने आदेश जारी किया। इसके बाद कृष्णानंद राय ने हाईकोर्ट की शरण ली। लेकिन मामला खारिज हो गया। फिर शिक्षक ने सुप्रीम कोर्ट में राहत के लिये वाद दाखिल किया। यहां भी मामला खारिज होने के बाद आदेश जिलाधिकारी के पास पहुंचा। जिलाधिकारी ने कार्रवाई के लिये बीएसए को आदेश दिया।



 बीएसए ने सुल्तानपुर बनौरा में तैनात सहायक अध्यापक कृष्णानंद राय को किराये के रूप में वसूल की गई 10 लाख तीन सौ की धनराशि को दस दिन के भीतर सरकारी राजकोष में जमा करने की नोटिस दी है। 



बीएसए संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मामला अध्यापक पुस्तकालय वाचनालय के सहायक अध्यापक कृणानंद राय के संघ के अध्यक्ष होने के समय किराये वसूल करने का आरोप है।



 धनराशि को जमा करने के लिये तत्कालिन जिलाधिकारी ने आदेश दिया था। कोर्ट से कृष्णानंद राय का वाद खारिज होने के बाद विभाग ने कार्रवाई की है। शीघ्र ही धनराशि को जमा कराया जाएगा। अध्यापक को कड़ी चेतावनी भी दी गई है।

आज़मगढ़ सीडीओ ने 18 पंचायत सहायक व 6 समूह की महिलाओं का रोका वेतन औचक निरीक्षण में अनुपस्थित मिलने पर की कार्रवाई तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए दिए निर्देश

आज़मगढ़ सीडीओ ने 18 पंचायत सहायक व 6 समूह की महिलाओं का रोका वेतन


औचक निरीक्षण में अनुपस्थित मिलने पर की कार्रवाई

तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए दिए निर्देश



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला ने जूम एप के माध्यम से सुबह करीब 6.30 बजे सामुदायिक शौचालयों का औचक निरीक्षण कर सत्यापन किया गया। चेकिंग के दौरान 18 पंचायत सहायक व 6 समूह की महिलाएं अनुपस्थित मिलीं।



 जिनका एक दिन का वेतन काटा गया। साथ ही डीपीआरओ को निर्देश दिए कि अनुपस्थित पंचायत सहायक व समूह की महिलाओं को नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिए।



 मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला ने सामुदायिक शौचालय का औचक निरीक्षण किया। जूम एम के माध्यम से 100 सामुदायिक शौचालयों का सत्यापन किया गया। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सुबह के समय में सत्यापन किया जा रहा है।



इस दौरान चेक किया जा रहा है कि सामुदायिक शौचालय खुला है या बंद है। उस पर लगाए गए पंचायत सहायक व समूह की महिलाओं की उपस्थिति हो रही है या नही। सीडीओ ने बताया कि सुबह 6.30 बजे जूम एप के माध्यम से 100 सामुदायिक शौचालयों का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान 26 पंचायत सहायक उपस्थित व 18 अनुपस्थित थे। वहीं 20 समूह की महिलाएं उपस्थित मिलीं। जबकि 6 अनुपस्थित पाए गए। 



सीडीओ ने डीपीआरओ लालजी दुबे को अनुपस्थित पंचायत सहायक व समूह की महिलाओं को एक दिन का वेतन रोकने व उन्हें नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सामुदायिक शौचालय का सत्यापन प्रतिदिन किया जाएगा। कमियां मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।

 

उरई थाने में पेड़ पर चढ़ी नाराज युवती पुलिसकर्मी नीचे खड़े मनाते रहे, नहीं उतरी तो सीओ ने मंगाया जाल


 उरई थाने में पेड़ पर चढ़ी नाराज युवती


पुलिसकर्मी नीचे खड़े मनाते रहे, नहीं उतरी तो सीओ ने मंगाया जाल 



उरई कुठौंद थाना क्षेत्र के ग्राम चंदावली में मारपीट के एक मामले में कार्रवाई न होने से आहत युवती ने ऐसा कदम उठाया कि पुलिस वालों के होश उड़ गए। वह थाना परिसर में लगे पेड़ पर चढ़ गई और ऊपर से कूदने की धमकी देने लगी।



 पुलिस वाले उसे मनाते रहे लेकिन वह नीचे उतरने को तैयार नहीं थी। बाद में सीओ भी मौके पर पहुंच गए। पेड़ के आसपास जाल बिछाया गया, ताकि वह कूदे तो उसकी जान बचाई जा सके। करीब डेढ़ घंटे के ड्रामा के बाद युवती नीचे उतरी।



ग्राम चंदावली निवासी संगीता से मंगलवार की सुबह गांव के ही कुछ लोगों से जमीन के मामले में मारपीट हो गई थी। संगीता ने इसको लेकर कंझारी पुलिस चौकी में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत गंभीरता से नहीं लिया। शाम साढ़े चार बजे संगीता कुठौंद थाना पहुंची। वहां भी पुलिस ने उसकी नहीं सुनी।



 इसके बाद उसने ऐसा कदम उठाया कि पुलिस वालों को ही लेने के देने पड़ने की नौबत आ गई। थाना में खड़े नीम के पेड़ पर चढ़ गई और डाल पकड़कर झूलने लगी। 



यह देखकर थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों के होश उड़ गई। कहीं पेड़ से गिरकर उसकी जान चली गई तो सब पुलिस कर्मी मुश्किल में पड़ जाते।


पुलिस कर्मी उसे समझाते हुए नीचे उतरने को कह रहे थे लेकिन वह किसी भी हाल में नीचे आने को राजी ना हुई। बाद में वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। मामले की जानकारी मिलने पर सीओ संतोष कुमार भी थाने आ गए। पेड़ के चारों ओर पुलिस ने तिपाल व जाल लगा दिया। काफी समझाने के बाद युवती नीचे उतरी। सीओ संतोष कुमार ने उसे समझाते हुए पानी पिलाया। उसके मामले में प्रभावी कार्रवाई करने का भरोसा दिया।

Tuesday 26 April 2022

बलिया पेपर लीक मामले में 28 दिनों से आजमगढ़ जेल में बंद 3 पत्रकार हुए रिहा, पत्रकारों ने माला पहना कर किया स्वागत, बताया प्रशासनिक उत्पीड़न


 बलिया पेपर लीक मामले में 28 दिनों से आजमगढ़ जेल में बंद 3 पत्रकार हुए रिहा, पत्रकारों ने माला पहना कर किया स्वागत, बताया प्रशासनिक उत्पीड़न



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बलिया यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले में पिछले 28 दिन से आजमगढ़ जेल में बंद बलिया के तीन पत्रकारों को आज जमानत पर रिहा किया गया। 



28 दिन बाद जेल से बाहर आए पत्रकारों का बलिया व आजमगढ़ से पहुंचे पत्रकारों ने माला पहना कर स्वागत किया। जिला मुख्यालय पर प्रमुख समाचार पत्र के संवाददाता अजीत कुमार ओझा, नगरा क्षेत्रीय संवाददाता दिग्विजय सिंह, नगरा के ही मनोज गुप्ता को तमाम संगीत आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कर जेल में बंद कर दिया गया था।



पत्रकारों ने अपने साथ हुए प्रशासनिक व पुलिस उत्पीड़न को बयां किया वही सच को उजागर करने से नाराज प्रशासन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया।



 उन्होंने बीते दिनों में पत्रकारों के समर्थन में चले आंदोलनों को धन्यवाद दिया और कहा कि इसी का असर था कि प्रशासन को झुकना पड़ा और मुकदमों को वापस लेना पड़ा। 



जिसके चलते उनकी रिहाई संभव हो सकी। अजीत कुमार ओझा जिन्होंने प्रशासन को आउट पेपर को व्हाट्सएप पर साझा किया था उन्होंने पहले भी संस्कृत के पेपर में भी पेपर के लीक होने की बात कही लेकिन प्रशासन ने संपन्न करा लिया था। 



अंग्रेजी का पेपर भी आउट हुआ और वायरल हो रहा था जिसपर प्रशासन से जब पूछना चाहा तो उल्टे ही फंसा दिया गया। मनोबल को तोड़ने की बहुत कोशिश की गई और लग रहा था मानों बहुत बड़े माफिया पर कार्रवाई कर रहे थे जबकि बिना प्रशासनिक मिली भगत के पेपर आउट होना मुश्किल है।

आजमगढ़ लालगंज भारतीय जनता पार्टी लालगंज का प्रशिक्षण वर्ग मंगलवार को शगुन मैरिज हाल में संपन्न हुआ।


  आजमगढ़ लालगंज भारतीय जनता पार्टी  लालगंज का प्रशिक्षण वर्ग मंगलवार को शगुन मैरिज हाल में संपन्न हुआ।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ लालगंज भारतीय जनता पार्टी जिला लालगंज का प्रशिक्षण वर्ग मंगलवार को शगुन मैरिज हाल में संपन्न हुआ।



 अंतिम सत्र में बहुत बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। जिसमें प्रथम सत्र की मुख्य वक्ता भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश मंत्री शकुंतला चौहान थीं। 


द्वितीय सत्र के मुख्य वक्ता जिलाध्यक्ष ऋषि कांत राय थे तथा अंतिम सत्र के मुख्य वक्ता बलिया के पूर्व विधायक, पूर्व संसदीय कार्य मंत्री, भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री रहे आनंद स्वरूप शुक्ला जी थे। 



प्रशिक्षण वर्ग के वर्ग प्रमुख ओमप्रकाश सिंह तथा वर्ग के प्रभारी हनुमन्त सिंह जी थे। प्रदेश मंत्री शकुंतला चौहान ने कहा कि केंद्र की सरकार ने इतनी अधिक संख्या में गरीबों के लिए योजनाएं लागू की हैं जिनका वर्णन करने में पूरा दिन लग जाएगा। 


द्वितीय सत्र के मुख्य वक्ता जिला अध्यक्ष ऋषि कांत राय ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना, आवास योजना, उज्जवला गैस योजना, कोरोना काल में गरीबों के खाते में पैसा डालना, नि:शुल्क डबल राशन देना आदि सारी योजनाएं  गरीबों के जीवन के उत्थान में सहायक बन रही हैं।



 अंतिम सत्र के मुख्य वक्ता आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि भारत विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर है‌। पूरे विश्व में भारत का मान सम्मान बढ़ा है। भारत ने कोरोना काल में भी कोरोना के टीके के माध्यम से विश्व की सहायता की। 



भारत सरकार भुखमरी की शिकार श्रीलंका की जनता तथा अन्य देशों को राशन देकर उनकी सहायता कर रही है। आत्मनिर्भर भारत योजना के माध्यम से देश की आवश्यकताओं की चीजें अपने देश में ही बन रही हैं। रक्षा के क्षेत्र में हम आत्मनिर्भर बनते जा रहे हैं।


 भारत पूरे विश्व में आर्थिक और सामरिक शक्ति के रूप में उभर रहा है। जिलाध्यक्ष ऋषि कांत राय तथा शकुंतला चौहान ने कार्यकर्ताओं से माइक्रो डोनेशन के कार्य में लगने की अपील की। जिला अध्यक्ष ऋषि कांत राय ने सभी मुख्य वक्ताओं को बुके तथा अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया।



इस अवसर पर वर्ग प्रमुख ओमप्रकाश सिंह, वर्ग के प्रभारी हनुमन्त सिंह, राम नयन सिंह,योगेन्द्र राय, संचिता श्री चौहान,वन्दना दूबे,चन्द्रजीत तिवारी,जिला मंत्री सुनील सिंह डब्बू ,अभिषेक सिंह डाबी, संतोष गौड़, दिलीप सिंह बघेल, प्रमोद राय, दिनेश जायसवाल, कुसुमलता बौद्ध, सपना यादव, ज्योति प्रताप सिंह, मनोज यादव, पंकज मोहन सोनकर, विनोद राजभर, अशोक राय, इंद्राज चौहान, अरुण सिंह, ठाकुर प्रसाद सिंह, रजनी कांत त्रिपाठी, पंकज राय, सत्यम राय, शिवम चतुर्वेदी, अजय यादव, रजनीश जायसवाल, विकास जायसवाल, आदर्श राय, विशाल राय, बृजेश राय, संतोष चौबे, दिनेश सिंह, आदि लोग विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वर्ग प्रमुख ओमप्रकाश  सिंह ने तथा अध्यक्षता जिला अध्यक्ष ऋषि कांत राय ने किया।


लालगंज से प्रशांत शुक्ला की खास रिपोर्ट

मैनपुरी लव मैरिज का खौफनाक अंत: भाइयों ने बहन के परिवार पर बरसाईं गोलियां विवाहिता की मौत, पति, सास, देवर गंभीर रूप से घायल


 मैनपुरी लव मैरिज का खौफनाक अंत: भाइयों ने बहन के परिवार पर बरसाईं गोलियां


विवाहिता की मौत, पति, सास, देवर गंभीर रूप से घायल



उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में लव मैरिज करने से नाराज भाई और उसके परिजनों ने विवाहिता की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने विवाहिता के पति, सास, देवर को भी गोली मारी जिसके बाद सभी को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।




 विवाहिता के पति की हालत गंभीर बताई गई है। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटना के बाद आरोपी फरार हो गए हैं।



घटना मंगलवार शाम लगभग चार बजे की है। मैनपुरी के मोहल्ला पुरोहिताना निवासी करन पुत्र प्रेमपाल गोस्वामी ने मोहल्ले की ही रहने वाली कोमल के साथ प्रेम विवाह किया था। 20 अप्रैल को मां विनीता की रजामंदी से कोमल और करन की शादी फर्रुखाबाद के कायमगंज में हुई थी। शादी के बाद कोमल अपने पति करन के साथ मैनपुरी आ गई।



 मंगलवार को इस शादी से नाराज कोमल का भाई और उसके परिजन घर में घुस गए और कोमल की गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने कोमल के पति करन, सास पिंकी (45 वर्षीय) और देवर रॉकी (25 वर्षीय) को भी गोली मारी। बताया गया है कि लड़की पक्ष चिक जाति का है और लड़का पक्ष गोस्वामी है। लड़की पक्ष जाति दूसरी होने पर नाराज था।



 मैनपुरी के एसपी अशोक कुमार राय ने बताया कि प्रेम विवाह को लेकर कोमल की हत्या की बात सामने आयी है। पुलिस माहौल पर नजर रखे हुए है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जो भी तहरीर मिलेगी उसके आधार पर मुकदमा दर्ज होगा।

बलिया पेपर लीक कांड में बड़ी कार्रवाई निदेशक माध्यमिक शिक्षा पद से हटाये गये विनय कुमार पाण्डेय निलंबित


 बलिया पेपर लीक कांड में बड़ी कार्रवाई


निदेशक माध्यमिक शिक्षा पद से हटाये गये विनय कुमार पाण्डेय निलंबित



लखनऊ उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा में पेपर लीक कांड में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है। पांच दिन पहले ही निदेशक माध्यमिक शिक्षा के पद से हटाए गए विनय कुमार पाण्डेय को आज निलंबित कर दिया गया।



 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के सरकारी महकमे में एक और बड़ी कार्रवाई की गई है। निदेशक माध्मिक शिक्षा विनय कुमार पाण्डेय को आज निलंबित किया गया है।



 अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला ने बताया कि पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही पर मुख्यमंत्री के निदेश पर तत्कालीन शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) विनय कुमार पाण्डेय को निलंबित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पाण्डेय को बीती 21 अप्रैल को उनके पद से हटाकर साक्षरता वैकल्पिक शिक्षा उर्दू प्राच्य भाषाएं के निदेशक के पद पर भेजा गया था। 



उनके स्थान पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पद का कार्यभार अपर परियोजना निदेशक सरिता तिवारी को सौंपा गया था। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अपर परियोजना निदेशक, राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ को अग्रिम आदेशों तक शिक्षा निदेशक माध्यमिक का कार्यभार अस्थायी रूप से प्रदान किया जाता है। उन्हें इसके लिए कोई अतिरिक्त वेतन व भत्ता आदि नहीं दिया जाएगा।



यूपी बोर्ड परीक्षा का बलिया में पेपर लीक होने के बाद ही विनय कुमार पाण्डेय पर तलवार लटक रही थी। उसी समय संकेत मिलने लगे थे कि उनको हटा दिया जाएगा। उन्हें 2018 में निदेशक के पद का कार्यभार सौंपा गया था। 2021 में उन्हें प्रोन्नत कर निदेशक बनाया गया। बीते पांच सालों से यूपी बोर्ड को नकलविहीन छवि बनाने में राज्य सरकार सफल रही थी लेकिन इस वर्ष पेपर लीक कांड हो गया। 24 जिलों में पेपर दोबारा लिया गया। मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लिया था। विनय कुमार पाण्डेय पहले इसलिए भी विवादों में रहे हैं। उन्हें विभाग ने बर्खास्त कर दिया था लेकिन उन्हें हाई कोर्ट ने राहत दे दी और वह पुनरू सेवा में आ गए। बहाल होने के छह महीने के भीतर उन्हें कार्यवाहक निदेशक बना दिया गया था। 



विनय कुमार पाण्डेय 1990 में नौकरी में आए थे। वह वेटिंग लिस्ट का हिस्सा थे और पद खाली होने पर तैनाती मिली।

लखनऊ पीडब्ल्यूडी के 112 जेई का होगा डिमोशन, रिव्यू कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी


 लखनऊ पीडब्ल्यूडी के 112 जेई का होगा डिमोशन, रिव्यू कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी



उत्तर प्रदेश लखनऊ दूरस्थ शिक्षा तथा अन्य निजी संस्थानों से हासिल डिप्लोमा के सहारे लिपिक (बाबू) से पदोन्नति पाकर अवर अभियंता बनने वाले लोक निर्माण विभाग के 112 कार्मिकों को पदावनत कर फिर से लिपिक बनाने का फैसला हो सकता है। गलत डिग्रियों के सहारे पदोन्नति के इस मामले की जांच कर रही प्रमुख अभियंता एके श्रीवास्तव की अध्यक्षता वाली रिव्यू कमेटी ने रिपोर्ट सोमवार की शाम को विभागाध्यक्ष को सौंप दी है।



 मिली जानकारी के मुताबिक 2013 में बनी नियमावली में लोक निर्माण विभाग में यह व्यवस्था हो गई कि अवर अभियंता रिक्त पदों पर पांच फीसदी पद लिपिकों (बाबुओं) की पदोन्नति से भरी जाएगी। जिसके बाद वर्ष 2016 में 124 लिपिक पदोन्नति पाकर अवर अभियंता (जेई) बने थे। पदोन्नति के बाद इनके डिप्लोमा फर्जी होने की शिकायतें शासन को मिली थीं। तत्कालीन मुख्य अभियंता एचएन पांडेय की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में 112 के डिप्लोमा को अमान्य पाया था। लंबे अंतराल तक इस कमेटी की रिपोर्ट को विभाग के स्तर पर दबाए रखा गया था।

प्रमुख अभियंता नितिन रमेश गोकर्ण की आपत्ति और आदेश के बाद विभाग ने पांडेय कमेटी की रिपोर्ट का अध्ययन करने और फाइनल रिपोर्ट देने के लिए प्रमुख अभियंता एके श्रीवास्तव की अध्यक्षता में रिव्यू कमेटी बनाई थी। 



रिव्यू कमेटी ने पांडेय कमेटी की जांच में उजागर किए गए अधिकांश बिंदुओं को सही पाया है। जिसके आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार किया है। रिव्यू कमेटी से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक सोमवार की शाम को हस्ताक्षरित रिपोर्ट विभागाध्यक्ष के पास बढ़ा दी गई थी।

गाजीपुर में गैंगस्टर सुरेंद्र सिंह की पीट-पीटकर हत्या माफिया त्रिभुवन सिंह के गैंग का था सदस्य, परिजनों को भी पीटकर कर दिया घायल


 गाजीपुर में गैंगस्टर सुरेंद्र सिंह की पीट-पीटकर हत्या


माफिया त्रिभुवन सिंह के गैंग का था सदस्य, परिजनों को भी पीटकर कर दिया घायल



उत्तर प्रदेश गाजीपुर में सैदपुर कोतवाली क्षेत्र में हमलावरों ने माफिया त्रिभुवन सिंह गिरोह के सदस्य रहे गैंगस्टर सुरेंद्र सिंह की लाठी डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हमलावरों ने सुरेंद्र के बेटे और अन्य परिजनों को भी पीटकर घायल कर दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।



मुड़ियार गांव निवासी गैंगस्टर सुरेंद्र सिंह (65) का बड़ा बेटा विशाल सिंह अपने पट्टीदार विजय उर्फ मंटू सिंह के साथ रविवार शाम को गांव स्थित बाबा कीनाराम अघोर पीठ में गया था। वहां मुड़ियार गांव के ही उपेंद्र सिंह से किसी बात को लेकर उसका विवाद हो गया। बताया जा रहा है कि विजय वहां से फरार हो गया जबकि विशाल कुछ देर बाद घर पहुंचे। आरोप है कि शाम करीब साढ़े सात बजे उपेंद्र सिंह अपने पुत्र नीरज सिंह, रवि सिंह पुत्र पुष्कर सिंह और कुछ अन्य लोगों के साथ लाठी-डंडे व धारदार हथियार लेकर सुरेंद्र सिंह के घर पर धावा बोल दिया।



हमलावर ने छोटे पुत्र अनुज समेत घर की महिलाओं को मारने-पीटने लगे। परिजनों की चीख सुनकर मौके पर पहुंचे गैंगस्टर सुरेंद्र सिंह पर भी हमलावरों ने धारदार हथियार व लाठी से हमला कर दिया। आसपास के लोगों के जुटने पर हमलावर फरार हो गए। आनन-फनन में घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां  डॉक्टरों ने सुरेंद्र व अनुज को वाराणसी रेफर कर दिया। इलाज के दौरान रात में ही सुरेंद्र की मौत हो गई।



घायल अनुज सिंह (20) का इलाज वाराणसी के ट्रामा सेंटर में चल रहा है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। एसपी सिटी ने बताया कि सुरेंद्र पर कई मुकदमे थे और वह त्रिभुवन सिंह से जुड़ा था। मृतक सुरेंद्र सिंह के करीबी मुड़ियार गांव निवासी विपिन सिंह की तहरीर पर पुलिस ने उपेंद्र सिंह, नीरज सिंह पुत्र उपेंद्र सिंह व रवि सिंह पुत्र पुष्कर सिंह के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। तीनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।



 ग्रामीणों के अनुसार उपेंद्र के हाथ में बंदूक भी थी, हालांकि फायरिंग की पुष्टि नहीं है। गौरतलब है कि सैदपुर कोतवाली में सुरेंद्र सिंह के  खिलाफ एनएसए समेत छह मुकदमे दर्ज हैं।



एनएसए समेत कई मुकदमों में नामजद सुरेंद्र सिंह की मौत से गांव में तनाव का माहौल हो गया है। पुलिस ने सोमवार को गांव में फोर्स भी तैनात कर दिया है।



 सीओ बलिराम प्रसाद व कोतवाल तेजबहादुर सिंह ने गांव पहुंचकर चश्मदीदों का बयान लेने के साथ ही घटनास्थल का निरीक्षण किया। सीओ व कोतवाल ने बाबा कीनाराम सिद्धपीठ के महंत अघोर धर्मरक्षित राम का बयान लिया। पड़ोसियों ने बताया कि रात में आए हमलावरों ने हथियारों के साथ घर पर हमला बोला था।


 हमलावरों ने लाठी-डंडे व धारदार हथियार से सुरेंद्र पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। मकान के बरामदे में ईंट पत्थर पड़ा हुआ था।



सुरेंद्र सिंह के पट्टीदार विजय उर्फ मंटू सिंह ने बताया कि पहले होलिका अघोरपीठ परिसर में ही जलाई जाती थी। मार्च में होलिका जलाए जाने से मना करने पर सुरेंद्र सिंह महंत से बात करने गए थे। उस समय सुरेंद्र सिंह को आरोपियों ने मारपीटा गया था। इस मामले में रविवार को मैं और विशाल पीठ परिसर में यही पूछने गए थे कि क्यों मारा-पीटा था। इतना पूछते ही उपेंद्र सिंह ने विशाल को मारना पीटना शुरू कर दिया।



मुड़ियार स्थित बाबा कीनाराम अघोरपीठ के महंत अघोर धर्मरक्षित राम ने पुलिस को बताया कि वह अघोरपीठ परिसर में पशुओं के लिए उपलब्ध भूसा की स्थिति देखने गए थे। उनके साथ उपेंद्र सिंह भी थे। इस बीच सुरेंद्र सिंह का पुत्र विशाल व विजय उर्फ मंटू सिंह आ गए और मुझे धक्का दे दिया जिससे मैं गिर गया। उपेंद्र ने विशाल को पकड़ लिया लेकिन तब तक विजय भाग निकला, उसी समय मैंने पुलिस को सूचना दी थी। उन्होंने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं।

कन्नौज विवाद सुलझाने गई महिला दारोगा को पीटा, हाथ पर काटा


 कन्नौज विवाद सुलझाने गई महिला दारोगा को पीटा, हाथ पर काटा


उत्तर प्रदेश कन्नौज दो दिन पहले एक शादी में सिपाही की पिटाई के बाद अब शहर में एक महिला दारोगा की पिटाई हो गई। लेनदेन के दौरान हुए विवाद की जानकारी पर पहुंची महिला दारोगा पर आरोपित महिला ने हमला बोल दिया। दारोगा के हाथ पर काट लिया और उस पर चप्पल, ईंट-पत्थर फेंके। आरोपित महिला के खिलाफ सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई है।



 मामला कन्नौज के सरायमीरा इलाके के देविनटोला मोहल्ले का है। बताया जा रहा है कि सोमवार की देर शाम यहां नन्हे खां और रामदास के परिवार के बीच आपसी लेनेदेन को लेकर विवाद हो गया। बात बिगड़ती देखकर नन्हे खां ने पुलिस को जानकारी दे दी।



कोतवाली में तैनात महिला एसआई हेमलता मौके पर पहुंचकर शिकायतकर्ता से बात करने लगीं, इस पर दूसरे पक्ष से रामदास की पत्नी रानी गाली-गलौज करने लगी। आसपास के लोगों के मुताबिक एसआई हेमलता ने इस पर टोकता वह उनसे ही भिड़ गई।



 हेमलता ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने दांत से हाथ में काट लिया। हाथ से खून निकलने लगा। उसके बाद उसने चप्पल से पिटाई कर दी। हेमलता बचाव में आईं तो उसने ईंट-पत्थर चलाना शुरू कर दिया। इससे वहां पर अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोगों की मदद से एसआई वहां से किसी तरह बचकर निकलीं और कोतवाली सूचना दी। कोतवाल आलोक दुबे पूरा मामला समझने के बाद महिला दारोगा को लेकर कोतवाली पहुंचे। वहां दारोगा की तहरीर पर आरोपित महिला रानी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।



 कोतवाल ने बताया कि आरोपित महिला की तलाश की जा रही है, उसकी गिरफ्तारी की जाएगी।

दो दिन पहले सिपाही की हुई थी पिटाई



सदर कोतवाली पुलिस पर हमले की दो दिन में यह दूसरी घटना है। दो दिन पहले शनिवार की रात जलालपुर-पनवारा स्थित एक शादी में हुए विवाद के दौरान पहुंचे सिपाही दीपक गुर्जर की पिटाई हुई थी। आरोप में दो पर रिपोर्ट दर्ज कर एक की गिरफ्तारी की गई। अब यह दूसरा मामला है।

गोरखपुर में हुआ सामूहिक हत्याकांड तीन लोगों की गला काटकर हत्या


 गोरखपुर में हुआ सामूहिक हत्याकांड


तीन लोगों की गला काटकर हत्या



उत्तर प्रदेश गोरखपुर प्रयागराज में दिल दहला देने वाली दो घटनाओं के बाद अब गोरखपुर में भी सनसनीखेज वारदात सामने आई है। खोराबार थाना क्षेत्र में तीन लोगों की गला काटकर हत्या कर दी गई है। 



सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। खोराबार थाना समेत सात थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है। मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई है। एडीजी अखिल कुमार और एसएसपी विपिन टाडा भी मौके पर पहुंच गए हैं।



खोराबार एरिया के रायगंज में बदमाशों ने रंजिश में तीन लोगों की हत्या कर दी। घटना सोमवार रात लगभग 9 बजे की है। सूचना पाकर एसएसपी डॉ. विपिन टाडा सहित कई अफसर मौके पर पहुंचे। 


पुलिस का कहना है कि रायगंज निवासी गामा निषाद (42) उनकी 38 वर्षीय पत्नी संजू देवी और 20 वर्षीय बेटी प्रीति की गला काटकर हत्या की गई है। गामा के भाई रामा निषाद की बेटी की शादी है।


गामा गांव के बाहर बंगला चौराहे पर मकान बनवाकर रहते हैं। वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ कार्यक्रम में शामिल होने पैदल ही जा रहे थे। रास्ते में घर से थोड़ी ही दूरी पर घात लगाकर बदमाशों ने हमला कर दिया। उनका बेटा अच्छेलाल और बेटी बच गई। क्योंकि वह दूसरे रास्ते से कार्यक्रम में जा रहे थे। गामा का एक और बेटा बाहर रहता है। गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है।

आज़मगढ़ जीयनपुर संविदा कर्मी ने सहायक विकास अधिकारी को पीटा


 आज़मगढ़ जीयनपुर संविदा कर्मी ने सहायक विकास अधिकारी को पीटा



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के अजमतगढ़ खंड विकास पर कार्यरत सहायक विकास कृषि अधिकारी को संविदा पर कार्यरत बीपीएम से कहासुनी हो गई। देखते ही देखते मारपीट हो गई। इस संबंध में कृषि अधिकारी ने संबंधित थाने में तहरीर दी है। तहरीर मिलने पर पुलिस घटना की छानबीन में जुट गई है।



 जानकारी के अनुसार अजमतगढ़ खंड विकास पर कार्यरत सहायक विकास कृषि अधिकारी प्रदीप कुमार भारती ने अजमतगढ़ कार्यालय पर सोमवार को बैठक बुलाई थी। जिसमें संविदा बीपीएम पद पर कार्यरत हेमंत कुमार निवासी छपरा सुलतानपुर अनुपस्थित रहे।



जिससे कृषि कार्य के लिए क्षेत्र में त्वरित रूप से शासन द्वारा संचालित योजनाओं को लेकर बैठक बुलाई गई थी। जिसको लेकर नाराज सहायक विकास कृषि अधिकारी प्रदीप कुमार ने बीपीएम को अनुपस्थित कर दिया। वहीं वेतनावली के लिए उपस्थिति पंजिका पर सहायक कृषि अधिकारी से हस्ताक्षर के लिए कहा जिस पर उन्होंने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि पहले शासकीय कार्य को पूरा करने के उपरांत पत्रावली पर हस्ताक्षर किया जाएगा। जिसको लेकर प्रदीप कुमार व हेमंत के बीच कहासुनी हो गई और दोनों में मारपीट होने लगी। 


सहायक विकास कृषि अधिकारी प्रदीप कुमार भारती ने सोमवार की शाम पांच बजे जीयनपुर थाने पर पहुंचकर जीयनपुर कोतवाल यादवेंद्र पांडेय को लिखित तहरीर दी। जिसके उपरांत कोतवाल ने मेडिकल के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर भेजा और मुकदमा पंजीकृत करने के लिए निर्देशित किया।

Monday 25 April 2022

आजमगढ़ एडीए ने दिया विद्यालय ध्वस्तीकरण का आदेश हरितपट्टी क्षेत्र में बगैर नक्शा पास कराए हुआ था विद्यालय निर्माण

 

आजमगढ़ एडीए ने दिया विद्यालय ध्वस्तीकरण का आदेश


हरितपट्टी क्षेत्र में बगैर नक्शा पास कराए हुआ था विद्यालय निर्माण




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मानक के विपरीत विकास प्राधिकरण से बगैर मानचित्र पास कराए कृषि हरितपट्टी क्षेत्र में विद्यालय निर्माण को संज्ञान में लेते हुए आजमगढ़ विकास प्राधिकरण के सचिव ने विद्यालय के ध्वस्तीकरण का आदेश दिया है। 



विद्यालय संचालक को स्वतः विद्यालय ध्वस्त कराने के लिए एक माह की मोहलत दी गई है।

शहर से सटे हाफिजपुर ग्रामसभा में कृषि हरितपट्टी क्षेत्र में बगैर मानचित्र स्वीकृत कराए विद्यालय निर्माण कराए जाने की शिकायत गांव के ही राजेश मौर्या पुत्र स्व० मुखराम मौर्य द्वारा विकास प्राधिकरण में की गई थी। मामले को संज्ञान में लेते हुए शिकायत की स्थलीय जांच एडीए के सहायक अभियंता द्वारा की गई। आरोप सत्य पाए जाने पर इस मामले की सुनवाई करते हुए एडीए सचिव ने निजी विद्यालय की संचालिका मुन्नी देवी को दोषी करार देते हुए विद्यालय भवन को ध्वस्त कराने का आदेश जारी किया है।



 सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 30 दिन के अंदर उक्त अनधिकृत निर्माण को स्वयं ध्वस्त कराएं अन्यथा एडीए द्वारा की गई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के समस्त व्यय की वसूली शैक्षिक संस्था से की जाएगी।

आजमगढ़ एसपी ने थाना प्रभारी मेंहनाजपुर को किया लाइन हाजिर


 आजमगढ़ एसपी ने थाना प्रभारी मेंहनाजपुर को किया लाइन हाजिर



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने थाना प्रभारी मेंहनाजपुर सुरेन्द्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। बता दें कि क्षेत्र में चोरी की घटना पर अंकुश न लगा पाने के साथ निरोधात्मक कार्रवाई में सुस्ती पर थाना प्रभारी मेंहनाजपुर सुरेन्द्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। 



पुलिस अधीक्षक ने बताया कि थाना क्षेत्र में वाहन चोरी एवं अन्य चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। प्रभारी द्वारा गुण्डा एक्ट, मोटर व्हेकल एक्ट व अन्य निरोधात्मक कार्रवाई की संख्या में पिछले वर्षों के सापेक्ष कम रही है। इससे प्रतीत होता है कि प्रभावी नियंत्रण में रूचि नहीं ली जा रही थी।


 इसलिए थाना प्रभारी मेंहनाजपुर को पुलिस लाइन स्थानांतरित किया गया।

आजमगढ़ सरायमीर कस्बे की रामलीला भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा किया जा रहा पक्का निर्माण एसडीएम निजामाबाद व थानाध्यक्ष सरायमीर से लिखित शिकायत के बाद भी रात दिन कार्य कराकर कि भूमाफियाओं ने कराया निर्माण।


 आजमगढ़ सरायमीर कस्बे की रामलीला भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा किया जा रहा पक्का निर्माण एसडीएम निजामाबाद व थानाध्यक्ष सरायमीर से लिखित शिकायत के बाद भी रात दिन कार्य कराकर कि भूमाफियाओं ने कराया निर्माण।


आजमगढ़ सरायमीर से अबुलबशर आजमी की रिपोर्ट 



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर बाजार से सटी ग्राम सभा पवई लाडपुर में मैदान रामलीला दसको से होती चली आ रही है। आज भी रामदरबार, हनुमान मंदिर, माता सीता के बैठने की जगह,रावण के बैठने का( स्थान )चबूतर मौजूद है।और दशहरेके अवसर पर 13 दिनो तक कार्यक्रम होता है। 


चूंकि बाज़ार से सटी कीमती भूमि होने के नाते भूमाफियाओं द्वारा कब्जा किया जा रहा है। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रामकुमार सोनी ने रामलीला भूमि पर दबंगों द्वारा कब्जा किए जाने की लिखित शिकायत उपजिलाधिकारी निजमाबाद से की और थानाध्यक्ष सरायमीर को भी दी मगर रामलीला भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जा रात दिन जारी रहा।




रामलीला कमेटी के लोग भाजपा जिलाध्यक्ष आज़मगढ़ के पास जाकर अपनी बात बतायी और कहा  बुल्डोजर बाबा योगी जी के राज्य में रामलीला भूमि पर दबंगों व भूमाफियाओं द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है कोई सुन नही रहा है।



जिलाध्यक्ष ने फौरन एसडीएम निजमाबाद से रामलीला भूमि पर अवैध निर्माण तत्काल रोकवाने को कहा।तब जाकर निर्माण रूका फिर भी अच्छे खासे भूभाग पर निर्माण हो चुका है।



यह अवैध कब्जा बहुसंख्यक दबंग भूमाफियाओं द्वारा किया जा रहा अगर कही यही कार्य किसी मुस्लिम समुदाय द्वारा किया जा रहा होता तो स्थानीय थाने से लेकर जिला प्रशासन आफत मचा देता। मगर आज तक न तो पुलिस गयी और आदेश के बाद न ही तहसील का कोई अमला पहुंचा। और न राम भक्त ही देखाई दे रहे है। जिलाधिकारी आज़मगढ़ एसपी आज़मगढ़ का ध्यान अपेक्षित है।

Sunday 24 April 2022

आजमगढ़ नहीं मिला महंगा गिफ्ट, चले गये 3.65 लाख रूपये


 आजमगढ़ नहीं मिला महंगा गिफ्ट, चले गये 3.65 लाख रूपये


पढ़िए जनपद में मोबाइल के खेल की कहानी


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद में मोबाइल पर काल करके लोक लुभावने बातें कर आम लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। फिर मोबाइल के खेल में एक आदमी अपने 3.65 लाख रूपये गवां दिये। जब उसे एहसास हुआ कि वह ठगा गया है तब थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज करायी।  मामला गंभीरपुर थाना क्षेत्र का है।


गंभीरपुर थाना क्षेत्र में महंगे गिफ्ट दिलाने के नाम पर जालसाजों ने एक व्यक्ति से 3 लाख 65 हजार 700 रुपये की ठगी कर ली। जानकारी होने पर पीड़ित ने एक व्यक्ति सहित अन्य के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।



 गंभीरपुर गांव निवासी शशिकांत यादव ने आरोप लगाया कि उसके मोबाइल पर महंगा गिफ्ट दिलाने के नाम पर कुछ लोगों ने फोन किया। इसके बाद उनकी बताए गए खाता नंबर में वह 3 लाख 65 हजार 700 रुपये विभिन्न किस्तों में जमा कर दिया। इसके बाद भी उसे गिफ्ट न मिलने पर ठगी किए जाने की आशंका हुई।



 पीड़ित ने एक व्यक्ति नामजद सहित अन्य के विरुद्ध गंभीरपुर थाना में तहरीर दी है। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर जांच में जुटी है।

आजमगढ़ गम्भीरपुर सड़क हादसे में युवक की मौत, मां व भाई घायल रिश्तेदार का निधन होने पर शोक व्यक्त कर घर लौटते समय हुई घटना


 आजमगढ़ गम्भीरपुर सड़क हादसे में युवक की मौत, मां व भाई घायल


रिश्तेदार का निधन होने पर शोक व्यक्त कर घर लौटते समय हुई घटना



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ गम्भीरपुर   थाना क्षेत्र के गोमाडीह गांव के पास शनिवार की देर रात चारपहिया वाहन और बाइक की सीधी टक्कर में बाइक चालक की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुर्घटना में बाइक पर सवार मृतक की मां व भाई घायल हो गए।



 घायल मां-बेटे का उपचार अस्पताल में चल रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। दुखद यह कि लगभग सात वर्ष पूर्व स्कार्पियो पलटने से मृतक के पिता की भी मौत हो गई थी।



जानकारी के अनुसार देवगांव थाना क्षेत्र के कटौली बुजुर्ग गांव निवासी मोहम्मद शाहिद (28) पुत्र मोहम्मद शकील अपनी मां नजमुन सुफियाना (45) व भाई इस्माइल (12) के साथ गंभीरपुर थाना क्षेत्र के अलीपुर गांव निवासी किसी रिश्तेदार का निधन होने पर शोक संवेदना व्यक्त करने गया था।



 मृतक के अंतिम संस्कार के बाद तीनों देर रात बाइक से घर के लिए चल दिए। रात लगभग 12.30 बजे गोमाडीह गांव के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक चला रहे शाहिद की मौके पर मौत हो गई। जब कि मां और भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पाकर वहां पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल भेजवाया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। 



बताते हैं कि मृतक शाहिद के पिता मोहम्मद शकील आम आदमी पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता थे। लगभग सात वर्ष पूर्व पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह की रैली में जाते समय स्कार्पियो पलटने से उनकी मौत हो गई थी।

आजमगढ़ जीयनपुर फर्जी क्लीनिक संचालक पर दर्ज हुआ मुकदमा सीएमओ के निर्देश पर जांच के बाद हुई कार्रवाई


 आजमगढ़ जीयनपुर फर्जी क्लीनिक संचालक पर दर्ज हुआ मुकदमा


सीएमओ के निर्देश पर जांच के बाद हुई कार्रवाई



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के मालटारी बाजार में एक व्यक्ति द्वारा फर्जी तरीके से क्लीनिक का संचालन किया जा रहा था। जांच में मामला सही मिलने पर सीएमओ के निर्देश पर अजमतगढ़ स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी ने जीयनपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। 



भदांव गांव निवासी पलकधारी पुत्र लवटू राम ने पत्र भेजकर मालटारी बाजार में स्थित सिद्धेश क्लीनिक की जांच की मांग की थी। जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने सगड़ी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. सीपी गुप्ता से जांच कराई। जिसमें क्लीनिक संचालक जांच के दौरान फरार पाए गए।



वहीं सिद्धेश क्लिनिक मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में पंजीकृत नहीं पाया गया। जिसके बाद सिद्धेश क्लिनिक संचालक अशोक चौहान को पत्र भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया। जिस पर डॉ अशोक चौहान न तो क्लीनिक पंजीकरण का कोई पत्र दिखा सके और ना ही कोई डिग्री। जांच में पाया गया कि अशोक चौहान फर्जी रूप से बाजार में क्लीनिक खोलकर बिना अनुमति के फर्जी डॉक्टर बनकर लोगों को ठगने का कार्य करते थे। 


जिसके आधार पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर फर्जी डिग्री व बिना पंजीकरण के क्लीनिक के संचालन पर कार्रवाई हुई। अजमतगढ़ स्वास्थ्य प्रभारी डा. प्रदीप कुमार की तहरीर के आधार पर जीयनपुर पुलिस ने डॉ अशोक चौहान पुत्र अज्ञात निवासी मालटारी पर इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।

आजमगढ़ मुस्लिम के घर से बजी हिन्दू बेटी की शहनाई मुस्लिम महिलाओं ने गाए मंगल गीत, बिन बाप की बेटी को परवेज ने सोने की चेन पहनाकर किया विदा रमजान माह में पेश की इंसानियत की मिशाल


 आजमगढ़ मुस्लिम के घर से बजी हिन्दू बेटी की शहनाई


मुस्लिम महिलाओं ने गाए मंगल गीत, बिन बाप की बेटी को परवेज ने सोने की चेन पहनाकर किया विदा


रमजान माह में पेश की इंसानियत की मिशाल




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ में एक मुस्लिम परिवार ने रमजान के पवित्र महीने में भाईचारे की मिसाल पेश की है। यहां से आपसी सौहार्द की सुकून देने वाली तस्वीर सामने आई हैं। ये तस्वीरें सभी को मिलजुल कर रहने की सीख देती हैं। दरअसल पूजा के सिर से पिता का साया उठ गया था। उसे लगता था कि उसकी शादी कभी नहीं हो पाएगी। 



इस बात की जानकारी जब पड़ोस में रहने वाले एक मुस्लिम परिवार को हुई तो उन्होंने उसकी शादी धूमधाम से कराई। अपने घर के अंदर मंडप बनवाया। मुस्लिम महिलाओं ने मंगल गीत गाए। उसके बाद सुबह में अपने  घर से ही उसे विदा किया।




आजमगढ़ शहर के एलवल मोहल्ले के रहने वाले राजेश चौरसिया पान की दुकान लगाकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनकी बहन शीला के पति की दो साल पहले कोरोना काल में मौत हो गयी थी। इसके बाद चौरसिया ने अपनी भांजी पूजा की शादी करने की ठानी। उन्होंने अपनी भांजी पूजा चौरसिया की शादी तय भी कर दी, लेकिन मुश्किल ये थी कि राजेश के पास केवल रहने के लिए घर के सिवाय कुछ भी नहीं था। यही नहीं, उनकी आर्थिक हालत भी अच्छी नहीं थी, जिससे भांजी की शादी कर सकें।



राजेश चौरसिया अपनी भांजी की शादी की जद्दोजहद में थे। इस बीच उन्होंने अपने पड़ोस में रहने वाले परवेज से भांजी की शादी के लिए मंडप लगाने की बात कही। यह सुनते ही परवेज मदद के लिए आगे आए। परवेज के घर के आंगन में न सिर्फ मंडप सजा बल्कि मंगल गीत भी गाए गए।




 इसके बाद 22 अप्रैल 2022 को जौनपुर जिले के मल्हनी से बारात आंगन में पहुंची तो द्वाराचार और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे और सिन्दूरदान की रस्म संपन्न हुई। इस दौरान हिन्दू-मुस्लिम महिलाएं मिलकर देर रात तक शादी में मंगल गीत गाती रहीं।


सुबह बारात विदा होने से पहले खिचड़ी रस्म शुरू हुई तो राजेश ने अपनी क्षमता के अनुसार वर पक्ष को विदाई दी। इसी रस्म के दौरान पड़ोसी परवेज ने दूल्हे के गले में सोने की चेन पहनाई, जिसे वहां मौजूद लोगों की खूब वाहवाही मिली। वहीं, परवेज की पत्नी नादिरा ने बताया कि रमजान के महीने में उन्होंने अपने घर पूजा-पाठ कराई। इसका उन्हें कोई शिकवा नहीं है, बल्कि खुशी है कि हमने एक बेटी की शादी धूमधाम से की है। साथ ही कहा कि धर्म सबका अलग-अलग भले हो, लेकिन उन्होंने इंसानियत निभाई है।